यूपी में मनचलों के हौसलें हुए बुलंद

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यूपी में मनचलों के हौसलें हुए बुलंद
यूपी में मनचलों के हौसलें हुए बुलंद

यूपी में महिलाओं से संबंधित अपराधों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। लगातार होने वाले अपराधों से यहीं कहा जा सकता है कि यूपी की बहू-बेटियां महफूज नहीं है। जी हाँ, यूपी में आये दिन बहू-बेटियों के साथ होने वाले अपराधिक मामलें सामने आते है। यूपी ही नहीं बल्कि पूरे देश में भी बहू-बेटियां खुद को असुरक्षित महसूस करती है। आखिर और कब तक, और क्यों सहना पड़ता उन्हें ये सब? क्या लड़की होने की सजा दी जाती है उन्हें ?

यूपी में बढ़ते वारदातों से तो शायद ही कोई बेखबर होगा। आज हम आपको यूपी में घटित होन वाले ऐसे ही किसी वारदात से रूबरू कराने जा रहे है।

यूपी के लखनऊ यूनिवर्सिटी की छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। मामला सिर्फ छेड़छाड़ तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि छेड़छाड़ का विरोध करने पर छात्रा के साथ मारपीट भी हुई। आपको बता दें कि छात्रा लखनऊ विश्विविद्यालय में पढ़ाई करती है, उसके साथ छेड़छाड़ करने वाले कोई और नहीं बल्कि इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र है। खबर के मुताबिक, छात्रा कॉलेज से लौट रही थी, तभी कॉलेज के मनचले वहाँ आकर, उसके साथ बत्मीजी करने लगे, जिसका विरोध करने पर उन्होंने छात्रा के साथ बीच-सड़क पर मारपीट करनी शुरू कर दी थी। छात्रा ने मामलें की शिकायत यूनिवर्सिटी में की है, यूनिवर्सिटी ने उन छात्रों को निलबिंत कर दिया। साथ ही छात्रा ने मामलें की शिकायत पुलिस स्टेशन में भी की। फिलहाल, आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

आपको बता दें कि पीड़िता एक सचिवालय अधिकारी की बेटी है। छात्रा के मुताबिक आरोपी शिवांग खुद को छात्र नेता बताकर छात्राओं से अश्लीलता करता है। वह लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीए की पढ़ाई भी कर रहा है। साथ ही छात्रा का कहना है कि वह जब भी विश्वविद्यालय जाती है, तो आरोपित छात्र उससे अश्लील हरकतें करता है। छात्रा ने कहा कि बदनामी की डर की वजह से उसने पहले शिकायत नहीं की, जिसकी वजह मनचलें छात्रों के हौसलें बढ़ते गये।

घटना से सहम गई है छात्रा

घटना का असर छात्रा पर बुरा हुआ है। घटना के बाद वो इतनी डर गई है कि उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया है। साथ ही छात्रा का कहना है कि वो लड़के गुंडे जैसे है, जो कभी भी उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसीलिए वो और भी डर गई है। डर की वजह से छात्रा का कहना है कि जब तक सभी आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाते, वह विश्वविद्यालय नहीं जाएगी।

पुलिस का कहना है कि वो जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे। पुलिस मामलें में अपना काम कर रही है, लेकिन यहां सवाल यही खड़ा होता है कि आखिर क्यों नहीं थम रहे अपराध? सूबे की योगी सरकार जहाँ एक तरफ प्रदेश में कड़े कानून व्यवस्था की दावा करती फिर रही है, वहीं दूसरी तरफ इस तरह के होने वाले अपराधों से न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते है, बल्कि सूबे की योगी सरकार के वो तमाम दावें भी खोखले नजर आते है, जिसमें कड़े-कानून व्यवस्था की बात की जाती है। साथ ही यूपी सरकार द्वारा बनाये गये एंटी-रोमियो अधिनियम भी फीका पड़ने लगा है।

बहरहाल, देश-प्रदेश की बहु-बेटियों को कब तक इस तरह के मनचलों से जूझना पड़ेगा? सरकार को चाहिए की जल्द से जल्द ऐसे मामलों को रोकने के लिए कड़े नियम-कानून बनाए, जिससे देश-प्रदेश की बहु बेटियाँ खुद को महफूज समझ सकें।