क्यों दुनियाभर में ऑपरेशन थंडरबोल्ट की मिसाल दी जाती है?

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ऑपरेशन थंडरबोल्ट इतिहास का सबसे खतरनाक ऑपरेशन माना जाता है। आपको बताना चाहेंगे की दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसी मोसाद और इजराइली फोर्स का हिस्सा रहे योनतन नेतन्याहू उस ऑपरेशन थंडरबोल्ट में शामिल थे जिसे दुनिया का अब तक का सबसे खतरनाक हवाई ऑपरेशन माना गया है। योनतन नेतन्याहू इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाई थे। उन्होंने इस ऑपरेशन को अंजाम देने में एक एहम भूमिका निभाई।

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एक घटना उस समय की है जब इजराइल से उड़े एक विमान को अपहरण कर लिया गया था।. इसके बाद विमान को युगांडा में उतारा जाता है। जहां का तानाशाह खूंखार ईदी अमीन अपहर्ताओं के समर्थन में था, विमान में सवार इजराइली नागरिकों को छुड़ाना था। वो भी दुश्मन देश मे घुस कर और उदेश्य यही था की सब सही सलामत वापिस आये। मोसाद और इजराइली कमांडो के करीब सौ लोगों के दस्ते ने सिर्फ सौ फीट की ऊंचाई पर प्लेन उड़ा कर उस रात जो कारनामा कर दिखाया।

साथ ही आपको यह भी बता दे इस खतरनाक ऑपरेशन में मोसाद को सिर्फ यही एक जान का नुकसान हुआ। हालांकि 10 कमांडो घायल भी हुए. विदेशी ज़मीन पर मोसाद का ये पूरा ऑपरेशन महज़ 53 मिनट तक चला और जिसमें से 30 मिनट तक कमांडो कार्रवाई की गई। युगांडा के तानाशाह इदी अमीन के लिए यह ऑपरेशन छक्के छुड़ा देने वाला था, उसे यकीन ही नहीं हुआ कि कोई उनके देश में घुस कर अपने नागरिकों को छुडा कर ले जा सकता है। आज भी दुनिया में इस ऑपरेशन की मिसाल दी जाती है और निया को टेररिज्म का खत्मा करने की सीख दी जाती है।