फलस्तीन की बहुमंजिला इमारतों को क्यों नेस्तनाबूद कर रही है इजरायल की सेना?
हाइलाइट्स:
- इजरायल और फलस्तीन के बीच जारी संघर्ष अब जंग का रूप लेता जा रहा है
- हमास के 1500 रॉकेट की बारिश के बाद इजरायल की सेना ने पलटवार किया है
- इजरायली हवाई हमले में उग्रवादी गुट हमास के 11 शीर्ष कमांडर मारे गए हैं
तेलअवीव
इजरायल और फलस्तीन के बीच जारी संघर्ष अब जंग का रूप लेता जा रहा है। फलस्तीनी उग्रवादी गुट हमास के 1500 रॉकेट की बारिश के बाद इजरायल की सेना ने भी जोरदार पलटवार किया है। इजरायली हवाई हमले में हमास के 11 शीर्ष कमांडर मारे गए हैं। यही नहीं इजरायली सेना ने फलस्तीन की तीन बहुमंजिला इमारतों को जमींदोज कर दिया है। इन इमारतों को ढहाने पर जहां इजरायली सेना की दुनियाभर में आलोचना हो रही है, वहीं अब इजरायल ने इसका जवाब दिया है।
इजरायल ने कहा कि उसने गाजा शहर में उसने तीन इमारतों को जमींदोज कर दिया है। इजरायल की सेना ने एक ट्वीट करके बताया कि हमारे फाइटर जेट ने रणनीतिक रूप से उन महत्वपूर्ण इमारतों को निशाना बनाया है जो हमास या हमास की नौसेना से जुड़ी हुई हैं। इसमें हमास का मुख्य बैंक, खुफिया आधारभूत ढांचा बर्बाद किया गया। इजरायली सेना ने कहा कि हम गाजा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाते रहेंगे।
‘हमला करने से पहले आम नागरिकों को चेतावनी दी थी’
इजरायली सेना ने यह भी कहा कि इस तरह के हमले करने से पहले हम हर वह कदम उठाते हैं जिससे आम आदमी निकाला जा सके। साथ ही आम नागरिकों की प्रॉपर्टी को नुकसान न पहुंचे। सेना ने कहा कि हमास जानबूझकर अपने सैन्य ठिकानों को इस तरह की इमारतों में बनाता है जिससे आम नागरिकों के जीवन को खतरा पैदा हो जाता है। इजरायली सेना ने कहा कि हमारे फाइटर जेट ने गाजा में इमारतों पर हमला करने से पहले उसमें मौजूद आम नागरिकों को चेतावनी दी थी और उनको निकलने का पूरा समय दिया था।
इजरायल की सेना ने कहा कि दक्षिणी गाजा में 14 मंजिला इमारत को तबाह कर दिया जिसका इस्तेमाल हमास के सैन्य खुफिया कार्यालय और आधारभूत ढांचे के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इस बिल्डिंग इस्तेमाल रणनीतिक सैन्य सूचना साझा करने के लिए किया जाता था। बता दें कि इजरायल ने गाजा पट्टी में सैन्य हमला तेज कर दिया है जिसमें हमास के 11 शीर्ष चरमपंथियों की मौत हो गई है। हमास ने अभी पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दिया है और उसने इजरायली शहरों में 1500 से ज्यादा रॉकेट दागे हैं।
गाजा सिटी में रात को सड़कों पर वीरानी छा गई
महज तीन दिन में दोनों शत्रुओं के बीच लड़ाई ने 2014 के उस विध्वंसक युद्ध की याद दिला दी जो 50 दिन तक चला था। इस लड़ाई ने इजरायल में दशकों बाद भयावह यहूदी-अरब हिंसा को जन्म दिया है। इजरायल ने सुबह होते ही कई हवाई हमले किए और गाजा में दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया। बुधवार को भी हवाई हमले जारी रहे थे जिससे हवा में धुएं का गुबार बन गया। गाजा सिटी में रात को सड़कों पर वीरानी छा गई और रमजान के आखिरी दिन लोग अपने घरों के भीतर ही सिमटे रहे।
गाजा सिटी में अपनी इमारत में बम गिरने के बाद अन्य रिश्तेदारों के साथ भागकर मध्य गाजा में आए 44 वर्षीय जेयाद खत्ताब ने कहा, ‘कहीं पर भी भाग नहीं सकते। कहीं पर भी छिप नहीं सकते।’ गाजा के उग्रवादी दिन भर इजरायल पर रॉकेट दागते रहे। गाजा के समीप दक्षिणी समुदायों में जनजीवन ठप हो गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 70 फलस्तीनियों की मौत हो गई है जिनमें 16 बच्चे और पांच महिलाएं शामिल हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री ने इजरायल का समर्थन किया
इजरायल में कुल सात लोग मारे गए हैं जिनमें से चार की मौत बुधवार को हुई। इनमें टैंक रोधी मिसाइल से मारा गया एक सैनिक भी शामिल है और रॉकेट हमले में मारा गया छह साल का बच्चा भी शामिल है। इजरायली सेना ने दावा किया कि हमास की बतायी संख्या से कहीं अधिक चरमपंथी मारे गए हैं। बहरहाल, संयुक्त राष्ट्र और मिस्र के अधिकारियों ने कहा कि संघर्ष विराम के प्रयास चल रहे हैं लेकिन इसमें प्रगति के कोई संकेत नहीं है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन ने नेतन्याहू से इजराइल के अपनी रक्षा करने के अधिकार का समर्थन करने का आह्वान किया और कहा कि वह तनाव खत्म करने की कोशिश के तहत एक वरिष्ठ राजनयिक को भेज रहे हैं। हिंसा का यह दौर एक महीने पहले यरुशलम में शुरू हुआ जहां रमजान के पवित्र महीने के दौरान हथियारों से लैस इजराइली पुलिस तैनात रही और यहूदी शरणार्थियों द्वारा दर्जनों फलस्तीनी परिवारों को निर्वासित करने के खतरे ने प्रदर्शनों को हवा दी और पुलिस के साथ झड़पें हुई। अल अक्सा मस्जिद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और प्रदर्शनकारियों पर ग्रेनेड फेंके। यरुशलम को बचाने का दावा करने वाले हमास ने सोमवार देर रात इजराइल में कई रॉकेट दागे जिसके बाद लड़ाई शुरू हो गई।