देश के दो सबसे बड़े राज्य इस समय बाढ़ से बुरी तरह बेहाल है, जी हाँ हम बात कर रहे है, यूपी और बिहार की। यूपी और बिहार इस समय बाढ़ से बेहाल हो चुका है। बाढ़ की वजह से न सिर्फ फसलों का नुकसान हुआ है, बल्कि सैकड़ों लोगों की जान भी जा चुकी है। आखिर क्यों होती है हर यूपी-बिहार में तबाही का आलम, आज इसी से जुड़ी हुई जानकारी आपके लिए लाएं है। यूपी-बिहार में कुछ नदियों की वजह से हर साल तबाही होती है। आइये जानते है कि कौन-कौन सी नदियां है शामिल?
आपको बता दें कि यूपी और बिहार का काफी क्षेत्र हर साल नेपाल से आने वाली नदियों की बाढ़ से तबाह हो जाता है, इन नदियों की बाढ़ से हर साल लाखों-हजारों लोग बेघर होते हैं। साथ ही कई की जान भी चली जाती है। और लोग गरीबी की मार के साथ-साथ ताउम्र अपनों के खोने की त्रासदी झेलते रहते हैं। जीवन दायिनी कही जाने वाली ये नदियां जब रौद्र रूप लेती हैं, तो यूपी- बिहार में त्रासदी का आलम हो जाता है। इन नदियों में कोसी, घाघरा, रास्ती, गंडक, महानंदा और बागमती आदि शामिल हैं।
जानियें, पांच नदियों के बारें में, जिनकी वजह से होती है तबाही
कोसी नदी- इस नदी को बिहार का शोक भी कहा जाता है। नेपाल में हिमालय से निकलने वाली यह नदी बिहार में भीम नगर के रास्ते से भारत में दाखिल होती है। आपको बता दें कि हर साल इसकी बाढ़ से बिहार में तबाही मचाती है।
गंडक नदी- तबाही मचाने वाली नदियो में यह नदी भी शामिल है। यह नदी भी नेपाल से निकलकर बिहार में दाखिल होती है। इसे नारायनी नदी भी कहते हैं। साथ ही यह पटना के निकट गंगा मे मिल जाती है और इसकी लंबाई लगभग 1300 किलोमीटर बताई गई है।
घाघरा नदी- यह नदी भी भारी तबाही करती है। यह हिमालय से निकलने के साथ ही नेपाल से होकर बहती हुई भारत के उत्तर प्रदेश एवं बिहार में बहती है। उत्तरी भारत में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। लगभग 970 किमी की यात्रा के बाद बलिया और छपरा के बीच यह गंगा में मिलती है। इसे ‘सरयू नदी’ के नाम से भी जाना जाता है।
बागमती नदी- बागमती नदी नेपाल से निकलती है। यह नेपाल में लगभग 195 किलोमीटर की यात्रा तय कर बिहार के सीतामढ़ी जिले में आती है। बिहार में इस नदी की कुल लम्बाई 394 किलोमीटर है। यह नदी बिहार के कई हिस्सों में भारी नुकसान पहुंचाती है।
राप्ती नदी- उत्तर प्रदेश के बहराइच, गोंडा, बस्ती एवं गोरखपुर जिलों में बाढ़ नेपाल से निकलने वाली नदी राप्ती से आती है. यह नदी मैदानी भाग में पूरब एवं दक्षिण एवं दक्षिण-पूरब दिशा में बहते हुए बरहज नगर के पास घाघरा नदी से मिलती है। इसकी कुल लंबाई लगभग 600 किलोमीटर बताई गई है। इस नदी की वजह से यूपी में बहुत नुकसान होता है।
तो आपने पढ़ा इन नदियों के बारें, इन नदियों की वजह से हर साल यूपी और बिहार बेहाल होता है।