कहाँ लापता हैं उद्धव ठाकरे?

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कहाँ लापता हैं उद्धव ठाकरे?
कहाँ लापता हैं उद्धव ठाकरे?

मुंबई की जनता भारी बारिश से बेहाल हो चुकी है, और शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे का कहीं अता-पता ही नहीं है। मुंबई पानी पानी हो गया है, लेकिन शायद महानगरपालिका पर राज करने वाली शिवसेना अभी तक सो रही है। जी हाँ, बीते चौबीस घंटे से मुंबई में भारी बारिश हो रही है। बारिश की वजह से कई जगह पर जलजमाव देखा गया है, जिसकी वजह से मुंबई की जनता बेहाल हो चुकी है।

आपको बता दें कि देश की खूबसूरत सिटी मुंबई पिछले 24 घंटे से भारी बारिश और परेशानी का सामना कर रही है, लेकिन मुंबई महानगरपालिका पर राज कर रही शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे कहां हैं, यह किसी को पता नहीं है। आपको यह भी बता दें कि पिछले दो दिन से न ही उद्धव का कोई बयान आया है और न ही उनकी तरफ से शिवसेना को कोई निर्देश जारी किया गया है। खबर के मुताबिक, उद्धव के बेटे आदित्य ने मंगलवार शाम को बारिश पर फेसबुक लाइव किया था, लेकिन कोई मदद नहीं की।

सीएम ने लिया जायजा…
भारी बारिश से मुंबई की हालात बिगड़ते देख सीएम देवेंद्र ने जायजा लिया। आपको बता दें कि बारिश से हालात बेकाबू होते देख सीएम देवेंद्र फडणवीस बीएमसी के आपात नियंत्रण कक्ष पहुंच गए और हालात का जायजा लिया। साथ रही उन्होंने देर रात गृहमंत्री राजनाथ सिंह और पीएम नरेंद्र मोदी से बात की। जिसके बाद मुंबई में एनडीआरएफ और नेवी की टीमों को तैनात किया गया।

और ठाकरे अभी भी घर में है…

मुंबई, मुंबई चिल्लाने वाले ठाकरे मुंबई की जनता का क्या हाल हो रहा है, इसकी खबर भी नहीं ले रहे है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे भी घर में ही बैठे रहे। ठाकरे का घर वर्ली के पास है, और उनरे घर के पास ही घरों में पानी भरने से लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई, लेकिन मुंबई के नाम पर वोट मांगने वाले राज ठाकरे का अभी तक मामलें में कोई बयान नहीं आया है।

विपक्षीय नेता भी है खामोश…

आपको बता दें कि मुंबई में विपक्षीय पार्टियों के नेतागण भी खामोश नजर आ रहे है। साथ ही आपको यह भी बता दें कि एनसीपी और सपा जैसी पार्टियों के बड़बोले नेता भी चुप हैं, शायद नेतागण किसी वजह से चुप है, क्योंकि जनता उन्हें मुंह तोड़ जबाव देगी।

नींद से उठियें नेतागण..
नेतागण मुंबई की जनता बेहाल है, और आप अपने घरों में कैद है, यह मत भूलिये कि आगे वोट मांगने आपको उन्ही के पास ही जाना है, लेकिन शायद आप नेताओं की यही आदत है। लेकिन अब उठिये और कीजिये उनकी मदद।