चोर बाजार में शॉपिंग के लिए सुबह 6 बजे आना एकदम सही वक्त माना जाता है। ‘चोर बाजार’ में वैरायटी की भरमार है। कपड़े, जूते, किताबें हर शख्स को यहां अपनी जरूरत का लगभग हर सामान मिल सकता है। इसकी शुरुआत कपड़ों से होती है। और यह हार्डवेयर, टूल्स पर आकर खत्म होता है। अगर आपके अंदर मोलभाव करने की कला है तो आप यहां जरूर जाइए।
हालांकि यहां आपको काफी धैर्य की भी जरूरत होगी। ये मार्केट रविवार को लगती है और दिल्ली गेट के बाद ही बसें मुड़ जाती हैं और आपको दरियागंज से लाल किले तक के इस बाजार का सफर पैदल ही करना पड़ता है। ऐसे वक्त में धैर्य के साथ आपको यह भी पता होना चाहिए कि कौन सी चीजें कहां मिलती हैं। जैसे किताबें आपको दरियागंज वाले हिस्से में मिल जाएंगी, अच्छे कपड़े आपको जामा मस्जिद से पहले वाली लाल बत्ती के पास मिल जाएंगे। जूते आपको दरियागंज वाली लाल बत्ती के पास मिलेंगे।
यहां आपको वूडलैंड, क्लार्क्स, जारा जैसे ब्राडेंड कपड़े (गर्मी और सर्दी दोनों के) 500 रुपए में मिल जाएंगे। और तो और किताबों का भाव यहां किलो के हिसाब से होता है। ध्यान रहे, इस बाजार में मौजूद हर चीज डैमेज होती है, या तो वह सेकेंड हैंड होती है या फिर चोरी और सरप्लस का सामान होता है। महंगे ब्रैंड्स जो यहां सस्ते दामों पर मिलते हैं वह थोड़े डैमेज होते हैं।
आपको यहां जिमिंग के सामान, स्पोर्ट्स के सामान जैसे क्रिकेट बैट, बॉल्स, बैडमिंटन से लेकर स्किपिंग रोप्स जैसे तमाम सामान मिल जाएंगे। आपको कार्पेट ट्रेडर्स भी खूब मिलेंगे। यहां पहुंचने का करीबी मेट्रो स्टेशन चांदनी चौक हैं। रेलवे स्टेशन पुरानी दिल्ली है। आने का उत्तम समय सुबह 6 बजे से सुबह 10 बजे तक है। दिन रविवार है। यहां की बेतहाशा भीड़ आपको परेशान भी कर सकती है। और हां, यहां घूम रहे जेबकतरे कभी भी आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
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