भारत की कितना फिसदी चाय असम से आती है और विदेश में कहां कहां भेजी जाती है ?

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भारत की कितना फिसदी चाय असम से आती है और विदेश में कहां कहां भेजी जाती है ? ( What percentage of India's tea comes from Assam and where is it sent abroad? )
भारत की कितना फिसदी चाय असम से आती है और विदेश में कहां कहां भेजी जाती है ? ( What percentage of India's tea comes from Assam and where is it sent abroad? )

भारत की कितना फिसदी चाय असम से आती है और विदेश में कहां कहां भेजी जाती है ? ( What percentage of India’s tea comes from Assam and where is it sent abroad? )

चाय एक ऐसा पेय पदार्थ है, जो विदेशों के साथ साथ भारत में भी विशेष महत्व रखता है. हमारे देश में जब भी कोई मेहमान घर पर आता है, तो अधिकतर घरों में उसको चाय दी जाती है. कोई किसान खेत में काम करते हुए थक जाता है, तो फिर चाय ही उसकी थकान को दूर करती है. सर्दी के मौसम में तो चाय पीने का अपना ही आनंद होता है.

चाय के इतने लोकप्रिय होने के कारण लोगों के मन में चाय के उत्पादन से संबंधित या इसके इतिहास से संबंधित कई तरह के सवाल आते हैं. इसी तरह का एक सवाल जो आमतौर पर पूछा जाता है कि भारत की कितना फिसदी चाय असम से आती है और विदेश में कहां कहां भेजी जाती है ? अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल है, तो इस पोस्ट में इसी सवाल का जवाब जानते हैं.

चाय असम
असम चाय

भारत की कितना फिसदी चाय असम से –

भारत में सबसे ज्यादा चाय का उत्पादन असम ( उत्तरपूर्व में स्थित ) में ही होता है. इसी कारण इसको Tea City of India भी कहा जाता है. अगर असम में चाय के उत्पादन की बात करें, तो यहां पर लगभग 652 मिलियन किलोग्राम चाय का उत्पादन होता है.

वहीं अगर असम के चाय उत्पादन की तुलना पूरे भारत देश से करें, तो यहां देश की लगभग 52 फिसदी चाय का उत्पादन होता है. असम के 20 फिसदी लोग चाय के क्षेत्र में काम करते हैं. चाय उत्पादन की बात करें, तो असम के बाद दूसरा नंबर पश्चिम बंगाल का आता है.

असम में Camellia Sinensis var. Assamica नामक चाय के पौधे की खेती की जाती है. इसका विशेषताओं के कारण ही इसका इस्तमाल खाने के स्वाद और इत्र में भी किया जाता है. असम में उत्पादित चाय का असम में 10 फिसदी ही प्रय़ोग किया जाता है.

असम की चाय
असम चाय

असम की चाय विदेश में कहां कहां भेजी जाती है –

असम सिर्फ चाय का अत्य़धिक उत्पादन करने वाला राज्य ही नहीं है , बल्कि इसकी चाय की मांग विदेशों में भी है. असम की चाय बहुत ही गुणवत्ता वाली होती है.

दक्षिण चीन के बाद असम दूसरा सबसे बड़ा चाय का उत्पादक क्षेत्र है. अगर विदेशों में निर्यात की बात करें, तो असम की चाय रूस , संयुक्त राज्य अमेरिका , ईरान इत्यादी सहित विशेष के अनेंक देशों में भेजी जाती है तथा असम की चाय वहां बहुत लोकप्रिय है.

चाय के महत्व को देखते ही भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में चाय बागान टाइम जोन बनाया गया है. वहां सूरज सबसे पहले निकलता है. इस कारण वहां के कर्मचारियों को समय पर काम पर जाने में असुविधा ना हो. असम में भी चाय के उत्पादन में कुछ जिले जैसे शिवसागर , कामरूप , नवागांव इत्यादी अग्रणी हैं.

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चाय भारत ही नहीं बल्कि विश्व में एक लोकप्रिय पेय पदार्थ है. यह चाय के पौधे की पत्तियों से तैयार किया जाता है. चाय मुख्यरूप से 3 तरह की होती है. 1. काली चाय 2. हरी चाय 3. गट्टी चाय . ऐसा माना जाता है कि अंग्रेजों के आने से पहले भारत में लोगों को चाय के बारे में जानकारी नहीं थी. लेकिन जब चीन से चाय लाने पर भारत में इसकी जानकारी हुई तो चाय भारत में प्रत्येक का एक अभिन्न अंग बन गई. रॅाबर्ट ब्रूस ने असम में चाय के पौधे की खोज की थी.

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