बिहार विधानसभा चुनाव के तीनों चरण के लिए अनुमानित 57.91 प्रतिशत मतदान हुआ. साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में 60.51 प्रतिशत मतदान हुआ था.बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम चंपारण जिले की विधानसभा सीटों पर 56.02 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 57.16 प्रतिशत, सीतामढ़ी में 55.84 फीसदी, मधुबनी में 56.36 प्रतिशत , सुपौल में 61.19 प्रतिशत, अररिया में 54.58 प्रतिशत और किशनगंज में 62.55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
इसके अलावा तीसरे चरण में पूर्णिया की विधानसभा सीटों पर 59.25 प्रतिशत, मधेपुरा में 59 प्रतिशत, सहरसा में 60.20 प्रतिशत, दरभंगा में 54.91 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर -57.57 प्रतिशत , वैशाली में 52.68 प्रतिशत और समस्तीपुर में 58.15 प्रतिशत मतदान हुआ.मुख्य निवार्चन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने संवाददाताओं को बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में 78 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ और इसके साथ ही मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई. अब 10 नवंबर को मतगणना होगी.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के समय में चुनाव के लिये अभूतपूर्व तैयारी की गई. उन्होंने कहा कि कोविड-19 बाद महामारी के समय में यह सबसे बड़ा चुनाव हुआ है क्योंकि बिहार में चुनाव के दौरान 7.3 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे थे.श्रीनिवास ने बताया कि बिहार का जनसंख्या घनत्व उच्च होने के कारण सामाजिक दूरी और अन्य सुरक्षा मानकों को लागू करना चुनौतीपूर्ण था.
अपर महानिदेशक ( मुख्यालय) जितेन्द्र कुमार ने बताया कि 78 जिलों में 14,334 भवनों में स्थित 33,782 केन्द्रों पर मतदान हुआ जिनमें से 337 भवन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित थे.कुमार ने बताया कि 49 लोगों की निरोधात्मक गिरफ्तारी की गई जिसमें एक व्यक्ति को वैशाली से, 14 व्यक्तियों को सीतामढ़ी से, 33 व्यक्तियों को दरभंगा से और एक व्यक्ति को सहरसा से गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि पूर्णिया के भरंगा थाना क्षेत्र में मतदान केंद्र संख्या 282 पर अव्यवस्था की घटना सामने आई और विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिये वहां तैनात बल ने हवा में गोलीबारी की. इसके बाद वरिष्ठ अधिकारी स्थल पर पहुंच गए और फिर मतदान शांतिपूर्वक हुआ.
सभी 33,782 मतदान केन्द्रों पर सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ. मतदान के लिए इतनी ही संख्या में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपीएटी मशीन लगाई गई थी. सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए अर्ध सैनिक बलों की भी तैनाती गई थी.
चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार 78 विधानसभा क्षेत्रों में 2.35 करोड़ मतदाताओं में से 1.23 करोड़ पुरुष, 1.12 करोड़ महिलाएं और 894 ‘‘थर्ड जेंडर’’ मतदाता हैं. इस चरण में जदयू के 37, भाजपा के 35, राजद के 46 उम्मीदवार और कांग्रेस के 25 प्रत्याशी चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे थे। NDA की फिर से सरकार बन गई है और नितीश कुमार फिर एक बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव में सभी की निगाहें राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और विपक्षी महागठबंधन के बीच कांटे के मुकाबले पर हैं. चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन जहां सत्ता विरोधी कारक (एंटी इन्कम्बेन्सी फैक्टर) को टालने के लिये पूरा जोर लगा रही है, वहीं राजद नीत महागठबंधन भी पूरे जोश में है.