पेट और हड्डियों के दर्द का आयुर्वेदिक उपचार क्या है ?

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पेट दर्द का आयुर्वेदिक इलाज
पेट दर्द का आयुर्वेदिक इलाज

पेट और हड्डियों के दर्द का आयुर्वेदिक उपचार क्या है ? ( What is the Ayurvedic treatment of Stomach and bone pain )

वर्तमान समय में बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. कोरोना वायरस की वजह से लोग घऱ से बाहर नहीं जा पा रहे. जिससे एक जगह पर रहने से तनाव के साथ साथ लोगों के शरीर में भी दर्द की समस्या आना आम बात हैं, क्योंकि शारीरिक गतिविधियां कम हो गई हैं. जिससे हड्डियों में दर्द जैसी समस्याएं भी सामने आ रही हैं. इसके साथ ही पेट दर्द की समस्या भी आज के समय में एक आम बात हो गई है. इसी को ध्यान में रखते हुए आज इस पोस्ट में पेट और हड्डियों के दर्द का आयुर्वेदिक उपचार को जानेगें.

हड्डियों का दर्द

हड्डियों का दर्द-

कभी कभी हमारे शरीर में हड्डियों में दर्द होने लगता है. ये दर्द इतना बढ़ जाता है जिसके लिए हम दर्द निवारक गोलियां लेते हैं. जिसके हमारे शरीर में साइड इफ्केट भी हो सकते हैं. हड्डियों में दर्द के लिए अनेंक कारण हो सकते हैं. जैसे कि या तो किसी चोट के कारण दर्द होने लगता है या हमारी हड़्डियां कमजोर हो जाती है जिससे उनमें दर्द शुरू हो जाता है.

पेट दर्द

आयुर्वेद में दर्द का इलाज-

कभी कभी हड्डियों में विटामिन डी की कमी से भी दर्द होने लगता है. आयुर्वेद में दवा, मालिश और लेप को मिलाकर विटामिन डी की कमी से होनेवाले दर्द का इलाज किया जाता है. आमतौर पर इलाज का नतीजा सामने आने में 3 महीने लग जाते हैं. इसके अलावा पूरे शरीर पर तेल की धारा डालते हैं. इसके लिए क्षीरबला तेल, धनवंतरम तेल आदि का इस्तेमाल किया जाता है. इसे 40 मिनट रोजाना और 5 दिन लगातार करते हैं. इससे भी हड्डियां मजबूत होती हैं तथा उनमें होने वाले दर्द में राहत मिलती है. रोजाना एक चम्मच मेथी दाना भिगोकर खाएं क्योंकि मेथी दर्दनिवारक है और हड्डियों के लिए बहुत अच्छी है होती है. इसके अलावा एक कप गुनगुने दूध में एक चम्मच हल्दी डालकर पिएं. हल्दी भी हड्डियों को मजबूत बनाती है, जिससे हड़डियों के दर्द से राहत मिलती है.

पेट दर्द

पेट का दर्द-

पेट दर्द की समस्या एक आम समस्या है. आयुर्वेद में पेट के दर्द को उदर शूल के नाम से जाना जाता है. पेट दर्द पेट की कई बीमारियों के कारण हो सकता है. आमतौर पर देखा जाता है कि पेट दर्द का कारण लंबे समय तक पाचन शक्ति की खराबी और अपच के कारण पेट में गड़बड़ी हो जाती है. आयुर्वेद में पेट के दर्द को दूर करने के लिए कई प्रकार की दवा और जड़ी बूटियां हैं. जो पेट दर्द को जड़ से खत्म कर देती हैं. आयुर्वेद में पेट दर्द के लिए कई दवाएं हैं.

हड्डियों का दर्द

पेट दर्द का आयुर्वेद में इलाज-

पेट दर्द के इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवाओं की बात करें, तो उनमें मुख्य रूप से – अग्नि-प्रभा रस , क्षार वाटी , प्रलयनाला रस , अग्रिमुख रस , अगनशूरादी रस इत्यादि आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग किया जा सकता है. इसके अलावा तिल के बीजों को पानी के साथ मसल कर तब तक गर्म किया जाता है जब तक कि यह एक पिण्ड न बन जाए. फिर इस पिण्ड को पेट पर दर्द वाले स्थान पर रोल किया जाता है जिससे दर्द में आराम मिलता है.

पेट दर्द से बचने के लिए जीवन शैली-

अपनी जीवन शैली में खाने पीने की चीजों का विशेष ध्यान रखे. अपने आहार में जौ और गर्म दूध शामिल करें आहार में शाली के चावल को शामिल करें जो तीन साल से अधिक पुराना न हो. फल और सब्जियां जैसे कि पटोला (एक प्रकार की लौकी), बैंगन, मीठे और पके आम, पीपल के फल, खट्टे फल, अंगूर और कपीठा का सेवन करें आहार में नींबू का रस, सूखे अदरक, लहसुन, लौंग, वीरा नमक और हींग को शामिल करें.

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उपरोक्त इलाज से आपको पेट दर्द और हड्डियों में दर्द से राहत मिलेगी. जब भी आप दवा लें. किसी विशेषज्ञ से जरूर संपर्क करें तथा उनकी सलाह को ध्यान में रखते हुए ही दवा या उपचार को करें.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.

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