Weather News: भारत-पाक में भीषण गर्मी के लिए जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार? विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने क्या कहा

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Weather News: भारत-पाक में भीषण गर्मी के लिए जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार? विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने क्या कहा

Weather News: भारत-पाक में भीषण गर्मी के लिए जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार? विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने क्या कहा

संयुक्त राष्ट्र: भारत और पाकिस्तान के कई हिस्सों में भीषण गर्मी (News about Extreme heatwave) पड़ रही है। दोनों देशों के मौसम विभाग ने कई इलाकों में हीट वेव की चेतावनी जारी की है। हर साल लगातार बढ़ती गर्मी को जलवायु परिवर्तन का असर (Climate Change Causes) बताया जा रहा था। इस बीच मौसम पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organization) ने बयान जारी कर इस दावे का खंडन किया है। डब्लूएमओ ने कहा है कि दोनों देशों में अत्यधिक गर्मी (News about Heatwave India) के लिए पूरी तरह से जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराना जल्दबाजी होगी।

लू की चपेट में भारत और पाकिस्तान
विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने कहा कि भीषण गर्मी का दौर बदलते मौसम के अनुरूप है, जिसमें लू चलनी पहले ही शुरू हो जाती है। भारत और पाकिस्तान के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार 28 अप्रैल को कई क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 43-46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया और भीषण गर्मी दो मई तक जारी रहने का अनुमान है। वहीं, पाकिस्तान के मौसम विभाग ने कहा कि देश के कई इलाकों में दिन का तापमान सामान्य से कुछ डिग्री अधिक रहने का अनुमान है।

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जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराना जल्दबाजी
डब्लूएमओ ने कहा कि भारत और पाकिस्तान में अत्यधिक गर्मी के लिए केवल जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराना जल्दबाजी होगी। भीषण गर्मी का दौर बदलते मौसम के अनुरूप है, जिसमें लू चलनी पहले ही शुरू हो जाती है। इस वैश्विक निकाय ने कहा कि दोनों देशों में राष्ट्रीय मौसम विज्ञान, जल विज्ञान विभाग स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन एजेंसियां साथ मिलकर काम कर रही हैं, ताकि गर्मी से निपटने की योजना तैयार की जा सके।

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मई में और चढ़ेगा पारा
डब्लूएमओ ने कहा कि लू (हीटवेव्स) का न केवल मानव स्वास्थ्य पर, बल्कि पारिस्थितिकी तंत्र, कृषि, जल एवं ऊर्जा आपूर्ति और अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों पर भी व्यापक प्रभाव पड़ता है। मानसून पूर्व की अवधि में भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में नियमित रूप से अत्यधिक उच्च तापमान रहेगा, खासतौर से मई में।



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