आज का एक्सप्लेनर: क्या सैफ पर हमले का मकसद मर्डर था, इसके पीछे क्या किसी अपने का हाथ; वो सबकुछ जो जानना जरूरी है </ h3>
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ये FIR में दर्ज कहानी का मजमून है। जिस तरह हाई सिक्योरिटी वाली सोसाइटी में हमलावर घुसा और सैफ पर जानलेवा हमला कर आसानी से फरार हो गया। इससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। क्राइम ब्रांच की 8 टीमें इन्वेस्टिगेट कर रही हैं कि आखिर हमलावर कैसे घुसा और उसका असली मकसद क्या था?
FIR में दर्ज कहानी, पुलिस की जांच, घर में मौजूद स्टाफ के बयानों और परिस्थिति जनित साक्ष्यों के आधार पर फिलहाल 3 तरह के थ्योरीज सामने आ रही हैं। ये थ्योरीज और उन पर उठ रहे सवाल, जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में…
हमलावर की सैफ से कोई निजी दुश्मनी नहीं थी। वह सैफ के बेटे जहांगीर को बंधक बनाकर लूट को अंजाम देने के इरादे से घुसा होगा। ये थ्योरी FIR में दर्ज कहानी से मेल खाती है। सैफ अली खान के छोटे बेटे जहांगीर की 56 साल की नैनी यानी दाई अरियामा फिलिप ने बांद्रा पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई। FIR के मुताबिक…
- सैफ का परिवार मुंबई के बांद्रा इलाके की सतगुरू शरण बिल्डिंग के 11वीं और 12वीं मंजिल के डुप्लेक्स में रहता है। 11वीं मंजिल में तीन कमरे हैं। एक कमरे में सैफ अली खान और पत्नी करीना कपूर खान रहते हैं। दूसरे कमरे में बेटा तैमूर और उनकी नैनी गीता रहती हैं। तीसरे में जहांगीर उर्फ जेह बाबा, नैनी फिलिप और एक अन्य नैनी जुनू रहती हैं।
- फिलिप और जुनू ने जहांगीर को रात करीब 11 बजे बेड पर सुला दिया और वो दोनों बेड के नीचे सो गईं। रात करीब 2 बजे फिलिप की नींद खुली तो उसने देखा कि बाथरूम का दरवाजा खुला था और लाइट जल रही थी।
- फिलिप ने बताया, ‘मुझे लगा कि करीना अपने बच्चे को देखने आई हैं और मैं दोबारा सो गई। लेकिन बाथरूम से दोबारा आवाज आई तो मैं उठकर बैठ गई। फिर मैंने टोपी पहने एक आदमी की परछाई देखी।’
- तभी एक इंसान बाथरूम से बाहर आया और जेह बाबा के बिस्तर के पास जाने लगा। यह देखकर मैं जल्दी से उठ गई और जेह बाबा के पास गई तो उस आदमी ने अपनी उंगली उठाकर हिंदी में कहा ‘कोई आवाज नहीं।’
- उसी समय जुनू भी नींद से जाग गईं। उस इंसान ने जुनू को भी धमकाते हुए कहा, ‘नो आवाज, नो आवाज।’ , फिलिप ने कहा, ‘जब मैं जेह बाबा को उठाने गई, तो वह अपने बाएं हाथ में लकड़ी जैसा कुछ और दाहिने हाथ में एक लंबा पतला हेक्सा ब्लेड लेकर मेरी ओर दौड़ा।
- हाथापाई के दौरान उसने मुझ पर हेक्सा ब्लेड से वार करने की कोशिश की। जब मैंने हाथ आगे बढ़ाकर बचाने की कोशिश की तो मेरे दोनों हाथों की कलाई के पास और बाएं हाथ की बीच वाली उंगली पर चोट लग गई। उस वक्त मैंने उससे पूछा तुम्हें क्या चाहिए? तो उसने कहा मुझे पैसों की जरूरत है। मैंने पूछा कितने, फिर उसने अंग्रेजी में कहा ‘एक करोड़।’
सैफ-करीना की मेड को पूछताछ के लिए ले जाया गया था। मेड के हाथ पर घाव पर पट्टी बंधी है।
पुलिस की जांच: मुंबई के डीसीपी दीक्षित गेडाम ने बताया कि BNS की धारा 311 (मौत या गंभीर चोट पहुंचाने की कोशिश के साथ डकैती), 312 (जानलेवा हथियार के साथ डकैती की कोशिश) और 331 (घर में सेंध लगाकर हमला करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
डकैती की धाराएं तब लगाई जाती हैं जब घटना में 5 या उससे ज्यादा लोग शामिल हों। अभी यह जानकारी सामने नहीं आई है कि पुलिस ने कितने लोगों को आरोपी बनाया है, साथ ही घटना का मुख्य आरोपी कौन है।
एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने कहा कि आरोपी ने फ्लैट में घुसने के लिए बिल्डिंग शाफ्ट का इस्तेमाल किया होगा, क्योंकि वह दोनों लिफ्टों और लॉबी में लगे CCTV कैमरों में नहीं दिखा। बिल्डिंग में दो एंट्री गेट हैं। मेन गेट पर दो सिक्योरिटी गार्ड हैं जबकि दूसरे गेट पर एक गार्ड है।
इस थ्योरी पर सवालः हाई सिक्योरिटी सोसाइटी में हमलावर कैसे घुसा? हमला करने के बाद शोर-शराबे के बीच वह भागने में कामयाब कैसे हुआ?
सैफ के किसी स्टाफ ने हमलावर की मदद की होगी। उसे घर में घुसने और बाहर निकलने के सभी रास्ते पता थे। उसे ये भी पता था कि वह बिल्डिंग में लगे CCTV फुटेज से कैसे बच सकता है। पुलिस इस थ्योरी के आधार पर भी जांच कर रही है। FIR में फिलिप ने बताया…
- जब सैफ सर आए तो हमलावर ने उन पर ब्लेड से हमला किया और फिर गीता पर भी हमला किया जो कमरे में आई थी। सैफ और गीता ने किसी तरह हमलावर को काबू में किया और सभी कमरे से भाग गए।
- हमलावर कमरे के अंदर था। हमने कमरा बाहर से बंद कर दिया और भागकर ऊपरी मंजिल पर आ गए। शोर सुनकर स्टाफ के बाकी 4 लोग भी जाग गए। जब वे उस कमरे में गए तो देखा कि दरवाजा खुला था। और हमलावर भाग गया था।
FIR से ऐसा लगता है कि हमलावर को पता था कि कमरे की खिड़की के रास्ते वह बाहर कैसे निकलेगा।
पुलिस की जांच: पुलिस के मुताबिक, छठी मंजिल पर फायर-एग्जिट के लिए जो सीढ़ियां बनी हैं उसके CCTV फुटेज में हमलावर को 2 बजकर 33 मिनट पर निकलते देखा गया। आरोपी कमरे की खिड़की से भागा।
हमलावर को 2 बजकर 33 मिनट पर बिल्डिंग से निकल गया।
एक सीनियर पुलिस ऑफिसर ने कहा कि बिल्डिंग के दूसरे गेट की दीवार ऊंची नहीं है। जो जाल लगा है वह भी फटा हुआ है। यह किसी अंदरूनी आदमी का काम हो सकता है। मुंबई पुलिस ने ये भी कहा है कि, हमलावर सैफ के स्टाफ में से एक का रिश्तेदार है, जिसने उसे घर में घुसने दिया। स्टाफ से पूछताछ की जा रही है।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ एनसीपी (एसपी) नेता डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने इस हमले को साजिश बताया। आव्हाड ने कहा, ‘सैफ अली खान पर हमला किसी प्लांड साजिश का हिस्सा हो सकता है। जिस तरह से सैफ को पिछले कई सालों से अपने बेटे का नाम तैमूर रखने के लिए निशाना बनाया जा रहा है, उसे देखते हुए इस बात की जांच जरूरी है कि यह हमला धार्मिक कट्टरपंथियों ने किया था या नहीं।’
FIR के मुताबिक, हमलावर ने सैफ पर 6 बार ब्लेड से वार किया। इससे यह संभावना बढ़ जाती है कि हमला सिर्फ चोरी या लूट के लिए नहीं, बल्कि मर्डर के इरादे से किया गया था। हालांकि, इस संकेत से किसी फैसले पर नहीं पहुंचा जा सकता है।
पुलिस की जांचः पुलिस फिलहाल इस थ्योरी से इनकार कर रही है। पुलिस का मानना है कि हमलावर चोरी या लूट के इरादे से घुसा था। उसका मकसद हत्या करना नहीं था और न ही ये प्री प्लांड है।
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने शुक्रवार को पुणे में संवाददाताओं से कहा कि सैफ अली खान पर चाकू से हमले के पीछे किसी अंडरवर्ल्ड गिरोह का हाथ नहीं है। हमले के सिलसिले में हिरासत में लिया गया संदिग्ध किसी गिरोह का सदस्य नहीं है। किसी गिरोह ने यह हमला नहीं किया है।
अब इस मामले से जुड़े 3 जरूरी सवालों के जवाब…
सवाल-1: हमलावर को ढूंढने में पुलिस को देरी क्यों हो रही? जवाबः पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनके पास आरोपी की सिर्फ तस्वीर है। पुलिस को आरोपी के बारे में कोई और जानकारी नहीं है। इसलिए अभी तक आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस की लगभग 20 टीमें मामले की जांच कर रही हैं।
पुलिस ने 17 जनवरी की सुबह बांद्रा रेलवे स्टेशन से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया था। संदिग्ध का हुलिया हमलावर के हुलिए से मेल खा रहा था। कहा गया था कि संदिग्ध पर पहले से ही हाउस-ब्रेक यानी सेंधमारी के 5 केस दर्ज हैं। हालांकि दोपहर तक पूछताछ के बाद पुलिस ने कहा कि इस शख्स का सैफ अली खान के केस से कोई लेना देना नहीं है। अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।
इस बीच महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा,
एक्टर पर हमले के पीछे किसी अंडरवर्ल्ड गैंग का हाथ नहीं है। सैफ ने कभी नहीं बताया कि उन्हें खतरा है या फिर सुरक्षा की जरूरत है।
सवाल-2: हमले के करीब 44 घंटे बाद सैफ की हालत कैसी है? जवाबः 17 जनवरी को मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल के चीफ न्यूरोसर्जन डॉ. नितिन डांगे और COO डॉ. नीरज उत्तमानी ने बताया कि सैफ को ICU से अस्पताल के स्पेशल रूम में शिफ्ट कर दिया गया है। वे खतरे से बाहर हैं।
सैफ के गले, पीठ, हाथ और सिर समेत 6 जगह ब्लेड लगा था। सैफ की रीढ़ की हड्डी में ब्लेड का ढाई इंच का टुकड़ा फंसा था और फ्लूड भी लीक हो रहा था। सर्जरी करके ब्लेड निकाला गया। डॉक्टर ने कहा कि अगर एक्टर की रीढ़ में चाकू 2 मिमी. और धंस गया होता तो रीढ़ की हड्डी को काफी नुकसान पहुंच सकता था।
लीलावती हॉस्पिटल में सर्जरी करके सैफ की रीढ़ की हड्डी के पास फंसा हेक्सा ब्लेड का यह टुकड़ा निकाला गया।
सवाल-3: क्या सैफ की बिल्डिंग में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त नहीं है? जवाब: पुलिस ने बताया कि सैफ की बिल्डिंग में सुरक्षा व्यवस्था सख्त नहीं है। बांद्रा में इतनी हाई-प्रोफाइल बिल्डिंग के लिए सोसाइटी में CCTV कवरेज अपर्याप्त है। बिल्डिंग के बाहर दुकानदारों ने बताया कि गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड बिना जांच किए उन्हें अपार्टमेंट में जाने की इजाजत दिया करते थे।
बिल्डिंग के बगल में एक सब्जी विक्रेता ने कहा, ‘अगर हमें सब्जियां या फल डिलीवर करने का ऑर्डर मिलता है, तो हम गेट पर जाकर खड़े हो जाते हैं और चौकीदार को बता देते हैं। फिर वह कार्ड का इस्तेमाल करके ऑटोमैटिक गेट खोल देता है और हम लिफ्ट से सामान पहुंचा देते हैं।’
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बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर बुधवार देर रात करीब 2:30 बजे चाकू से 6 बार हमला हुआ है। सैफ पर ये हमला उनके मुंबई में खार स्थित घर पर हुआ। देर रात तीन बजे सैफ को लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। उनके गले, पीठ, हाथ, सिर पर चाकू लगा है। दो घाव ज्यादा गहरे थे, जिसकी वजह से सर्जरी भी करनी पड़ी। पूरी खबर पढ़ें…