उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तीनों पायलटो ने एक एक करके इस्तीफा दे दिया है. इस खबर के बाद से पुरे प्रदेश में हडकंप मच गया है. जानकारी के मुताबिक, वेतन बढ़ाने की मांग पूरी न होने पर नागरिक उड्डयन विभाग के तीन संविदा पायलटों ने इस्तीफा दे दिया है. यूपी सरकार ने इनका इस्तीफा सशर्त स्वीकार भी कर लिया है. इनमें से दो पायलट सिंतबर में और एक अक्टूबर में रिलीज होंगे.
सरकार ने दो पायलटों की न्युक्ति भी कर ली है
जानकारी के मुताबिक सरकार ने दो पायलटों की न्युक्ति भी कर ली है. बताया जा रहा है की अगले 15 दिनों में दो नए पायलट अपना पदभार संभालेंगे. यूपी के बेड़े में फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट उड़ाने के लिए पायलट के 10 पद स्वीकृत हैं. मौजूदा समय में बेड़े में 8 पायलट है.
वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर दिया इस्तीफा
सूत्रों की माने तो तीनों पायलट प्रवीण किशोर, जीपीएस वालिया और कमलेश्वर सिंह अपने वेतन में बढ़ोतरी चाहते है लेकिन सरकार उनकी इस मांग से सहमत नहीं हुई. पायलटों का वेतन करीब 5 लाख 20 हज़ार प्रति माह है. इसके अलावा उन्हें 1 लाख रूपए नाईट अलाउंस भी मिलता था. बताया जा रहा है की उन पर काम का ज्यादा दवाब था. ऐसे में इन लोगों ने इस्तीफा दे दिया.
हालाँकि सूत्रों के अनुसार पायलटों के इस्तीफे के पीछे और कोई कारण है, जिसकी वजह से पायलटों ने इस्तीफे दिए है.
योगी सरकार हवाई अड्डो के नाम बदलने पर भी कर रही है विचार
उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र से बरेली, कानपुर और आगरा हवाई अड्डों का नाम भी बदलने का प्रस्ताव किया है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि राज्य नागरिक उड्डयन विभाग ने एक प्रस्ताव में बरेली हवाई अड्डे का नाम ‘नाथ नगरी’ के नाम पर करने को कहा है जो इस शहर का पुराना नाम बताया जाता है.