हैदराबाद की राककोंडा पुलिस ने बच्चों को मुस्लिम बनाने के आरोप में रविवार के दिन 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी अनाथालय की आड़ में बच्चों को मुस्लिम बनाने का काम करते थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘पीस ऑर्फन होम सोसाइटी’ नाम से अनाथालय चलाने वाले जिन 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन पर आरोप है कि वे पढ़ाई, खाना और रहने के लिए छत देने का लालच देकर तेलंगाना के गरीब परिवारों से बच्चों को लेकर आते थे और उन्हें मुस्लिम धर्म कुबूल करवाते थे।
पुलिस ने जिला बाल कल्याण अधिकारियों की शिकायत के बाद अनाथालय से 4-14 वर्ष की बीच के उम्र के 17 बच्चों को निकाला है। पुलिस ने मुख्य आरोपी मोहम्मद सिद्दीकी ऊर्फ सत्यनारायण के अलावा आठ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी की तलाश की जा रही है। इंडिया टुडे के मुताबिक राककोंडा पुलिस आयुक्त महेश एम भागवत का कहना है, ‘ये लोग तेलंगाना के भद्रचलम, महबूबनगर, खम्मम और वारंगल जिलों के गरीब परिवारों के बच्चे लेकर आते थे और गैरकानूनी तरीकों से उन्हें मुस्लिम बनाने का काम करते थे।’
We received complaint from child welfare that some people are running an uncertified school converting poor children to Islam. After probe we rescued 17 children from premises of the school in Moula Ali, 9 people were arrested & sent to judicial remand.: ACP Malkajgiri #Telangana pic.twitter.com/LmfH7Apz4q
— ANI (@ANI) November 20, 2017
मुख्य आरोपी सिद्दीकी ने 2003-04 में इस्लाम कुबूल करने के बाद वारंगल जिले में पीस ऑर्फन सोसाइटी के नाम से अनाथालय शुरू किया था और पिछले साल उसने हैदराबाद में स्कूल-कम-हॉस्टल भी खोला था। पुलिस के मुताबिक सिद्दीकी के अलावा अन्य आठ आरोपियों की पहचान एम प्रवीण, सैयद अब्दुल्लाह, मोहम्मद शकील अहमद, मोहम्मद इस्माइल, बी सोमेश्वर राओ उर्फ अब्दुल्ला, एम सागर, मोहम्मद रब्बानी और मोहम्मद फ्याजुद्दीन के नाम से हुई है। आईपीसी की धारा 153-ए, 342, 363, जेजे अधिनियम के सेक्शन 2 और 4 और एससी-एसटी अत्याचार निरोधक अधिनियम- 1989 के तहत पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अनाथालय के सभी बच्चों को बाल कल्याण विभाग को सौंप दिया गया है।