TMBU में राज्यपाल पर उड़ाए पेपर कटिंग, व्यवस्था पर सवाल: 48वें दीक्षांत समारोह के दौरान अफरा-तफरी, 248 शोधार्थियों को मिली डिग्री – Bhagalpur News h3>
तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) का 48वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को भव्यता के साथ आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता बिहार के राज्यपाल और कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान ने की। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 6 बजे से बीएन कॉलेज परिसर में पीएचडी
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दीक्षांत समारोह में कुल 5117 छात्र-छात्राओं को डिग्री और प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इसमें पीजी, स्नातक, वोकेशनल और प्रोफेशनल कोर्स के विद्यार्थी शामिल थे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने बताया कि टीएमबीयू के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा दीक्षांत समारोह रहा।
समारोह के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक देखने को मिली। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान जैसे ही मंच पर पहुंचे, तभी एक छात्र आलोक ने अचानक विरोध स्वरूप नारेबाजी शुरू कर दी और मंच की ओर अखबार की कटिंग फेंकी। यह घटना मंच के पास घटी, जिससे समारोह में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई।
घटना के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने मुस्तैदी दिखाते हुए युवक को पकड़ लिया और मंच से दूर किया। उसे हिरासत में लेकर थाने भेज दिया गया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया। इस घटना ने विश्वविद्यालय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब समारोह में राज्यपाल समेत कई विशिष्ट अतिथि मौजूद थे।
कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे छात्र छात्रा।
चार सत्रों के 430 छात्रों को विशेष सम्मान
समारोह में चार अलग-अलग शैक्षणिक सत्रों के 430 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल, स्मृति पदक, बेस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी की उपाधि दी गई। इनमें पीजी सामान्य कोर्स के 116 विद्यार्थियों के अलावा एमबीए, एमसीए, बायोटेक और एमलिब जैसे प्रोफेशनल कोर्स के विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
डिग्री वितरण की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने तीन प्रमुख कॉलेजों को केंद्र बनाया। बीएन कॉलेज में पीजी डिग्री और सर्टिफिकेट का वितरण हुआ, जबकि टीएनबी कॉलेज और मारवाड़ी कॉलेज में स्नातक डिग्रियों का वितरण किया गया। इसके अलावा, टीएनबी कॉलेज में वोकेशनल और प्रोफेशनल कोर्स की डिग्रियां दी गईं।
दीक्षांत समारोह के बावजूद उठे सुरक्षा पर सवाल
जहां एक ओर यह समारोह विश्वविद्यालय के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि रहा, वहीं सुरक्षा में हुई चूक ने आयोजन की भव्यता पर सवालिया निशान भी लगा दिया। हालांकि, कार्यक्रम को तय समय पर संपन्न कराया गया और सभी विद्यार्थियों को सम्मानपूर्वक उपाधियां प्रदान की गईं।