इस बार उत्तर प्रदेश की थीम पर सजाया सूरज कुंड मेला

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सूरजकुंड मेला शुरू हो चुका है. हर साल की ही तरह इस बार भी शुरूआत धमाकेदार रही. सूरजकुंड मेले में भारत के अलग-अलग कल्चर और लोक परंपराओं की झलक दिखती है. यहां हर वर्ष एक खास राज्य के ट्रेडिशन, खान-पान, शिल्प और कलाएं दिखाई जाती हैं. इस साल सूरज कुंड मेले की थीम उतरप्रदेश है.  इस मेले में कम से कम 20 देश और सभी भारतीय राज्य हिस्सा लेंगे.

यह मेला दूसरे शहरों में रह रहे लोगों के लिए अपनी संस्कृति की यादें ताज़ा कर देता है. मेले को देखने के लिए हज़ारों की तादाद में लोग आते हैं.

सूरजकुंड मेला अथॉरिटी, हरियाणा टूरिज्म और टेक्स्टाइल, पर्यटन, कल्चर एंड एक्सटर्नल अफेयर्स मंत्रालय मिलकर इसे आयोजित करते हैं. इनका उद्देश्य होता है ग्रामीण भारत के कल्चर और ट्रेडिशन को दिखाना.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मनोहर लाल खट्टर ने 2 फ़रवरी को मेले का उद्घाटन किया. इस बार ये ३२ वां सूरज कुंड इंटरनेशनल मेला है. बता दें की सूरज कुंड मेला सुबह 10 बजकर 3० मिनट से शुरू होकर रात के 8  बजकर ३० मिनट तक चलेगा. साथ ही सूरज कुंड मेले की टिकट ऑनलाइन भी बुक की जा सकती है.

इस बार झारखंड के राज्य चिह्नों को प्रदर्शित करने वाले 5 अस्थाई द्वार बनाए गए हैं. राज्य से लगभग 300 कलाकार , खैरा, करसा, पायका जैसी लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे. सूरजकुंड 40.5 एकड़ क्षेत्र में फैला है. मैदान में 1010 वर्क हट तथा बहु-व्यंजन फूड कोर्ट बनाया गया है, जिसमें 36 फूड स्टॉल लगाए गए हैं.

मेले की सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. प्रशासन की ओर से करीब 1500 पुलिसकर्मियों को यहां ड्यूटी पर तैनात किया गया है. इसके साथ ही सीसीटीवी के जरिए भी हर कोने पर नजर रखी जा रही है. इस बार बल्लभगढ़ व एनआईटी बस अड्डे से मेले के लिए चलने वाली बसों की संख्या को 25 से बढ़ाकर 30 कर दिया गया है.

अन्य कंपनी भी करेंगे मेले में वाईफाई का उद्घाटन

मेले  में इस बार निशुल्क वाईफाई मिलेगा. दर्शक अपने मोबाइल पर मेले के कार्यक्रमों को निशुल्क अपलोड कर सकेंगे. निगम ने इसके लिए अन्य मोबाइल नेटवर्क कंपनियों के साथ मिलकर सुविधा कराई है. मेला परिसर में टावर लगाए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि निशुल्क सेवा बीएसएनएल ने करवाई है अन्य कंपनी ने अभी फ्री वाईफाई की घोषणा नहीं की है.