यह है एमपी के मशहूर अस्पताल जो देते है कुछ बेहतरीन सुविधायें |

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नोडल अधिकारी डॉ. विकेश अग्रवाल के अनुसार, एमपी के जबलपुर शहर में है नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल जो की देश के बेहतरीन अस्पताल में शामिल हो चूका है, ये उन 50 मेडिकल कालेज अस्पतालों में शामिल हो चूका है जोकि नेशनल मेडिकल कॉलेज नेटवर्क (N.M.C.N ) से जुड़ गए हैं। ऐसा मन जाता है की मध्यप्रदेश का यह एक मात्र ऐसा मेडिकल अस्पताल एवं कॉलेज जो इस नेटवर्क से जुड़ा है। इस तरह अब यह प्रदेश का पहला ई- हॉस्पिटल एवं कॉलेज बन गया है। अधिकारियों के अनुसार ई हास्पिटल बनने के साथ ही कुछ ई-सेवाएं तो तत्काल शुरू कर दी गई हैं, जबकि कुछ सेवाएं जल्द शुरु कर दी जाएंगी।

 

यह फयदे है मरीजों को :-

नेशनल मेडिकल कॉलेज नेटवर्क (N.M.C.N ) से जुडऩे और प्रदेश का पहला ई- हॉस्पिटल बनने से मरीजों को सीधा फायदा मिलेगा जैसे की ।

मेडिकल अस्पताल में अपने पसंदीदा डॉक्टर से इलाज के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट मरीज अब अपने घर बैठे ले सकेंगे। इस के संबंध में मरीजों के दिए गए मोबाइल पर मैसेज आएगा।

यदि किसी मरीज के लिए डॉक्टर को कॉल करना हो तो मरीज के रिश्तेदार या वार्ड ब्वाय को उस डॉक्टर के पास जाना पड़ता था। लेकिन इस मेडिकल अस्पताल में यह बड़ी सुविधा है। यहां डॉक्टर्स कॉल मैनेजमेंट सिस्टम है। इस सिस्टम मेंं वार्ड से ही सीधे उस डॉक्टर के पास सूचना पहुंच जाती है। इससे मरीज के पास डॉक्टर जल्द पहुचते है और उचित इलाज भी जल्द शुरु करते है।

ई-हेल्पलाइन सेवा की भी है सुबिधा :-

इस अस्पताल में ओपीडी व आईपीडी में मरीजों के रिकॉड्र्स ऑनलाइन हो गई है। इतना ही नहीं यहां ई-हेल्पलाइन सेवा भी शुरू हो गई है। मरीज अपनी शिकायत इस पर दर्ज करा सकता है। यह शिकायत सीधे विभागाध्यक्ष के पास जाएगी जिसके कारण इसका निराकरण तुरंत किया जा सकेगा। अस्पताल में जल्द ही टेलीमेडिसिन सेंटर शुरू किया जाएगा। इस सेंटर के लिए केन्द्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है।

एल्गिन अस्पताल डिलीवरी के लिए सबसे अच्छा अस्पताल है :-

मध्यप्रदेश के जबलपुर में नवजातों और प्रसूताओं की अच्छी देखभाल के लिए हर कोई चिंतित रहता है। डिलीवरी के लिए अच्छे अस्पताल की तलाश करते रहते हैं | अब ये दिक्कत दूर हो गई है। मध्यप्रदेश के जबलपुर के स्टेट क्वालिटी एसोरेंस सेल (एसक्यूएसी) ने जांच में एल्गिन हॉस्पिटल अस्पताल के प्रसूता गृह और ऑपरेशन कक्ष में देखभाल की गुणवत्ता को बेहतर पाया है।  प्रदेश के इस सरकारी अस्पतालों में नवजातों और प्रसूताओं की सबसे अच्छी देखभाल हो रही है।   सरकार ने इस अस्पताल को डिलीवरी के लिए सबसे अच्छा अस्पताल बताया और बाकायदा सरकार ने इसके लिए अस्पताल को प्रमाणपत्र भी दिया है।

विक्टोरिया जिला अस्पताल :-

यह अस्पताल अंग्रेजों ने 1876 में बनाया था। इस हॉस्पिटल का नाम महारानी विक्टोरिया के नाम पे रखा गया है लेकिन अब ये जिला अस्पताल के नाम से प्रसिद्ध है | यहाँ हर इलाज या तो मुफ्त में होगा या फिर बेहद कम पैसों में इलाज किया जाएगा।

 

जयारोग्य अस्पताल  :-

गजराराजा मेडिकल कॉलेज मध्यप्रदेश का पहला मेडिकल कॉलेज बन गया है, जहां जेरीएट्रिक मेडिसिन विशेषज्ञ मौजूद होगा। जयारोग्य अस्पताल ग्वालियर में जेरीएट्रिक मेडिसिन विशेषज्ञ अब बुजुर्गों के उपचार के लिए मौजूद रहेंगे। जिससे सीनियर सिटीजन का एक ही कैबिन में पूरा इलाज हो सकेगा। इससे बुजुर्गों को उपचार के लिए अलग-अलग डॉक्टर से चेकअप के लिए घंटों लाइन में नहीं लगना होगा।