ये बाबा गुंडे पालता है और भक्तों को नपुंसक बना देता है? जाने इस बाबा के बारे में

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डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम के खिलाफ साध्वी से रेप केस में 25 अगस्त को कोर्ट का फैसला आने वाला है। पंचकुला सीबीआई कोर्ट को बाबा पर फैसला सुनाना है, लेकिन तारीख आने से पहले ही पंचकुला किले में तब्दील हो चुका है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

 पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स की पलटन की पलटन तैनात हो चुकी हैं। राम रहीम के समर्थक कह रहे हैं कि वो अपने बाबा का बाल भी बांका नहीं होने देंगे। पंचकुला में ही नहीं, हरियाणा के फतेहाबाद से लेकर पानीपत, संगरूर तक डेरा सच्चा सौदा के समर्थक बाबा के लिए घरों से निकल आए हैं। कोई नारे बाज़ी कर रहा है, तो कोई धमकियां दे रहा है, किसी के हाथ में डंडे हैं।

समर्थक दे रहे हैं खुलेआम धमकी

बाबा राम रहीम पर 2007 से ये केस चल रहा है। हरियाणा में सिरसा के बाहरी इलाके में डेरा का शिविर है। 25 अगस्त को पंचकुला सीबीआई कोर्ट फैसला सुनाएगी। लेकिन फैसले से पहले बाबा के समर्थकों ने धमकी दी है। अगर फैसला बाबा के विरोध में गया तो अंजाम बुरा होगा। खबर के मुताबिक बाबा के समर्थकों ने डीज़ल, पेट्रोल और पत्थर भी जुटा लिए हैं।

देश से विदेशों तक फैला है बाबा के समर्थक

डेरा सच्चा सौदा आश्रम लगभग 68 सालों से चल रहा है। कहा जाता है कि डेरा सच्चा सौदा का साम्राज्य देश से लेकर विदेश तक फैला है। अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और तो और यूएई तक इसके आश्रम और अनुयायी हैं। दावा तो यहां तक किया जाता है कि दुनियाभर में डेरे के करीब पांच करोड़ अनुयायी हैं। जिनमें से करीब 25 लाख अनुयायी तो अकेले हरियाणा में हैं।

क्रिकेट स्टेडियम बना अस्थाई जेल

बाबा पर बवाल को देखते हुए हरियाणा सरकार फुल अलर्ट पर आ गई है। 25 अगस्त को राम रहीम पर फैसले के चलते चंडीगढ़ में सेक्टर 16 के क्रिकेट स्टेडियम को भी अस्थाई जेल में बदला जा रहा है।

15 अगस्त को मनाता है अपना जन्मदिन

 बाबा राम रहीम ने पंद्रह अगस्त को अपना 50 वां जन्मदिन मनाया। वो लग्जरी गाड़ियों के काफिले में चलते हैं। कहीं रुके तो गाड़ियों को ढंक दिया जाता है। यहां तक पता नहीं चलता कि बाबा बैठे किस गाड़ी में हैं। सुरक्षा में अंगरक्षक भी मुस्तैद नजर आते हैं।

23 की उम्र में बने डेरा प्रमुख

आपको बता दें कि 1967 में राजस्थान के श्रीगंगानगर में जाट सिख परिवार में जन्में बाबा राम रहीम को तत्कालीन डेरा प्रमुख सतनाम सिंह ने 23 सितंबर 1990 में अपना वारिस घोषित किया था। फिर बाबा राम रहीम की अगुवाई में डेरे की लोकप्रियता बढ़ने लगी। बाबा राम रहीम का डेरा सच्चा सौदा सामाजिक समरसता बढ़ाने, नशामुक्ति और मानवसेवा से लेकर सर्वधर्म संभाव का संदेश देता है। लिहाजा, इनके अनुयायियों की तादाद भी बढ़ती जा रही है।

डेरा और बाबा से जुड़े विवादों की फेहरिस्त

साल 2001 – साध्वी के साथ यौन शोषण का मामला

साल 2002 – पत्रकार रामचंद्र की हत्या का आरोप

साल 2003 – डेरा की प्रबंधन समिति के सदस्य रणजीत सिंह हत्याकांड

साल 2007 – गुरु गोबिंद सिंह के लिबास पर सिखों से विवाद

साल 2010 – डेरा के पूर्व मैनेजर फकीर चंद की गुमशुदगी की मामला

साल 2012 – डेरे के 400 साधुओं को नपुंसक बनाने का आरोप