फिल्म अभिनेता ऋतिक रौशन आजकल अपनी आगामी फिल्म ‘सुपर 30’ को लेकर काफी सुर्खियों में हैं. 25 जनवरी को फिल्म की शूटिंग के लिए ऋतिक रामनगर जा रहे हैं. लेकिन अनुराग कश्यप के निर्देशन बन रही फिल्म ‘सुपर 30’ विवादों में फंस गई है. दरअसल यह फिल्म पटना के सुपर 30 कोचिंग के संस्थापक आनंद कुमार की बायोपिक(जीवनी) है. मगर आनंद के साथी और कोचिंग के संस्थापक तथा बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद ने फिल्म के निर्माताओं और अभिनेता ऋतिक रौशन पर निशाना साधा है. अभयानंद का कहना है, ‘फिल्म में बताई जा रही कुछ बातें सही नहीं है.’
ये है विवाद
एक एंटरटेनमेंट चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, कोचिंग के संस्थापकों में से एक और बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद ऋतिक की फिल्म की कहानी से खुश नहीं हैं. अभयानंद ने बताया, ”आनंद कुमार अपने सुपर 30 प्रोग्राम के लिए जाने जाते हैं, लेकिन उनका इस प्रोग्राम की पूरा क्रेडिट लेना ठीक नहीं है. मेरा मानना है कि ऋतिक की फिल्म फिक्शन पर आधारित है क्योंकि फिल्म की कहानी में कुछ चीज़ें गायब हैं. फिल्म में कहीं भी मेरा नाम नहीं लिया गया. फिल्म के निर्माताओं को लगता है कि मेरा कहीं योदगान ही नहीं रहा. बिहार के लोगों को सच्चाई पता है इसलिए उनकी फिल्म बिहार के लोगों को पसंद नहीं आएगी. फिल्म के हीरो ऋतिक को खुद से सच्चाई पता करनी चाहिए. वह पटना जाकर पता कर सकते हैं कि सच्चाई क्या है.” बता दें कि पूर्व डीजीपी अभयानंद भी सुपर-30 के सह संस्थापक थे.
आनंद कुमार के जीवन से प्रेरित है फिल्म
गौरतलब है कि यह फिल्म पटना के आनंद कुमार पर बनाई जी रही है. आनंद ने साल 1992 में गणित पढ़ाना शुरु किया था. शुरुआती समय में उन्होंने 500 रुपए महीने के एक किराए के कमरे में पढ़ाया, लेकिन एक ही साल में 2 छात्रों को पढ़ाने से शुरू हुआ सफ़र 36 छात्रों तक पहुंच गया. इसके बाद कुछ ही वक़्त में कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 500 पहुंच गई. इस सफलता से प्रेरित होकर आनंद ने सुपर 30 की शुरुआत की. उन्होंने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने के लिए ऐसे 30 छात्रों का चयन किया जो पढ़ने में अच्छे थे लेकिन गरीब परिवार से थे और कोचिंग फीस भरने में असमर्थ थे. आनंद की मेहनत का नतीजा यह रहा कि उनके पढ़ाये गए बच्चों में 18 छात्रों का आईआईटी में चयन हुआ.