दोषी राम-रहिम को जेल में स्पेशल ट्रीटमेंट!

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दोषी राम-रहिम को जेल में स्पेशल ट्रीटमेंट!
दोषी राम-रहिम को जेल में स्पेशल ट्रीटमेंट!

यौन शोषण के दोषी राम-रहिम को जेल में स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जा रहा है, इस बात में कितनी सच्चाई है, यह तो खैर वक्त ही बताएगा, लेकिन इस खबर से बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर क्यों दिया जा रहा है राम-रहिम को स्पेशल ट्रीटमेंट? राम-रहिम किसी सामान्य अपराध को दोषी थोड़ी न है, जिसे स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जा रहा है, उन्होंने तो एक जघन्य अपराध किया है, जिसकी सजा तो शायद जो सुनाया जाएगा, वह भी कम ही होगा। आइये नजर डालते है पूरे खबर पर।

आपको याद दिला दें कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को यौन शोषण मामले में पंचकूला सीबीआई कोर्ट ने शुक्रवार को दोषी करार दिया। साथ ही राम रहीम को एयरलिफ्ट करके रोहतक की जेल में भेज दिया गया है। आपको यह भी बता दें कि आर्मी के हेलीकॉप्टर से राम रहीम को पुलिस प्रशिक्षण केंद्र सुनारिया के अंदर उतारा गया। सूत्रो की रिपोर्ट की मुताबिक, राम-रहिम को पहले गेस्ट हाउस में और बाद में स्पेशल सेल में रखा गया है, जहाँ उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। सूत्रों की माने तो राम रहीम को जेल में एक गिलास दूध पीने को दिया गया। साथ ही पीने के लिए मिनरल वाटर भी दिया गया है। इतना ही नहीं राम-रहिम की सेवा में एक सेवादार भी लगा हुआ है। बताया तो यह भी जा रहा है कि वह पूरी रात जेल में सो नहीं पाया।

मामलें में पुलिस का क्या कहना है..
जब स्पेशल ट्रीटमेंट की खबर सामने आई तो पुलिस के आलाधिकारी इसका बचाव करते नजर आये। इस मामलें में जेल डीजी ने कहा कि राम रहीम को जेल में विशेष सुविधा नहीं दी गई और उन्हें वहां सामान्य कैदी की तरह ही रखा गया है। पुलिस के मुताबिक स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है।

हिंसा में 32 लोगों की मौत…
आपको बता दें कि राम-रहिम हिंसा में अबतक 32 लोगों की मौत हो गई है, साथ ही 250 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। मामलें को गंभीरता से देखते हुए 361 ट्रेन को रद्द कर दिया गया है। आपको यह भी बता दें कि पंजाब में दो रेलवे स्टेशन पर आगजनी हुई है, तो हरियाणा के पंचकुला, सिरसा में भीषण तोड़फोड़ हुई है। इसके साथ ही दिल्ली में भी आनंद बिहार में खड़ी एक ट्रेन को आग लगा दिया गया है, तो वहीं बसों को भी आग लगाया गया है।

बहरहाल, स्पेशल ट्रीटमेंट की बात को पुलिस ने खारिज कर दिया है, लेकिन अगर इसमें जरा भी सच्चाई हुई तो यह कानून व्यवस्था के लिये बड़े ही शर्म की बात होगी।