UP में घमासान : बसपा का एलान, आगे होने वाले सारे चुनाव अब अपने बूते लड़ेंगी पार्टी

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UP में सपा-बसपा गठबंधन टूटने के बाद अब मायावती ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने बताया कि जब 23 मई को चुनाव नतीजे आ रहे थे तो मैंने अखिलेश यादव को कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नही मिला. इसके बाद पार्टी विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया तो अखिलेश यादव ने सतीश चन्द्र मिश्र को बुलाया लेकिन मुझसे कोई बात नही की.

इसके पहले मायावती ने ट्वीट करते हुए भी समाजवादी पार्टी पर हमला बोला था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि ‘बीएसपी की आल इण्डिया बैठक कल लखनऊ में ढाई घण्टे तक चली। इसके बाद राज्यवार बैठकों का दौर देर रात तक चलता रहा जिसमें भी मीडिया नहीं था। फिर भी बीएसपी प्रमुख के बारे में जो बातें मीडिया में फ्लैश हुई हैं वे पूरी तरह से सही नहीं हैं जबकि इस बारे में प्रेसनोट भी जारी किया गया था’  

इसके अलावा उन्होंने आगे लिखा कि ‘वैसे भी जगजाहिर है कि सपा के साथ सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन् 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी व दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरूद्ध कार्यों एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया’

इसके आगे भी लिखते हुए उन्होंने कहा कि ‘परन्तु लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अतः पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी’

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मालूम हो कि लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र सपा-बसपा ने आपस में गठबंधन करके चुनाव लड़ा था, जिसमें यह कयास लगाये जा रहे थे कि दोनों पार्टियाँ मिलकर तकरीबन 30 से 35 सीटों पर कब्ज़ा जमाएंगी. लेकिन दोनों पार्टियों को कुल मिलकर 15 सीटें ही मिली, जिसके बाद से ही दोनों पार्टियों में अलगाव की ख़बरें आ रही थी.

हालाँकि अब मायावती ने खुलकर इस बात का एलान कर दिया है कि दोनों पार्टियाँ एक साथ चुनाव नही लड़ेंगी तो यह गठबंधन अब पूरी तरह से टूटता नजर आ रहा है.