26 जनवरी को पूरा देश गणतंत्र दिवस मनाता है. इसी दिन भारत का संविधान भी लागू किया गया था. जिसके उपलक्ष्य पर भारत यह पर्व मनाता है. 26 जनवरी का दिन इतिहास में भारत के लिए अन्य वजहों से भी खास माना जाता है आईए आपको बताते है कि क्या कुछ हुआ भारत में क्यों 26 जनवरी को इतना खास मानते है.
1956 साल 1956 में मुगल सम्राट बाबर के पुत्र हुमायूं की मृत्यु हो गई थी. 1930 में ब्रिटिश शासन के अंतर्गत भारत में पहली बार स्वराज दिवस मनाया गया. 1931 में ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ के दौरान ब्रिटिश सरकार से बातचीत के लिए महात्मा गांधी को रिहा किया गया था.
साल 1949 तक संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को भारत का संविधान सुपूर्द किया. इस दिन भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था. 1950 में भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ था और भारत का संविधान भी लागू हुआ.
1950 स्वतंत्र भारत के पहले और अंतिम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी ने अपने पद से त्यागपत्र दिया और डा. राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति बने. 1950 में अशोक स्तंभ को राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न के रूप में अपनाया गया.
1963 तक मोर के अद्भुत सौंदर्य के कारण भारत सरकार ने 26 जनवरी को इसे राष्ट्रीय पक्षी घोषित कर दिया गया. जिसके बाद 1972 दिल्ली के इंडिया गेट पर राष्ट्रीय स्मारक अमर जवान ज्योति को स्थापित किया गया.
यह भी पढ़ें : नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुडी कुछ खास बातें
1981 में पूर्वोत्तर भारत में हवाई यातायात सुगम बनाने को ध्यान में रखते हुए हवाई सेवा वायुदूत प्रारम्भ हुई.