राशन वितरण में गड़बड़ी रोकने के लिए सरकार ने एक और नया कदम उठाया है। अब कार्ड धारक की आखों के रैटिना का वेरिफिकेशन करने के बाद ही राशन वितरण किया जाएगा। इसके लिए एडवांस वर्जन की नई ई-पॉस मशीन प्रशासन को मिल गई है। यूपी सरकार ने फिलहाल इस तरह की ई-पॉस मशीनें ही खरीदी हैं। इनका ट्रायल जनवरी महीने से गाजियाबाद के बद राजधानी में किया जाएगा। इस ट्रायल के सफल होने के बाद ही इन मशीनों का उपयोग यूपी के अन्य सभी जिलों में किया जाएगा।
जिला आपूर्ति अधिकारी मो. आमिर ने बताया कि इन मशीनों को ऑपरेट करने के लिए राशन डीलर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके बाद इन मशीनों को राशन दुकानदारों क यहां पहुंचा दिया जाएगा। रजध्री मेंलगभग 6.54 लाख राश्न कर्ड धारक हैं। अभी तक राजधनी की राशन दुकानों पर पुरानी ई-पॉश मशीनों के आधार पर ही राशन वितरण हो रहा है। अब यहां नई ई-पॉस मशीन लगाई जा रही है। आगामी जनवरी से सभी राशन डीलर्स के लिए नई ई-पॉस मशीन से वेरिफिकेशन के बाद ही राशन वितरण करना अनिवार्य कर दिया गया है। नई मशीन राशन कार्ड धारक की आंखों का रैटिना स्कैन कर मौके पर ही वेरिफिकेशन करेगी। अभी तक यह कार्य कार्ड धारक के अंगूठे से किया जाता था।
राशन पाने वालों पर कसेगा शिकंजा
सस्ते गल्ले की दुकान से खाद्यान्न लेने वालों पर शिकंजा कसने को शासन ने नई व्यवस्था की है। तीन माह तक राशन न लेने वाले उपभोक्ताओं का राशन कार्ड निरस्त कर दिया जाएगा। इसके बाद फिर से कार्ड बनवाने में मुश्किल होगी। दरअसल नई व्यवस्था से न केवल खाद्यान्न वितरण में पारदर्शिता आएगी, बल्कि जुगाड़ से राशन पाने वालों पर नकेल भी कसी जाएगी। शासन के निर्देश पर आपूर्ति विभाग ने काम करना शुरू कर दिया है।
ऐसे कार्डधारकों पर रखी जा रही नजर
राशन के अनाज में धांधली रोकने को ई.पॉस मशीन के साथ कार्डधारकों पर नजर रखी जा रही। ऐसे कार्ड धारक, जो उठान समय पर नहीं करते हैं उनके लिए खबर अच्छी नहीं है। तीन महीने में एक बार भी राशन नहीं लेने पर संबंधित कार्ड को निरस्त कर दिया जाएगा। असल में सस्ता राशन पाने के लिए जुगाड़ का खेल अपात्र करते रहे हैं, वह अब बंद हो जाएगा। देखने में आता है कि अपात्र राशन कार्ड बनवा लेते हैं। उनके लिए राशन कार्ड विभिन्न योजनाओं का लाभ पाने का जरिया होता है। साधन संपन्न होकर भी सरकारी योजनाओं का फायदा उठाने वालों के मंसूबों पर नई व्यवस्था के बाद पानी फिर जाएगा। विभाग के जानकारों का मानना है इस तरह से अपात्रों पर शिकंजा कस जाएगा। राशन उठाने के लिए कई विकल्प
खाद्यान्न वितरण में शासन पूरी तरह पारदर्शिता लाने के मूड में है। ई-पॉस मशीन में अगर लाभार्थी के अंगूठे का निशान नहीं मिला तो आंखों के रेटिना को स्कैन किया जाएगा। वह भी न होने की दशा में आवाज का मिलान करके राशन वितरित किया जा सकेगा। तीन माह के भीतर राशन कार्डधारक को राशन उठाना होगा। ई-पॉस मशीन में मुखिया अथवा यूनिट के किसी सदस्य की पंोचग तीन माह में नहीं हुई तो राशन कार्ड को निरस्त कर दिया जाएगा। इसकी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। नई व्यवस्था से वितरण प्रणाली मजबूत होगा। अपात्र कार्ड धारकों पर नकेल लग सकेगी।