तो अब याद आया राहुल गांधी को गोरखपुर!

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तो अब याद आया राहुल गांधी को गोरखपुर!
तो अब याद आया राहुल गांधी को गोरखपुर!

गोरखपुर में हुए हादसें को दिन बीत गये, लेकिन कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अब गोरखपुर की याद आई है। क्या राहुल जी आप उस समय सो रहे थे, अरे नहीं, आपको याद दिला दूं कि उस समय राहुल गांधी कर्नाटक में कैंटीन का उद्घघाटन कर रहे थे। जी हाँ, राहुल गांधी नींद से उठ चुके है, और शनिवार को यानि कल गोरखपुर जाएंगे। दरअसल, शनिवार को राहुल गांधी गोरखपुर में उन परिवारों से मिलने जाएंगे, जिनके बच्चों की मौत हादसें में हो गई थी।

खबर के मुताबिक कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को गोरखपुर जाएंगे। वे यहां उन बच्चों के घरवालों से मिलेंगे, जिनकी बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। आपको बता दें कि इससे पहले भी कांग्रेस के कुछ नेतागण और कार्यकर्ता दिल्ली से गोरखपुर गया था, जि‍समें पार्टी के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद, आरपीएन सिंह और राज बब्बर शामिल थे। इन नेताओं ने अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए सीधे तौर पर योगी सरकार पर सवाल उठाया था। आपको याद दिला दें कि गोरखपुर के बीआरडी हॉस्पिटल में बीते दिनों 30 बच्चों समेत 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।

क्या था मामला
पिछले दिनों गोरखपुर के अस्पताल में बच्चों की मौत से सनसनी मच गई थी, बच्चों की मौत की वजह प्रशासनिक लपारवाही होने के साथ ही ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत हुई थी। मौत के बाद पूरे देश में हलचल मच गई थी, पूरा देश इस मामलें से सहम गया है। आपको बता दें कि 7 अगस्त को हुई मौतों के बाद से ही डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन, हॉस्पिटल और राज्य सरकार की ओर से अलग-अलग बयान आए हैं। सरकार का कहना है कि ये मौतें इंसेफेलाइटिस से हुई हैं। ऑक्सीजन की कमी के चलते मौतों की बात से सरकार इनकार कर रही है।

लखनऊ में कांग्रेस ने किया था प्रदर्शन

आपके बता दें कि घटना के बाद यूपी कांग्रेस चीफ राज बब्बर ने बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ लखनऊ में योगी सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट किया था। साथ ही राज बब्बर ने योगी सरकार को हत्यारी सरकार करार दिया था। इस घटना के दौरान वे दो बार पुलिस हिरासत में भी लिए गए थे। माना जा जा रहा है कि राहुल गांधी के गोरखपुर पहुंचने से मामला एक बार तूल पकड़ सकता है।

राहुल गांधी के गोरखपुर पहुंचने से सियासी गलियारों में एक नया मोड़ आ सकता है, लेकिन सवाल तो यही खड़ा होता है कि इतने दिनों तक कहा थे राहुल? बहरहाल, मामलें में राजनीतिकरण नहीं होनी चाहिए, अगर आप नेता के रूप में उनके दुख में शामिल होने जा रहे है, तो ठीक है, लेकिन अगर आप अपनी राजनीति को चमकाने जा रहे है तो शर्म आनी चाहिए।