Petrol-diesel price today: पेट्रोल पर जोर का झटका देने से कंपनियों को रोकेगी सरकार

138
Petrol-diesel price today: पेट्रोल पर जोर का झटका देने से कंपनियों को रोकेगी सरकार

Petrol-diesel price today: पेट्रोल पर जोर का झटका देने से कंपनियों को रोकेगी सरकार

नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल (crude) की कीमत हाल में 139 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई थी। यह 2008 के बाद इसका उच्चतम स्तर है। इससे देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में उबाल आने की आशंका है। देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत में आखिरी बार बदलाव दिवाली के दिन हुआ था। उस समय कच्चे तेल की कीमत करीब 80 डॉलर प्रति लीटर थी। इससे तेल कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि सरकार तेल कंपनियों को ग्राहकों पर ज्यादा बोझ नहीं डालने देगी।

सूत्रों के मुताबिक सरकार कच्चे तेल की बढ़ती कीमत से चिंतित है लेकिन मेटल और फर्टिलाइजर की कीमत में तेजी भी चिंता का विषय है। तेल की कीमत बढ़ने से सभी चीजों के दाम बढ़ सकते हैं। एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि सरकार का पूरा फोकस तेल की कीमतों पर है लेकिन दूसरे कई क्षेत्रों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। मेटल और दूसरी कमोडिटीज की कीमत में तेजी से महंगाई बढ़ने की आशंका है। एल्युमिनियम, निकेल और दूसरे मेटल्स की कीमतों में तेजी से फिनिश्ड गुड्स की कीमतें बढ़ सकती हैं। साथ ही इन चीजों की सप्लाई में भी कमी होने की आशंका है।

Petrol-Diesel Price Today: 200 रुपये लीटर के पार पहुंच जाएगा पेट्रोल-डीजल! रूस की चेतावनी.. यूरोप को पड़ जाएंगे गैस के लाले
महंगाई में उबाल!
उदाहरण के लिए एल्युमिनियम, निकेल और दूसरे मेटल्स की कीमत बढ़ने से ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स और रिन्यूएबल एनर्जी इंडस्ट्रीज में फिनिश्ड गुड्स की कीमत में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। सनफ्लावर ऑयल के मामले में सरकार ने दूसरे संसाधनों का पता लगाने के लिए इंडस्ट्रीज के साथ चर्चा की है। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि पाम तेल की बढ़ती कीमत को देखते हुए इंडस्ट्री इसका विकल्प बाजार में उतारने की तैयारी में है। खुदरा महंगाई पहले ही आरबीआई के 2-6 फीसदी लक्ष्य के अपर बैंड पर है। रूस-यूक्रेन की लड़ाई ने आरबीआई के गणित को गड़बड़ा दिया है। हालांकि एक हफ्ते पहले की तुलना में अधिकांश कमोडिटीज की कीमतों में नरमी आई है। इसके अलावा फर्टिलाइजर और इनपुट्स की बढ़ती कीमत से केंद्र का सब्सिडी बिल बढ़ सकता है।

oil

पिछले साल नवंबर की शुरुआत में जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आखिरी बार बदलाव हुआ था तो तब कच्चे तेल की औसत कीमत 81.5 डॉलर प्रति बैरल थी। दिल्ली में अभी पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये और डीजल की कीमत 86.67 रुपये प्रति लीटर है। जानकारों के मुताबिक कच्चे तेल की कीमत में एक डॉलर की बढ़ोतरी से पेट्रोल-डीजल की कीमत में 50 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी होती है।



Source link