Pakistan Civil Unrest: इमरान खान तूने क्या किया…? गृहयुद्ध से मात्र इंच भर दूर पाकिस्तान, जानें दो ध्रुवों में कैसे बंटी अवाम h3>
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अविश्वास मत हारने के बाद सत्ता गंवाने वाले इमरान खान ने देश को गृहयुद्ध के मुहाने पर खड़ा कर दिया है। पूरा पाकिस्तान दो धड़ों में बंट चुका है। एक पक्ष शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली वर्तमान पाकिस्तानी सरकार का समर्थन कर रहा है। वहीं, दूसरा पक्ष पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ खड़ा है। सिर्फ पाकिस्तान में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के कई देशों में भी पाकिस्तान की राजनीति का शिकार हुए लोग आपस में लड़ रहे हैं। ब्रिटेन में इमरान खान और नवाज शरीफ समर्थकों के बीच कई बार झड़पें हो चुकी हैं। दुबई में तो विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए पाकिस्तानी दूतावास को अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी करनी पड़ी थी। इतना ही नहीं, इसका एक उदाहरण पाकिस्तान के एक रेस्टोरेंट में भी देखने को मिला।
इमरान की पार्टी के बागियों को बनाया जा रहा निशाना
द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को इमरान खान की पार्टी पीटीआई के पूर्व नेता नूर आलम खान एक रेस्टोरेंट में बैठकर खाना खा रहे थे। तभी रेस्टोरेंट में ही मौजूद एक शख्स खान की ओर इशारा कर गद्दार”, “अमेरिकी एजेंट” और पलटू बताकर चिल्लाने लगा। जब नूर आलम खान ने उस शख्स को अनदेखा करने की कोशिश की तब वो उनपर हमला करने के लिए लपका, लेकिन मौजूद लोगों ने बीचबचाव किया। देखते ही देखते रेस्टोरेंट में नेता और कई दूसरे लोगों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। इस दौरान कई टेबल और कुर्सियों को तोड़ डाला गया। जिसके बाद पुलिस ने आकर मोर्चा संभाला और दोनों पक्षों को जैसे-तैसे रेस्टोरेंट से बाहर निकाला।
हत्या करने की धमकी दे रहे इमरान के समर्थक
नूर आलम खान पीटीआई पार्टी के टिकट पर पाकिस्तानी नेशनल असेंबली के सदस्य हैं। उन्होंने हाल में ही इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट कर विपक्ष का समर्थन किया था। जिसके बाद से इमरान खान की पार्टी के समर्थन ऐसे बाकी सांसदों को ढूंढ ढूंढकर निशाना बना रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जब से मैंने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने का ऐलान किया, तभी से मुझे परेशान किया जा रहा है। कई बार तो मुझे जान से मारने की धमकी दी गई। मेरे पास कई ऐसे फोन आए हैं, जिसमें कहा गया है कि हम आपको और आपके बच्चों को बेनज़ीर भुट्टो की तरह मार देंगे। क्योंकि आप एक अमेरिकी एजेंट हैं और प्रधान मंत्री इमरान खान को धोखा दिया है।
इमरान की पार्टी के विधायकों ने पंजाब असेंबली में की मारपीट
इसी तरह की अराजकता शनिवार को पंजाब विधानसभा एक सत्र में भी देखी गई। मौका पंजाब सूबे के नए मुख्यमंत्री के चुनाव का था। इस दौरान इमरान खान की पार्टी पीटीआई के विधायकों ने विधानसभा उपाध्यक्ष पर हमला किया। उनके ऊपर लोटे से हमला किया गया। पीटीआई के विधायकों ने अपनी ही पार्टी के बागी विधायकों के साथ धक्कामुक्की की। मामला इतना बिगड़ गया था कि विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर लाहौर पुलिस की दंगा निरोधक बल ने विधानसभा के अंदर घुसकर मोर्चा संभाला। इस दौरान पीटीआई के तीन विधायकों को विधानसभा उपाध्यक्ष पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया।
खुद अराजकता को बढ़ावा दे रहे इमरान खान
इस घटना के बाद इमरान खान के सबसे करीबी सहयोगी और उनकी सरकार में सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया कि पाकिस्तान पूरी तरह से नागरिक अशांति से इंच भर दूर है। उन्होंने दावा किया कि इमरान खान ने बहुत संयम बरता है। बहुत जल्द वह भी इस बहुत गुस्से वाली भीड़ को रोकने में सक्षम नहीं होंगे और हम देश को नागरिक अशांति में डूबते देखेंगे। हाल के दिनों में इमरान खान की रैलियों में गद्दारी जैसा भड़काऊ नारा जरूर लग रहा है। वे हर रैलियों में दावा कर रहे हैं कि उन्हें सत्ता से हटाने के लिए विदेशी साजिश हुई। विपक्षी पार्टियों ने इसमें साथ दिया और पाकिस्तान की न्यायपालिका भी इस मुद्दे पर खामोश रही।
इमरान की पार्टी के बागियों को बनाया जा रहा निशाना
द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को इमरान खान की पार्टी पीटीआई के पूर्व नेता नूर आलम खान एक रेस्टोरेंट में बैठकर खाना खा रहे थे। तभी रेस्टोरेंट में ही मौजूद एक शख्स खान की ओर इशारा कर गद्दार”, “अमेरिकी एजेंट” और पलटू बताकर चिल्लाने लगा। जब नूर आलम खान ने उस शख्स को अनदेखा करने की कोशिश की तब वो उनपर हमला करने के लिए लपका, लेकिन मौजूद लोगों ने बीचबचाव किया। देखते ही देखते रेस्टोरेंट में नेता और कई दूसरे लोगों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। इस दौरान कई टेबल और कुर्सियों को तोड़ डाला गया। जिसके बाद पुलिस ने आकर मोर्चा संभाला और दोनों पक्षों को जैसे-तैसे रेस्टोरेंट से बाहर निकाला।
हत्या करने की धमकी दे रहे इमरान के समर्थक
नूर आलम खान पीटीआई पार्टी के टिकट पर पाकिस्तानी नेशनल असेंबली के सदस्य हैं। उन्होंने हाल में ही इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोट कर विपक्ष का समर्थन किया था। जिसके बाद से इमरान खान की पार्टी के समर्थन ऐसे बाकी सांसदों को ढूंढ ढूंढकर निशाना बना रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जब से मैंने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने का ऐलान किया, तभी से मुझे परेशान किया जा रहा है। कई बार तो मुझे जान से मारने की धमकी दी गई। मेरे पास कई ऐसे फोन आए हैं, जिसमें कहा गया है कि हम आपको और आपके बच्चों को बेनज़ीर भुट्टो की तरह मार देंगे। क्योंकि आप एक अमेरिकी एजेंट हैं और प्रधान मंत्री इमरान खान को धोखा दिया है।
इमरान की पार्टी के विधायकों ने पंजाब असेंबली में की मारपीट
इसी तरह की अराजकता शनिवार को पंजाब विधानसभा एक सत्र में भी देखी गई। मौका पंजाब सूबे के नए मुख्यमंत्री के चुनाव का था। इस दौरान इमरान खान की पार्टी पीटीआई के विधायकों ने विधानसभा उपाध्यक्ष पर हमला किया। उनके ऊपर लोटे से हमला किया गया। पीटीआई के विधायकों ने अपनी ही पार्टी के बागी विधायकों के साथ धक्कामुक्की की। मामला इतना बिगड़ गया था कि विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर लाहौर पुलिस की दंगा निरोधक बल ने विधानसभा के अंदर घुसकर मोर्चा संभाला। इस दौरान पीटीआई के तीन विधायकों को विधानसभा उपाध्यक्ष पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया।
खुद अराजकता को बढ़ावा दे रहे इमरान खान
इस घटना के बाद इमरान खान के सबसे करीबी सहयोगी और उनकी सरकार में सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया कि पाकिस्तान पूरी तरह से नागरिक अशांति से इंच भर दूर है। उन्होंने दावा किया कि इमरान खान ने बहुत संयम बरता है। बहुत जल्द वह भी इस बहुत गुस्से वाली भीड़ को रोकने में सक्षम नहीं होंगे और हम देश को नागरिक अशांति में डूबते देखेंगे। हाल के दिनों में इमरान खान की रैलियों में गद्दारी जैसा भड़काऊ नारा जरूर लग रहा है। वे हर रैलियों में दावा कर रहे हैं कि उन्हें सत्ता से हटाने के लिए विदेशी साजिश हुई। विपक्षी पार्टियों ने इसमें साथ दिया और पाकिस्तान की न्यायपालिका भी इस मुद्दे पर खामोश रही।