OP Rajbhar: साथ थे तो कौन ऑपरेट कर रहा था? अखिलेश के हमले पर राजभर ने दिया ऐसा बयान, गरमाई सियासत

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OP Rajbhar: साथ थे तो कौन ऑपरेट कर रहा था? अखिलेश के हमले पर राजभर ने दिया ऐसा बयान, गरमाई सियासत

OP Rajbhar: साथ थे तो कौन ऑपरेट कर रहा था? अखिलेश के हमले पर राजभर ने दिया ऐसा बयान, गरमाई सियासत

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पार्टी ने आजमगढ़ और रामपुर का रण हारा तो अब साथियों की नाराजगी बढ़ने लगी है। 26 जून को जब लोकसभा उप चुनाव के परिणाम आ रहे थे, तब भी सपा के सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (OM Prakash Rajbhar) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा था। अब एक बार फिर सपा और सुभासपा अध्यक्ष आमने-सामने आ गए हैं। अखिलेश यादव प्रदेश में योगी सरकार के 100 दिनों के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड पेश किए जाने पर मंगलवार को हमला बोला। मीडिया के सामने जब सहयोगी दलों की नाराजगी का सवाल किया गया तो अखिलेश ने कहा कि कुछ लोग पीछे से ऑपरेट हो रहे हैं। इस पर ओम प्रकाश राजभर ने अपने ही अंदाज में जवाब दिया है। राजभर ने कहा कि जब साथ रहनीं त कउन ऑपरेट करत रहे (जब साथ थे तो कौन ऑपरेट कर रहा था)?

सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एनबीटी ऑनलाइन के रिपोर्टर श्रेयांश त्रिपाठी से विशेष बातचीत में अखिलेश यादव के बयान पर जवाबी पलटवार किया। दरअसल, अखिलेश यादव ने योगी सरकार 2 के 100 दिनों की उपलब्धियों पर प्रेस कांफ्रेंस कर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने सरकार के स्तर पर किसी प्रकार की कार्रवाई न होने की बात कही। राजभर ने आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उप चुनाव का रिजल्ट आने के बाद ओम प्रकाश राजभर की ओर से नाराजगी जताए जाने और घर से निकल कर मैदान में उतर कर कार्य करने की बात कही थी। इस पर अखिलेश से जवाब मांगा गया तो उन्होंने चुनावी हार पर सरकार के खिलाफ हमला बोलना शुरू कर दिया। बाद में जब सवाल दोहराया गया तो उन्होंने कहा कि कुछ लोग पीछे से ऑपरेट हो रहे हैं। उनकी नाराजगी पर हम कुछ नहीं कह सकते।

अखिलेश यादव के इस हमले का ओम प्रकाश राजभर ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि सत्य कड़वा होता है। राजभर लगातार अखिलेश यादव को घर से निकल कर लोगों के बीच जाने की बात करते रहे हैं। एक बार फिर उन्होंने इसे दोहराया। उन्होंने कहा कि हमने क्या गलत कहा है? आप देख लीजिए, आजमगढ़ और रामपुर में चुनावी जीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी हैदराबाद में पार्टी के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। उन पर तो अखिलेश यादव कुछ नहीं बोलेंगे। उन्हें देखना चाहिए कि हमारा मुकाबला किससे है? अगर इस प्रकार की स्थिति में अपनी बात रखते हैं तो लोगों को सच कड़वा लगने लगता है। इसमें हम क्या कर सकते हैं? राजभर ने अखिलेश के पीछे से ऑपरेट होने वाले मामले में तीखी प्रतिक्रिया जताई है। इस पर कई सवाल उठने लगे हैं।

क्या बिखड़ रहा सपा गठबंधन?
ओम प्रकाश राजभर के बयान के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या सपा गठबंधन हर चुनाव के बाद बिखड़ने जैसी स्थिति का सामना एक बार फिर करने वाला है? 2017 के चुनाव के बाद सपा से कांग्रेस अलग हुई थी। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद बसपा-सपा गठबंधन के बीच बिखराव देखने को मिला था। यूपी चुनाव 2022 के बाद सपा गठबंधन से सबसे पहले महान दल अलग हुआ है। केशव देव मौर्य ने गठबंधन छोड़ा। अब सुभासपा के तेवर बदले दिख रहे हैं। ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि जब हम साथ थे तो पीछे से कौन ऑपरेट कर रहा था? इस सवाल ने ही कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

सवाल यह कि क्या राजभर ने अखिलेश का साथ छोड़ दिया है? हालांकि, अब तक राजभर इस प्रकार की स्थिति से इनकार करते रहे हैं। राजभर के इस बयान से राष्ट्रपति चुनाव की राजनीति गरमाने लगी है। अखिलेश यादव ने यूपी में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का निर्णय लिया है। बसपा एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर रही है। राजभर के बयान ने इस चुनाव में गठबंधन के बीच दरार को बढ़ा दिया है।

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