बिहार में बाढ़ का कहर जारी!

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बिहार में बाढ़ का कहर जारी!
बिहार में बाढ़ का कहर जारी!

देश के दूसरे सबसे बड़े राज्य बिहार में अभी भी बाढ़ का सितम जारी है, बाढ़ से बिहार की जनता अभी भी बेहाल है। आपको याद दिला दें कि पिछले कुछ दिनों से बिहार के कुछ हिस्सों में बाढ़ का कहर जारी है। बाढ़ की चपेत में न सिर्फ फसलों का नुकसान हुआ है, बल्कि कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। जी हाँ, बिहार में अब तक बाढ़ से मरने वालों की संख्या लगभग 418 बताई जा रही है। यह संख्या अभी और भी बढ़ सकती है क्योंकि बिहार में बाढ़ का सितम अभी भी बरकार है।

खबर के मुताबिक, बिहार में बाढ़ से प्रभावित इलाकों से पानी भले ही निकलने लगा हो, लेकिन बाढ़ग्रस्त इलाकों में लोगों की परेशानियां कम नहीं हो रही हैं। जी हाँ, प्रशासन की माने तो बाढ़ से प्रभावित इलाकों से पानी तो निकलने लगा है, लेकिन लोगों की दिनचर्या अभी भी सुधरी नहीं है। आपको बता दें कि बिहार के कई हिस्सों में अभी भी बाढ़ का पानी फैला हुआ है। बीते 24 घंटे के दौरान बाढ़ की चपेट में आने से 39 लोगों की मौत हो गई, जिससे बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 418 तक पहुंच गई है। आपको यह भी बता दें कि बिहार में बाढ़ से लगभग 1.67 करोड़ से ज्यादा की आबादी प्रभावित है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

खबर के मुताबिक, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि बाढ़ग्रस्त जिलों के प्रभावित इलाकों से अब बाढ़ का पानी उतर रहा है। साथ ही विभाग का यह भी कहना है कि अभी भी राज्य के 19 जिलों के 186 प्रखंडों की 1.61 करोड़ से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही है। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बीते 24 घंटे के दौरान बाढ़ से 39 लोगों की मौत हुई है, जिसकी वजह से बाढ़ से मरने वालों की संख्या 418 तक पहुंच गई है। इसके साथ ही अररिया में सबसे ज्यादा 87 लोगों की मौत हुई है, जबकि किशनगंज में 24, पूर्णिया में नौ, कटिहार में 40, पूर्वी चंपारण में 32, पश्चिमी चंपारण में 36, दरभंगा में 26, मधुबनी में 28 लोगों की मौत की खबर है।

बिहार के साथ ही यूपी भी बाढ़ से प्रभावित है, हालांकि यूपी में बाढ़ से ज्यादा लोगों के मरने की खबर नहीं है, लेकिन दोनों राज्यों में बाढ़ से काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। बहरहाल, उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द से जल्द इस समस्या बिहार की जनता को निजात मिल सके।