हिन्दू आतंकवाद नहीं ,संघी आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया हमेशा -दिग्विजय सिंह

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आतंकवाद और धर्म दोनों का कोई सीधा सारोकार नहीं है |लेकिन राजनीती और डिप्लोमेसी के इस समय में इन दोनों शब्दों को काफी जोड़कर देखा जाने लगा है |जहाँ हर तरफ इस पर राजनीती की जा रही है ,दंगों को भड़काया जाया रहा है|वहीँ हमारी हिंदी फिल्में और फ़िल्मी सितारे भी इससे अछूते नहीं रहें |जहाँ करण जौहर की फिल्म “माय नेम इज़ खान ” में शाहरुख़ बार -बार ये सफाई देते नज़र आयें की “My Name Is Khan and I am not a terrorist” वहीँ दूसरी तरफ हॉलीवुड सीरीज़ ”क्वांटिको” में प्रियंका चोपड़ा के हिन्दू आतंकवादी शब्द के इस्तेमाल पर बवाल हो गया |

आतंकवाद को कभी धर्म से नहीं जोड़ा
इन हादसों को देख कर ये साफ़ हो गया है ,कि आतंकवाद को धर्म से जोड़ कर पहले भी देखा जाता था और आज भी देखा जा रहा है |हाल ही में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने कभी हिन्दू आतंकवाद जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं किया ,ना ही कभी हिन्दू आतंकवाद की बात की है |दिग्विजय सिंह ने कहा कि आतंकवाद को कभी किसी धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता है |दरअसल मीडिया में यह बात  आग की तरह फैली की दिग्विजय सिंह ने हिन्दू आतंकवाद की बात कही |इस पर पत्रकारों से बात करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता बोले की ,’आपके पास गलत सूचना है कि दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंकवाद की बात कही है| मैंने हमेशा संघी आतंकवाद की बात की है| उन्होंने आगे कहा, ‘कोई भी आतंकवादी घटना धर्म के आधार पर तय नहीं की जा सकती है| कोई भी धर्म आतंकवाद को समर्थन नहीं करता है|

आरएसएस फैला रहा है घृणा और हिंसा -दिग्विजय सिंह
अपनी बात पर और ज़ोर देते हुए वह बोले कि मैंने कहा था कि बम विस्फोट जिन लोगों ने किया था वह संघ की विचारधारा से प्रभावित थे फिर चाहे वह मालेगांव, मक्का मस्जिद, समझौता एक्सप्रेस या फिर दरगाह शरीफ बम विस्फोट कांड रहा हो | उन्होंने RSS( राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ) पर निशाना साधते हुए कहा कि संघ सिर्फ हिंसा और घृणा फैलता रहा है और फिर यहीं से आतंकवाद को जन्म देने लगा |

हर भारतीय हिन्दू है -बीजेपी सांसद संजय पाठक
वहीँ दूसरी तरफ दिग्विजय सिंह की बातों का जवाब देते हुए बीजेपी सांसद संजय पाठक ने ANI से बातचीत के दौरान बताया कि कोई भी शख्स अगर धर्म का पालन करता है, गलत नहीं कर सकता है| कोई भी धर्म कट्टरता नहीं सिखाता ,जो भी भारत में हैं उनको हिंदू कहा जायेगा| इस पर सबकी अलग-अलग राय हो सकती है| लेकिन मेरी नजर में हर भारतीय हिंदू है फिर चाहे वह किसी भी जाति या संप्रदाय का हो |