नई दिल्ली: दिल्ली का सबसे पुराना और सबसे प्राचीन मकबरों में से एक है हुमायूं का मकबरा. आज हम आपको बताने जा रहे है कुछ ऐसा जिसे सुनकर आप सभी हैरान रहें जाएंगे. जी हां, राजधानी दिल्ली में स्थित प्रसिद्ध हुमायूं के मकबरे के पास 16वीं शताब्दी में बने सब्ज़ बुर्ज के गुंबद से मुगलकाल की छुपी हुई पेंटिंग्स मिली हैं.
बता दें कि संरक्षकों को इस मकबरे से नीला, पीला, लाल, सफेद और सुनहले रंग की कई सालों से छिपी हुई पेंटिंग्स प्राप्त हुई है. टीओआई की रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, अगा खां ट्रस्ट और आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया में काम कर रहें संरक्षकों के हाथ यह खजाना लगा है.
जानकारों से मिली जानकारी से यह पता चला कि ऐसा पहली बार हुआ है जब 16वीं दशक के शुरुआती टाइम की कोई पेंटिंग दिल्ली के किसी ऐतिहासिक स्मारक से मिली हो. सीमेंट और कुछ लेयर्स हटाने पर गुंबद में खजाने की जानकारी मिली. एक अधिकारी का कहना है कि पेंटिंग का अधिकतर हिस्सा बारिश के पानी की वजह से खराब हो गया है. ऐसा दोबारा न हो इसका प्रयास किया जा रहा है. वहीं अगा खां ट्रस्ट फॉर कल्चर और हैवेल्स की टीम के जानकारों से यह राय ली जा रही है कि किस टीआरएस से स्मारक के अन्य लेयर को हटाया जाए. सीएसआर एक्टिविटी के तहत हैवेल्स प्रोजेक्ट में मदद कर रहा है.
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क्यों प्रसिद्ध है सब्ज़ बुर्ज का गुंबद
सब्ज़ बुर्ज मकबरा निजामुद्दीन कॉम्प्लेक्स के पास स्थित है, जो हुमायूं के मकबरे, पुरानी दिल्ली के बगल में है, इसकी ऊपरी हिस्सा नीली टाइल्स से बना है. यह दिल्ली का एक संरक्षित पुरातात्विक स्मारक है. यह मुगलकाल के दौरान बनाया गया है. यह ऐतिहासिक इमारत हुमायूं मकबरे के ठीक सामने निज़ामुद्दीन गोल चक्कर पर मौजूद है.