Neeraj Chopra: नीरज की सफलता का राज क्या है? फाइनल में यह पैटर्न विरोधियों के उड़ाएगा होश, बदलेगा पदक का रंग! h3>
बुडापेस्ट: नीरज चोपड़ा इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में एक खास पैटर्न अपनाते हैं। चाहे ओलिंपिक हो, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स या डायमंड लीग, हर बार नीरज शुरुआत में ही दौड़ में सबसे आगे निकलना चाहते हैं। वे अपने पहले दो प्रयासों में 86-87 मीटर से अधिक का शानदार थ्रो करते हैं। बाकी खिलाड़ी उनके पीछे दौड़ते हैं। टोक्यो ओलिंपिक में अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर के थ्रो से उन्होंने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता था। नीरज के इस जबरदस्त थ्रो से बड़े नाम जैसे योहानस वेटर, जूलियन वेबर और केशोर्न वालकॉट दबाव में आ गए और लड़खड़ा गए थे।
हाल ही में बुडापेस्ट, हंगरी में जारी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज का जैवलिन थ्रो फाइनल में पहुंचने का तरीका भी कुछ ऐसा ही था। उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में अपने पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर का बड़ा थ्रो किया। इस थ्रो से उन्होंने फाइनल में जगह बनाई और साथ ही 2024 पेरिस ओलिंपिक के लिए भी क्वालिफाइ कर लिया। ओलिंपिक के लिए क्वालिफिकेशन का मापदंड 85.50 मीटर है।
भारतीय स्टार एथलीट ने 2022 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था और इस बार वह अपने मेडल का रंग बदलने की कोशिश करेंगे। नीरज ने एक बार TOI को बताया था,’मैं जल्द से जल्द अपनी लय में आना चाहता हूं। चौथे प्रयास के बाद से दबाव बढ़ जाता है और इस वजह से असफल होने की संभावना भी बढ़ जाती है। मैं इस (दबाव) को अपने ऊपर कम से कम रखना चाहता हूं।’
केवल पाकिस्तान के अरशद नदीम ही नीरज के करीब आ सके और उन्होंने 85.79 मीटर के थ्रो से फाइनल में जगह बनाई। हालांकि फाइनल में कई बड़े नाम शामिल हैं, लेकिन नीरज के लिए मुख्य चुनौती अरशीद नदीम होंगे।
26 वर्षीय अरशद नदीम, जो लाहौर से 250 किलोमीटर दूर ग्रांड ट्रंक रोड पर स्थित एक छोटे से कस्बे मियां चन्नू से हैं, वह टोक्यो ओलिंपिक के बाद से सुर्खियों में हैं। खासकर जब भी नीरज के साथ उनकी टक्कर होती है। भारत-पाकिस्तान की राइवलरी तब चर्चा में आ जाती है।
यह सिर्फ भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता ही नहीं है, जिसने लोगों का ध्यान अरशद नदीम की ओर खींचा है। 6 फुट 2 इंच के पाकिस्तानी खिलाड़ी का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (PB) नीरज से बेहतर है। उन्होंने 90 मीटर का आंकड़ा पार किया है, जबकि नीरज अभी तक ऐसा नहीं कर सके हैं। 2022 में बर्मिघम कॉमनवेल्थ गेम्स में अरशद नदीम ने 90.18 मीटर का शानदार थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता था।
हालांकि, नीरज 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में ग्रोइन इंजरी के कारण नहीं खेल सके थे। नीरज का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (PB) 89.91 मीटर है। अरशद ने विश्व चैंपियनशिप के फाइनल से एक दिन पहले नीरज को शुभकामनाएं दी और कहा ‘बेस्ट ऑफ लक नीरज भाई। आप भी अच्छा करें, हम भी अच्छा करें। आपका नाम दुनिया में हो, हमारा भी नाम आए।’
अरशद नदीम अगर थोड़ा और मेहनत करते हैं तो वे दिन में किसी भी समय उलटफेर कर सकते हैं। ज्यादातर समय ऐसा लगता है कि हट्टे-कट्टे नदीम के पास काफी प्रतिभा है, लेकिन वह बस अपने पैर को एक्सीलेटर पर दृढ़ता से नहीं रखते है। यह उनकी शैली हो सकती है, लेकिन रविवार को उन्हें नीरज से बेहतर पाने के लिए खुद को पुश करना होगा।
नदीम के अलावा, चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेच, जिन्होंने टोक्यो ओलिंपिक खेलों में नीरज के पीछे रहते हुए सिल्वर मेडल जीता था। वह एक बार फिर स्वर्ण पदक के दावेदार होंगे। वाडलेच का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 90.88 मीटर है, जो फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाले 12 फेंकने वालों में से सर्वश्रेष्ठ है। चेक विश्व में नंबर 1 रैंकिंग में भी हैं।
जर्मनी के विश्व नंबर 2 जूलियन वेबर, जिनकी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.54 मीटर और सीजन का सर्वश्रेष्ठ 88.72 मीटर है। वह भी इस खिताब के दावेदार होंगे। पहली बार, तीन भारतीय भालाफेंक फाइनल में एक्शन में होंगे। नीरज के अलावा, डीपी मनु (क्वालीफाइंग थ्रो: 81.31 मीटर) और किशोर जेना (क्वालीफाइंग थ्रो: 80.55 मीटर) भी रविवार को मेडल के लिए खेलेंगे।
हाल ही में बुडापेस्ट, हंगरी में जारी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज का जैवलिन थ्रो फाइनल में पहुंचने का तरीका भी कुछ ऐसा ही था। उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में अपने पहले ही प्रयास में 88.77 मीटर का बड़ा थ्रो किया। इस थ्रो से उन्होंने फाइनल में जगह बनाई और साथ ही 2024 पेरिस ओलिंपिक के लिए भी क्वालिफाइ कर लिया। ओलिंपिक के लिए क्वालिफिकेशन का मापदंड 85.50 मीटर है।
भारतीय स्टार एथलीट ने 2022 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था और इस बार वह अपने मेडल का रंग बदलने की कोशिश करेंगे। नीरज ने एक बार TOI को बताया था,’मैं जल्द से जल्द अपनी लय में आना चाहता हूं। चौथे प्रयास के बाद से दबाव बढ़ जाता है और इस वजह से असफल होने की संभावना भी बढ़ जाती है। मैं इस (दबाव) को अपने ऊपर कम से कम रखना चाहता हूं।’
केवल पाकिस्तान के अरशद नदीम ही नीरज के करीब आ सके और उन्होंने 85.79 मीटर के थ्रो से फाइनल में जगह बनाई। हालांकि फाइनल में कई बड़े नाम शामिल हैं, लेकिन नीरज के लिए मुख्य चुनौती अरशीद नदीम होंगे।
26 वर्षीय अरशद नदीम, जो लाहौर से 250 किलोमीटर दूर ग्रांड ट्रंक रोड पर स्थित एक छोटे से कस्बे मियां चन्नू से हैं, वह टोक्यो ओलिंपिक के बाद से सुर्खियों में हैं। खासकर जब भी नीरज के साथ उनकी टक्कर होती है। भारत-पाकिस्तान की राइवलरी तब चर्चा में आ जाती है।
यह सिर्फ भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता ही नहीं है, जिसने लोगों का ध्यान अरशद नदीम की ओर खींचा है। 6 फुट 2 इंच के पाकिस्तानी खिलाड़ी का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (PB) नीरज से बेहतर है। उन्होंने 90 मीटर का आंकड़ा पार किया है, जबकि नीरज अभी तक ऐसा नहीं कर सके हैं। 2022 में बर्मिघम कॉमनवेल्थ गेम्स में अरशद नदीम ने 90.18 मीटर का शानदार थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता था।
हालांकि, नीरज 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में ग्रोइन इंजरी के कारण नहीं खेल सके थे। नीरज का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (PB) 89.91 मीटर है। अरशद ने विश्व चैंपियनशिप के फाइनल से एक दिन पहले नीरज को शुभकामनाएं दी और कहा ‘बेस्ट ऑफ लक नीरज भाई। आप भी अच्छा करें, हम भी अच्छा करें। आपका नाम दुनिया में हो, हमारा भी नाम आए।’
अरशद नदीम अगर थोड़ा और मेहनत करते हैं तो वे दिन में किसी भी समय उलटफेर कर सकते हैं। ज्यादातर समय ऐसा लगता है कि हट्टे-कट्टे नदीम के पास काफी प्रतिभा है, लेकिन वह बस अपने पैर को एक्सीलेटर पर दृढ़ता से नहीं रखते है। यह उनकी शैली हो सकती है, लेकिन रविवार को उन्हें नीरज से बेहतर पाने के लिए खुद को पुश करना होगा।
नदीम के अलावा, चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेच, जिन्होंने टोक्यो ओलिंपिक खेलों में नीरज के पीछे रहते हुए सिल्वर मेडल जीता था। वह एक बार फिर स्वर्ण पदक के दावेदार होंगे। वाडलेच का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 90.88 मीटर है, जो फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाले 12 फेंकने वालों में से सर्वश्रेष्ठ है। चेक विश्व में नंबर 1 रैंकिंग में भी हैं।
जर्मनी के विश्व नंबर 2 जूलियन वेबर, जिनकी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 89.54 मीटर और सीजन का सर्वश्रेष्ठ 88.72 मीटर है। वह भी इस खिताब के दावेदार होंगे। पहली बार, तीन भारतीय भालाफेंक फाइनल में एक्शन में होंगे। नीरज के अलावा, डीपी मनु (क्वालीफाइंग थ्रो: 81.31 मीटर) और किशोर जेना (क्वालीफाइंग थ्रो: 80.55 मीटर) भी रविवार को मेडल के लिए खेलेंगे।