जेल में बंद है लालू बाहर नितीश से डर रहे हैं उनके लाल

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राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के नेताओं पर एक के बाद एक नयी मुसीबत आ रही है. इन घटनाओं में पार्टी के चर्चित नेताओं के शामिल होने की वजह से ये विवाद तूल पकड़ते जा रहे हैं. दो दिन पहले लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्यमंत्री तेजप्रताप यादव ने मुख्यमंत्री नितीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी पर उनके सरकारी बंगले में भूत छोड़ने का आरोप लगाया था. तेजप्रताप ने कहा था कि भूतों के कारण उनको बंगला खाली करना पड़ा. इसके बाद RJD के नेता और  बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को बिहार सरकार पर एक और बड़ा आरोप लगाया है. तेजस्वी का कहना है कि उनकी ‘संविधान बचाओ न्याय यात्रा’ से घबराकर अब सरकार उनकी हत्या कराने की साज़िश रच रही है.

 

Tejaswi yadav 1 -

जासूसी के आरोप

बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर उनके खाने में जहर मिलाने के आरोप लगाये हैं. तेजस्वी यादव का कहना है कि सर्किट हाउस में ठहरने के वक्त खाने-पीने की चीज़ों में नशीले और विषैले पदार्थ मिलाने की कोशिश की जा रही है. तेजस्वी ने शुक्रवार की शाम को एक बयान में कहा कि नीतीश कुमार, हमारी संविधान बचाओ न्याय यात्रा को मिल रहे अपार जनसमर्थन से घबराकर बौखला गए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा  उन्हें विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि सरकार द्वारा उनके खिलाफ गंभीर साजिश रची जा रही है.

ट्विटर पर अपनी पोस्ट के जरिए नीतीश सरकार पर हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा कि फोन टैपिंग के बाद अब सर्किट हाउस, जहां पर वो रात्रि विश्राम करते हैं और सभा स्थलों में उनकी जासूसी की जा रही है.

तेजस्वी यादव ने किए सवाल

तेजस्वी ने बिहार के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुये कहा कि देश जानता है नीतीश कुमार अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति के नकारात्मक एवं अवसरवादी व्यक्ति हैं, जो विरोधियों को निपटाने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकते हैं. तेजस्वी ने कहा ‘मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि मैंने यानी एक 28 वर्ष के नौजवान ने उनका क्या बिगाड़ा है? उलटा उन्होंने हमारे सहयोग से बहुमत प्राप्त कर जनादेश की डकैती की है. मुख्यमंत्री जी, माना सारा प्रशासनिक अमला आपके हाथ में है, लेकिन उसका गलत फायदा मत उठाइये. लोकतांत्रिक तरीक़े से लड़िए’.

तेजस्वी के बयान पर जनता दल यूनाइटेड के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने टिप्पणी की है. टिप्पणी करते हुये कहा कि दरअसल तेजस्वी को अपनी इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता का एहसास हो गया है और आगामी उपचुनाव में हार का अंदाजा भी लग गया है. संजय सिंह के अनुसार तेजस्वी ने इस हार के लिए पहले से बहाना ढूंढ लिया है.