गोरखपुर महोत्सव के बीच मालिनी अवस्थी के शो में भीड़ बेक़ाबू, लोगो ने की अभद्र टिप्पणी

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गुरूवार 11 जनवरी को शुरू हुए गोरखपुर महोत्सव का आज शनिवार 13 जनवरी को को समापन समारोह है. यूं तो इस पूरे महोत्सव का आयोजन काफी शांतिपूर्ण रहा कौर सभी कार्यक्रम ठीक तरह से हो गए.  लेकिन शुक्रवार की रात भोजपुरी गायकों के एक कार्यक्रम के दौरान पुलिस को यहां लाठीचार्ज करना पड़ा गया. खबर है कि महोत्सव के दुसरे दिन मालिनी अवस्थी और रवि किशन के कार्यक्रम के दौरान कुछ अराजक तत्वों की खुराफात की वजह से भीड़ बेक़ाबू हो गयी. इसीलिए भीड़ को काबू करने और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.

लोक गायिका पर की अभद्र टिप्पणी

गोरखपुर महोत्सव के दूसरे दिन रात के प्रोग्राम में भोजपुरी गायक व अभिनेता रवि किशन ‘जिया हो बिहार के लाला’ गाने की प्रस्तुति दे रहे थे, उनके साथ मंच पर भोजपुरी लोक गायिका मालिनी अवस्थी भी मौजूद थीं. इसी बीच भीड़ में मौजूद एक दर्शक ने अपना मोबाइल कैमरा ऑन किया और मालिनी अवस्थी पर अभद्र टिप्पणी की. जिसके बाद भीड़ बेकाबू हो गयी और स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को दख़ल देना पड़ा और नौबत लाठीचार्ज तक आ गयी.

Mahotasav -

ख़ास उद्देश्य के तहत हो रहा है गोरखपुर महोत्सव

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा कराये जा रहे इस महोत्सव का उद्देश्य गोरखपुर और आसपास के जिलों में पर्यटन और संस्कृति धरोहर को बढ़ावा देना है. अधिकारियों का कहना है कि गोरखपुर महोत्सव हर साल होता था. लेकिन इस साल ये इतने बड़े स्टार पर हो रहा है क्यूँकी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी शहर से हैं.

विपक्ष ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाये

वीपक्ष के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस महोत्सव पर सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा “अब तो बराबरी हो गई है. हम लोग कला को पसंद करने वाले हैं, हमें आपत्ति क्यों होगी. लेकिन जब महोत्सव हो रहा है तो सैफई से अच्छा हो.” वहीँ कुछ नेताओं का ये भी कहना है कि पहले तो भाजपा सैफई महोत्सव की बुराई करती थी और अब खुद ही उसी राह पर है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार के सांस्कृतिक विभाग में इस समारोह के लिए 35 लाख रुपए का बजट रखा गया है.