Kisan Andolan News: गर्वनर सत्यपाल मलिक ने फिर किया किसान आंदोलन का समर्थन, बोले- ‘गलत रास्ते पर हैं मोदी और शाह’ h3>
हाइलाइट्स:
- मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर किसान आंदोलन का समर्थन किया है
- मलिक का कहना है कि इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह गलत रास्ते पर हैं
- हरियाणा के विधायक को लिखी चिट्ठी में मलिक ने कहा- नहीं दबाया जा सकता किसान आंदोलन
चंडीगढ़
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में लंबे समय से आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया है। उन्होंने दादरी के निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप-40 के प्रधान सोमबीर सांगवान को पत्र भेजा है, जिसमें किसान आंदोलन को जायज ठहराया गया है। इस चिट्ठी में मलिक ने कहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को यह बताने की कोशिश की है कि वे गलत रास्ते पर हैं। वे किसानों को दबाने, डराने और धमकाने का प्रयास न करें।
गौरतलब है कि सोमबीर सांगवान ने किसानों की मांगों को लेकर हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। पिछले छह महीने से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर किसान धरने पर बैठे हुए हैं। इस मुद्दे पर सांगवान ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक को पत्र लिखा था। इसके जवाब में मलिक ने लिखा है कि किसानों को दिल्ली से खाली हाथ नहीं लौटाया जाना चाहिए।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसानों को लेकर मोदी सरकार को फिर घेरा, अब बोले- कुतिया मर जाती है तो..
‘किसानों का आंदोलन दबाया नहीं जा सकता है’
पत्र में राज्यपाल ने लिखा है- ‘किसानों के प्रदर्शन को लेकर मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात कर चुका हूं। मैंने उन्हें किसानों की वाजिब मांगों को मानने और उनके साथ न्याय करने की सलाह दी है। मैंने उनसे यह भी स्पष्ट कर दिया था कि किसानों का विरोध-प्रदर्शन दबाया नहीं जा सकता है। केंद्र सरकार को उनकी मांगें स्वीकार करनी चाहिए। मैं भविष्य में भी इस तरह का प्रयास करता रहूंगा। जो भी संभव होगा, मैं करूंगा।’
मलिक का सनसनीखेज दावा, कहा- ‘टिकैत को गिरफ्तारी से बचाया’
‘केंद्र सरकार की मंशा ठीक नहीं, नहीं जताया दुख’
सांगवान को लिखे खत में राज्यपाल मलिक ने लिखा है- ‘मैं मई के पहले हफ्ते में दिल्ली आ रहा हूं। इससे संबंधित सभी नेताओं से संपर्क करके किसानों के पक्ष में उन्हें सहमत करने का प्रयास करूंगा। आंदोलन के कारण 300 से अधिक किसानों को खोना दुखद है। इसके बावजूद केंद्र सरकार ने इन किसानों के प्रति संवेदना में एक शब्द भी नहीं कहा। केंद्र सरकार की मंशा ठीक नहीं है और वह आंदोलन को तोड़ने और बदनाम करने का प्रयास कर रही है। किसान बधाई के पात्र है कि इन सबके बावजूद वे शांतिपूर्ण तरीके से शानदार और लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं।’
सत्यपाल मलिक
हाइलाइट्स:
- मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर किसान आंदोलन का समर्थन किया है
- मलिक का कहना है कि इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह गलत रास्ते पर हैं
- हरियाणा के विधायक को लिखी चिट्ठी में मलिक ने कहा- नहीं दबाया जा सकता किसान आंदोलन
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में लंबे समय से आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया है। उन्होंने दादरी के निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप-40 के प्रधान सोमबीर सांगवान को पत्र भेजा है, जिसमें किसान आंदोलन को जायज ठहराया गया है। इस चिट्ठी में मलिक ने कहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को यह बताने की कोशिश की है कि वे गलत रास्ते पर हैं। वे किसानों को दबाने, डराने और धमकाने का प्रयास न करें।
गौरतलब है कि सोमबीर सांगवान ने किसानों की मांगों को लेकर हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। पिछले छह महीने से दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर किसान धरने पर बैठे हुए हैं। इस मुद्दे पर सांगवान ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक को पत्र लिखा था। इसके जवाब में मलिक ने लिखा है कि किसानों को दिल्ली से खाली हाथ नहीं लौटाया जाना चाहिए।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसानों को लेकर मोदी सरकार को फिर घेरा, अब बोले- कुतिया मर जाती है तो..
‘किसानों का आंदोलन दबाया नहीं जा सकता है’
पत्र में राज्यपाल ने लिखा है- ‘किसानों के प्रदर्शन को लेकर मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात कर चुका हूं। मैंने उन्हें किसानों की वाजिब मांगों को मानने और उनके साथ न्याय करने की सलाह दी है। मैंने उनसे यह भी स्पष्ट कर दिया था कि किसानों का विरोध-प्रदर्शन दबाया नहीं जा सकता है। केंद्र सरकार को उनकी मांगें स्वीकार करनी चाहिए। मैं भविष्य में भी इस तरह का प्रयास करता रहूंगा। जो भी संभव होगा, मैं करूंगा।’
मलिक का सनसनीखेज दावा, कहा- ‘टिकैत को गिरफ्तारी से बचाया’
‘केंद्र सरकार की मंशा ठीक नहीं, नहीं जताया दुख’
सांगवान को लिखे खत में राज्यपाल मलिक ने लिखा है- ‘मैं मई के पहले हफ्ते में दिल्ली आ रहा हूं। इससे संबंधित सभी नेताओं से संपर्क करके किसानों के पक्ष में उन्हें सहमत करने का प्रयास करूंगा। आंदोलन के कारण 300 से अधिक किसानों को खोना दुखद है। इसके बावजूद केंद्र सरकार ने इन किसानों के प्रति संवेदना में एक शब्द भी नहीं कहा। केंद्र सरकार की मंशा ठीक नहीं है और वह आंदोलन को तोड़ने और बदनाम करने का प्रयास कर रही है। किसान बधाई के पात्र है कि इन सबके बावजूद वे शांतिपूर्ण तरीके से शानदार और लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं।’
सत्यपाल मलिक