सुबह कि शुरुआत खाटू श्याम के साथ ।

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क्या कभी ऐसा हुआ है की आप किसी जरुरी काम के लिए निकलें और किसी बात पर आपका मूड खराब होजाए। जी हाँ ऐसा अक्सर होता है और कईं बार ये मूड खराब इतना बुरा होता है की बनता काम बिगड़ जाता है। पर कभी आपने गौर किया की चाहे आप खराब मूड से घर से निकलें पर रस्ते में किसी मंदिर के सामने सर झुका लें और आरती के दो शब्द भी आपके कान में पड़ जाएँ तो आपका मूड पूरी तरह बदल कर सकारात्मक हो जाता है ।

जी हाँ, यह कोई भ्रम या वहम नहीं है!!! यह ताकत है राम के नाम की । सकारात्मक सोच व सकारात्मक ऊर्जा हमारे जीवन में एक अहम भूमिका निभाते हैं । कहा जाता है की यदि सोच सकारात्मक है तो जीवन सकारात्मक हो जाता है व जिस व्यक्ति के दिमाग में नकारात्मकता ने जगह बना ली वह व्यक्ति चाह कर भी कोई काम सफलता पूर्वक नहीं कर पाता ।

सुबह उठने पर यदि घर पर यदि किसी बड़े या जीवनसाथी के साथ हलकी सी कहासुनी होजाए तो इंसान का सारा दिन बर्बाद होजाता है, पर वहीँ अगर सुबह आप पास के किसी मंदिर की घंटी से उठें तो पूरा दिन सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण रहते हैं । यही कारण है की सुबह मंदिरों में आरती व भजन किये जाते हैं ताकि रात की साडी नकारात्मकता ख़तम की जा सके और जितनी दूर तक उन भजनो की आवाज़ पहुंचती है उतनी दूर तक नकारात्मकता ख़तम होती चली जाती है ।

पर उन लोगो का क्या जिनके घर के नजदीक मंदिर नहीं है या जिनके सफर में कोई मंदिर नहीं पड़ता ?
उन लोगो के लिए सहारा बचता है भजनो का। सुबह अपने अपने काम पर जाते लोग आमतौर पर कान में हेडफोन्स लगाए नज़र आते हैं, कुछ गाने सुन रहे होते हैं, कुछ फ़ोन पर बात कर रहे होते हैं पर ऐसे लोगो की कमी नहीं जो काम में भजन चला कर अपने दिन की शुरुआत मंगलमय बना रहे होते हैं । उन्ही लोगो में से एक हूँ मै। जी हाँ रोज सुबह भजन सुनने का शोक ऐसा है कि उठकर मैसेज व मिसकॉल पर बाद मै नज़र डालता हूँ और भजन पहले चलाता हूँ । गुलशन कुमार कि गायी हुई हनुमान चालीसा हो या नरेंदर चंचल के माता कि भेटें, सब मिलेगए आपको मेरे फ़ोन मे।

पर खाटू श्याम का भक्त होने के कारन आपको सबसे ज्यादा भजन मिलेंगे संदीप बंसल जी के। पिछले लगभग एक साल से मेरे दिन कि शुरुआत संदीप बंसल कि आवाज़ से ही होती है । जिस मधुरता व प्रेम के साथ वो श्याम जी के भजन गाते हैं वह सुबह को अति रसीली व शांत बना देता है । रात को चाहे जितनी भी थकान रही हो पर जैसे ही सुबह खाटू श्याम जी के भजन कान मे पड़ते हैं एक अलग सी सकारात्मकता दौड़ जाती है । पिछले एक साल से संदीप जी के भजन मेरे दिन को शांत व मंगलमय बनाने मे एक महत्वपूर्ण किरदार निभाते आये हैं और शायद आने वाले कई दशकों तक ये सिलसिला जारी रहे ।