इसरो ने जासूसी उपग्रह RISAT-2BR1 किया लॉन्च, बॉर्डर की निगरानी में मिलेगी मदद

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ISRO ने पीएसएलवी-सी 48 रॉकेट को भारत के पृथ्वी निगरानी उपग्रह रिसैट-2बीआर1 और नौ विदेशी उपग्रहों के साथ श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया। इमेजिंग सैटेलाइट सीमाओं की निगरानी में सेना के लिए भी मददगार साबित हो सकता है।

RISAT BR1 एक “जटिल” उपग्रह था, लेकिन यह बहुत ही कम समय में बनाया गया है। उपग्रहों को न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के साथ एक वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत लॉन्च किया जा रहा है। कुल 50 मिशनों में से 48 मिशन इसरो के लिए सफल रहे हैं।

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सेना को मिलेगी विशेष मदद

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) का रीसैट-2बीआर1 इतना ताकतवर निगरानी कैमरा उपग्रह है कि यह बादलों के ऊपर से भी उच्च गुणवत्ता की साफ तस्वीरें ले सकता है। यह इमेजिंग उपग्रह एक्स-बैंड सिंथेटिक अपर्चर रडार से लैस है जो कि रक्षा उपयोग के लिए सबसे अनुकूल है। यह दिन और रात के साथ ही सभी मौसम में प्रभावी ढंग से काम कर सकता है।

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सीमाओं की निगरानी में भी इसका बेहतर उपयोग हो सकता है। हालांकि, इसका मुख्य उद्देश्य कृषि, वन क्षेत्र और आपदा प्रबंधन कार्यों की निगरानी है। रॉकेट सभी 10 उपग्रहों को 576 किलोमीटर ऊपर स्थित अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करेगा।