Indore News : भारत जोड़ो पदयात्रा…संकट में कांग्रेस | Bharat Jodo Padyatra…Congress In Trouble | Patrika News h3>
दो दिन बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश में प्रवेश करेंगे। बुरहानपुर से पैदल-पैदल चलकर वे 26 नवंबर की शाम महू पहुंचेंगे। इसके बाद 27 नवंबर को इंदौर आएंगे। उनके इंदौर आने में 7 दिन बचे हैं। राहुल के शहर में आने का क्या रूट होगा और कहां पर ठहरेंगे, इसको लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है, जबकि 25 दिनों से राहुल गांधी के निज सहायक, सुरक्षा सलाहकार, विधायक, प्रदेश, शहर और जिला पदाधिकारी सहित अन्य नेता निरीक्षण ही कर रहे हैं।
इधर, राहुल को ठहराने के लिए शहर कांग्रेस कमेटी ने जो स्थान तय किए, उनको लेकर भी बात नहीं बन रही है। सबसे पहले कांग्रेस ने राजमोहल्ला स्थित खालसा कॉलेज स्टेडियम में राहुल को ठहराने का फैसला लिया। गुरुनानक जयंती के रखे कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के पहुंचने पर मचे बवाल के बाद यह स्थान विवादों में उलझ गया और कांग्रेस ने इसके पास ही वैष्णव स्कूल मैदान पर ठहराना तय किया, लेकिन वैष्णव स्कूल ट्रस्ट ने बच्चों की परीक्षा का हवाला देते हुए मैदान देने से इनकार दिया।
ऐसे में कांग्रेस नेताओं ने दशहरा मैदान पर नजर डाली, मगर यहां पर पहले से ही तिब्बती मार्केट लगने के साथ अन्य आयोजन के लिए मैदान बुक है, इसलिए यह मैदान कांग्रेस को नहीं मिल रहा। इस पर कांग्रेस ने चिमनबाग मैदान पर राहुल को ठहराने का विचार किया, लेकिन इसको लेकर भी पेंच फंस गया है, इसलिए अब पदयात्रा के आने से पहले इनके अलावा अन्य स्थान भी ढूंढ़े जा रहे हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से ठीक, नहीं आ सकेंगे कंटेनर खालसा कॉलेज, वैष्णव स्कूल मैदान और दशहरा मैदान पर बात न बनने पर कल चिमनबाग मैदान का निरीक्षण करने शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, प्रदेश सचिव राजेश चौकसे, अफसर पटेल, प्रदेश महासचिव अनिल यादव, गिरधर नागर, पूनम वर्मा, पुखराज राठौर आदि पहुंचे। निरीक्षण के बाद मैदान पर राहुल गांधी को ठहराने को लेकर बात कलेक्टर इलैयाराजा टी से मोबाइल फोन पर बात की। इस पर उन्होंने एडीएम अभय बेड़ेकर से बात करने को कहा। इसके बाद नेताओं ने बेड़ेकर को फोन लगाया और मैदान पर राहुल गांधी को ठहराने की बात कही। इस पर उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से पहले पुलिस से बात करने को कहा। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने आईजी हरिनारायण चारी मिश्र से फोन पर बात की, तो उन्होंने किसी कार्यक्रम में व्यस्त होने का कहकर एसीपी राजेश हिंगणकर से बात करने को कहा। इस पर नेताओं ने जब उन्हें मोबाइल फोन लगाकर बात की तो हिंगणकर ने कहा कि सुरक्षा की ²ष्टि से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन यह देख लें कि पदयात्रा के साथ चल रहे बड़े-बड़े कंटेनर और समस्त वाहन वहां तक आ सकते हैं या नहीं। बताया जाता है कि कंटेनर वाहनों को मैदान तक लाने में जहां दिक्कत होगी, वहीं मैदान के लिए जिला शिक्षा विभाग की एनओसी लेने में भी परेशानी आएगी, इसलिए चिमनबाग मैदान को लेकर भी पेंच फंसता जा रहा है और कांग्रेस के लिए संकट खड़ा हो रहा है। ऐसे में अब नया स्थान भी तलाशा जा रहा है।
अपनी-अपनी रोटी सेंकने में लगे कांग्रेसी संगठन स्तर पर पदयात्रा की तैयारी कमजोर नजर आ रही है, क्योंकि राहुल गांधी को आमजन से कैसे मिलवाया जाएगा और कौन-कौन लोग मिलेंगे अभी तक तय नहीं किया गया है। इसके साथ ही उनके ठहरने का स्थान तय नहीं होने से न तो टेंट-तंबू लगाने की व्यवस्था हो रही और न ही शहर में कहीं पर भी निमंत्रण-पत्र बंटने के साथ पीले चावल लोगों के घरों पर रखते नेता नजर आ रहे हैं। शहर कांग्रेस के 2 लाख निमंत्रण-पत्र कहां बट रहे और कौन बांट रहा है इसका अता-पता नहीं है। बाहर से आने वाले कांग्रेस नेताओं के ठहरने और खाने की क्या व्यवस्था रहेगी इसको लेकर भी कुछ तय नहीं है। कांग्रेस के 34 प्रकोष्ठ, 6 विभाग और 4 मोर्चा संगठन के पदाधिकारियों के अते-पते नहीं है। पदयात्रा को लेकर गुटबाजी न करने का सबक प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कांग्रेसियों को पढ़ाया, जिसे कांग्रेसी भूल गए हैं। पदयात्रा को लेकर कांग्रेसी अपनी-अपनी रोटी सेंकने में लगे हैं। इस चक्कर में ऐसा न हो जाए कि राहुल गांधी के इंदौर आने पर सारी व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो जाए।
आज तय कर देंगे स्थान राहुल गांधी को ठहराने के लिए अभी तक जो स्थान देखे हैं, उनमें से एक या फिर नए स्थान को आज तय कर दिया जाएगा। इसके साथ ही पदयात्रा को लेकर जो 24 समितियां बनाई हैं उनमें नेताओं की नियुक्ति कर जिम्मेदारी भी आज-कल सौंप दी जाएगी। रही बात पदयात्रा की व्यवस्थाओं की तो राहुल गांधी के इंदौर आने से पहले सभी हो जाएंगी।
– विनय बाकलीवाल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष
दो दिन बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश में प्रवेश करेंगे। बुरहानपुर से पैदल-पैदल चलकर वे 26 नवंबर की शाम महू पहुंचेंगे। इसके बाद 27 नवंबर को इंदौर आएंगे। उनके इंदौर आने में 7 दिन बचे हैं। राहुल के शहर में आने का क्या रूट होगा और कहां पर ठहरेंगे, इसको लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है, जबकि 25 दिनों से राहुल गांधी के निज सहायक, सुरक्षा सलाहकार, विधायक, प्रदेश, शहर और जिला पदाधिकारी सहित अन्य नेता निरीक्षण ही कर रहे हैं।
इधर, राहुल को ठहराने के लिए शहर कांग्रेस कमेटी ने जो स्थान तय किए, उनको लेकर भी बात नहीं बन रही है। सबसे पहले कांग्रेस ने राजमोहल्ला स्थित खालसा कॉलेज स्टेडियम में राहुल को ठहराने का फैसला लिया। गुरुनानक जयंती के रखे कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के पहुंचने पर मचे बवाल के बाद यह स्थान विवादों में उलझ गया और कांग्रेस ने इसके पास ही वैष्णव स्कूल मैदान पर ठहराना तय किया, लेकिन वैष्णव स्कूल ट्रस्ट ने बच्चों की परीक्षा का हवाला देते हुए मैदान देने से इनकार दिया।
ऐसे में कांग्रेस नेताओं ने दशहरा मैदान पर नजर डाली, मगर यहां पर पहले से ही तिब्बती मार्केट लगने के साथ अन्य आयोजन के लिए मैदान बुक है, इसलिए यह मैदान कांग्रेस को नहीं मिल रहा। इस पर कांग्रेस ने चिमनबाग मैदान पर राहुल को ठहराने का विचार किया, लेकिन इसको लेकर भी पेंच फंस गया है, इसलिए अब पदयात्रा के आने से पहले इनके अलावा अन्य स्थान भी ढूंढ़े जा रहे हैं।
सुरक्षा की दृष्टि से ठीक, नहीं आ सकेंगे कंटेनर खालसा कॉलेज, वैष्णव स्कूल मैदान और दशहरा मैदान पर बात न बनने पर कल चिमनबाग मैदान का निरीक्षण करने शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, प्रदेश सचिव राजेश चौकसे, अफसर पटेल, प्रदेश महासचिव अनिल यादव, गिरधर नागर, पूनम वर्मा, पुखराज राठौर आदि पहुंचे। निरीक्षण के बाद मैदान पर राहुल गांधी को ठहराने को लेकर बात कलेक्टर इलैयाराजा टी से मोबाइल फोन पर बात की। इस पर उन्होंने एडीएम अभय बेड़ेकर से बात करने को कहा। इसके बाद नेताओं ने बेड़ेकर को फोन लगाया और मैदान पर राहुल गांधी को ठहराने की बात कही। इस पर उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से पहले पुलिस से बात करने को कहा। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने आईजी हरिनारायण चारी मिश्र से फोन पर बात की, तो उन्होंने किसी कार्यक्रम में व्यस्त होने का कहकर एसीपी राजेश हिंगणकर से बात करने को कहा। इस पर नेताओं ने जब उन्हें मोबाइल फोन लगाकर बात की तो हिंगणकर ने कहा कि सुरक्षा की ²ष्टि से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन यह देख लें कि पदयात्रा के साथ चल रहे बड़े-बड़े कंटेनर और समस्त वाहन वहां तक आ सकते हैं या नहीं। बताया जाता है कि कंटेनर वाहनों को मैदान तक लाने में जहां दिक्कत होगी, वहीं मैदान के लिए जिला शिक्षा विभाग की एनओसी लेने में भी परेशानी आएगी, इसलिए चिमनबाग मैदान को लेकर भी पेंच फंसता जा रहा है और कांग्रेस के लिए संकट खड़ा हो रहा है। ऐसे में अब नया स्थान भी तलाशा जा रहा है।
आज तय कर देंगे स्थान राहुल गांधी को ठहराने के लिए अभी तक जो स्थान देखे हैं, उनमें से एक या फिर नए स्थान को आज तय कर दिया जाएगा। इसके साथ ही पदयात्रा को लेकर जो 24 समितियां बनाई हैं उनमें नेताओं की नियुक्ति कर जिम्मेदारी भी आज-कल सौंप दी जाएगी। रही बात पदयात्रा की व्यवस्थाओं की तो राहुल गांधी के इंदौर आने से पहले सभी हो जाएंगी।
– विनय बाकलीवाल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष