Indore News : नगर निगम चुनाव, हार के कारण तलाशेगी कांग्रेस | Municipal Elections, Congress Will Find Out The Reason For The Defeat | Patrika News h3>
शहर कांग्रेस के कमजोर संगठन और नेताओं के एकजुट नहीं होने का परिणाम कांग्रेस को निगम चुनाव में भुगतना पड़ा है। महापौर प्रत्याशी शुक्ला सहित 85 में से 66 वार्ड कांग्रेस हार गई। इसकी समीक्षा शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और महापौर प्रत्याशी शुक्ला करेंगे। दो-चार दिन में यह समीक्षा होगी। एक नंबर विधानसभा से हार की समीक्षा की शुरुआत होगी, क्योंकि यहां से शुक्ला खुद विधायक हैं। बावजूद इसके वे निगम चुनाव 20 हजार वोट से हार गए, जबकि वर्ष-2018 में हुए विधानसभा चुनाव में शुक्ला 8163 वोट से जीते थे। अपनी ही विधानसभा में मिली हार से शुक्ला अचंभित हैं। इसलिए अगले वर्ष होने वाले विधानसभा को देखते हुए वे एक नंबर में अपनी कमजोरी को तलाशने के काम पर लग गए हैं।
राऊ विधानसभा में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के होने के बावजूद कांग्रेस 30 हजार 681 वोट से महापौर का चुनाव हार गई। राऊ विधानसभा से भाजपा को मिली बड़ी भारी लीड ने विधायक पटवारी की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। वैसे पटवारी का पंचायत चुनाव में परफॉर्मेंस अच्छा रहा था, लेकिन निगम चुनाव में गड़बड़ हो गई। इसे सुधारने के प्रयास में पटवारी लगे हैं। हालात नहीं सुधरे तो विधानसभा चुनाव जीतने को लेकर मुसीबत खड़ी हो जाएगी।
एक नंबर और राऊ के अलावा दो नंबर में 42 हजार 168, तीन नंबर में 3853 और चार नंबर में 41 हजार वोट से कांग्रेस महापौर प्रत्याशी शुक्ला हार गए। सिर्फ पांच नंबर विधानसभा में 5525 वोटों से उनको बढ़त मिली है। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस ने जनता का फैसला मानते हुए कमजोरी को दूर करने को लेकर हार की समीक्षा के साथ संगठन की मजबूती के लिए बैठक करने का फैसला लिया है। पार्षद प्रत्याशियों व शहर कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ हार की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ को भेजी जाएगी, क्योंकि जल्द ही प्रदेश स्तर भी निगम चुनाव की हार को लेकर समीक्षा होना है।
ऐसे दूर करेंगे कमियां आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस संगठन की मजबूती के लिए सभी 85 वार्डों में हार की समीक्षा होगी। जो गलतियां चुनाव में हार का कारण बनी हैं उनमें सुधार करने के लिए कार्यकर्ताओं से चर्चा कर उन्हें दूर किया जाएगा। संगठन में बदलाव और सुधार के लिए रूपरेखा बनेगी। पार्टी की मजबूती के लिए युवाओं को पार्टी संगठन से जोडऩे के लिए प्लानिंग बनाई जाएगी। बूथ को मजबूत किया जाएगा। विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से ही जमीनी स्तर पर तैयारी की जाएगी। आम जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुना जाएगा। इसके अलावा युवा कांग्रेस, सेवादल, एनएसरूआई, महिला कांग्रेस सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक वार्ड स्तर पर आयोजित की जाएगी। शहर कांग्रेस के सभी मोर्चा संगठन प्रभारी देवेंद्र सिंह यादव की मौजूदगी में यह बैठक और हार की समीक्षा होगी।
शहर कांग्रेस के कमजोर संगठन और नेताओं के एकजुट नहीं होने का परिणाम कांग्रेस को निगम चुनाव में भुगतना पड़ा है। महापौर प्रत्याशी शुक्ला सहित 85 में से 66 वार्ड कांग्रेस हार गई। इसकी समीक्षा शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और महापौर प्रत्याशी शुक्ला करेंगे। दो-चार दिन में यह समीक्षा होगी। एक नंबर विधानसभा से हार की समीक्षा की शुरुआत होगी, क्योंकि यहां से शुक्ला खुद विधायक हैं। बावजूद इसके वे निगम चुनाव 20 हजार वोट से हार गए, जबकि वर्ष-2018 में हुए विधानसभा चुनाव में शुक्ला 8163 वोट से जीते थे। अपनी ही विधानसभा में मिली हार से शुक्ला अचंभित हैं। इसलिए अगले वर्ष होने वाले विधानसभा को देखते हुए वे एक नंबर में अपनी कमजोरी को तलाशने के काम पर लग गए हैं।
राऊ विधानसभा में कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के होने के बावजूद कांग्रेस 30 हजार 681 वोट से महापौर का चुनाव हार गई। राऊ विधानसभा से भाजपा को मिली बड़ी भारी लीड ने विधायक पटवारी की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। वैसे पटवारी का पंचायत चुनाव में परफॉर्मेंस अच्छा रहा था, लेकिन निगम चुनाव में गड़बड़ हो गई। इसे सुधारने के प्रयास में पटवारी लगे हैं। हालात नहीं सुधरे तो विधानसभा चुनाव जीतने को लेकर मुसीबत खड़ी हो जाएगी।
एक नंबर और राऊ के अलावा दो नंबर में 42 हजार 168, तीन नंबर में 3853 और चार नंबर में 41 हजार वोट से कांग्रेस महापौर प्रत्याशी शुक्ला हार गए। सिर्फ पांच नंबर विधानसभा में 5525 वोटों से उनको बढ़त मिली है। चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस ने जनता का फैसला मानते हुए कमजोरी को दूर करने को लेकर हार की समीक्षा के साथ संगठन की मजबूती के लिए बैठक करने का फैसला लिया है। पार्षद प्रत्याशियों व शहर कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ हार की समीक्षा की जाएगी। इसके बाद रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ को भेजी जाएगी, क्योंकि जल्द ही प्रदेश स्तर भी निगम चुनाव की हार को लेकर समीक्षा होना है।
ऐसे दूर करेंगे कमियां आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस संगठन की मजबूती के लिए सभी 85 वार्डों में हार की समीक्षा होगी। जो गलतियां चुनाव में हार का कारण बनी हैं उनमें सुधार करने के लिए कार्यकर्ताओं से चर्चा कर उन्हें दूर किया जाएगा। संगठन में बदलाव और सुधार के लिए रूपरेखा बनेगी। पार्टी की मजबूती के लिए युवाओं को पार्टी संगठन से जोडऩे के लिए प्लानिंग बनाई जाएगी। बूथ को मजबूत किया जाएगा। विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से ही जमीनी स्तर पर तैयारी की जाएगी। आम जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुना जाएगा। इसके अलावा युवा कांग्रेस, सेवादल, एनएसरूआई, महिला कांग्रेस सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक वार्ड स्तर पर आयोजित की जाएगी। शहर कांग्रेस के सभी मोर्चा संगठन प्रभारी देवेंद्र सिंह यादव की मौजूदगी में यह बैठक और हार की समीक्षा होगी।