Indian railway news: 6,100 रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त हाई स्पीड वाई-फाई इंटरनेट सुविधा, कश्मीर के सभी स्टेशन शामिल h3>
नई दिल्ली: देश के 6100 रेलवे स्टेशनों पर अब मुफ्त हाई स्पीड वाई-फाई इंटरनेट सुविधा (free high speed wifi internet facility) उपलब्ध हो गई है। इनमें से 5,000 से अधिक स्टेशन ग्रामीण इलाकों में हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र में दूर-दराज के कई स्टेशनों और कश्मीर घाटी के सभी 15 स्टेशनों में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है। वाई-फाई रोजाना एक एमबीपीएस की गति से पहले 30 मिनट के उपयोग के लिए मुफ्त है। 30 मिनट से अधिक हाई स्पीड वाई-फाई सुविधा का उपयोग करने के लिए यूजर्स को मामूली शुल्क चुकाना होगा।
वाई-फाई कॅवरेज वाले 6100 स्टेशनों का महत्वपूर्ण लक्ष्य आज उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के उबरनी रेलवे स्टेशन (रायबरेली जिला, उत्तर प्रदेश) पर वाई-फाई सुविधा चालू किए जाने के साथ हासिल हुआ। इसके साथ ही रेलटेल अब लगभग शत-प्रतिशत लक्ष्य कवरेज (हॉल्ट स्टेशनों को छोड़कर) के करीब पहुंच चुकी है और इसे पूरा करने में कुछ ही स्टेशन बचे हैं। रेलवे की मिनी रत्न कंपनी रेलटेल ‘रेलवॉयर’ के ब्रांड नाम से अत्याधुनिक सार्वजनिक वाई-फाई उपलब्ध करा रही है। रेलटेल एक खुदरा ब्रॉडबैंड सेवा है।
किसे होगा फायदा
यह सुविधा न केवल समुदायों को जोड़ती है बल्कि इनोवैशन और विकास के अवसरों की दुनिया भी उपलब्ध कराती है। देश में शहरी और ग्रामीण भारत के बीच एक गहरा डिजिटल विभाजन है। रेलवे स्टेशन ऐसी जगह है जहां समाज के हर वर्ग के लोगों का आवागमन होता है। आधुनिकीकरण की तेज गति और स्मार्टफोन के उपयोग में कई गुना वृद्धि ने देश में ‘डिजिटल इंडिया’ क्रांति की शुरुआत कर दी है। स्टेशनों पर आने-जाने लोग इस सुविधा का उपयोग हाई डेफिनिशन (HD) वीडियो स्ट्रीमिंग, फिल्म, गाने, गेम डाउनलोड करने और ऑनलाइन कामकाज के लिए करते हैं।
2015 के रेल बजट में इस योजना की कल्पना की थी। इंटरनेट तक सीमित पहुंच वाले दूरस्थ स्थानों के छात्र, विशेष रूप से कॉम्पिटिटिव परीक्षाओं के उम्मीदवार, अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए स्टेशनों में मुफ्त उपलब्ध वाई-फाई सुविधाओं का उपयोग करते हैं। यह सुविधा यूजर्स के अनुकूल है। इसमें कनेक्शन चालू करने के लिए, यात्रियों को वाई-फाई विकल्पों को स्कैन करना होगा और रेलवॉयर चुनना होगा। एक बार जब ब्राउज़र उपयोगकर्ता को रेलवॉयर पोर्टल पर ले जाता है, तो यह एक मोबाइल नंबर मांगेगा, जिस पर वन टाइम पासवर्ड (OTP) भेजा जाएगा। कनेक्ट होने के बाद, वाई-फाई कनेक्शन 30 मिनट तक चलेगा। इससे रेल यात्रियों को जुड़े रहने और सूचनाओं से अपडेट रहने में मदद मिलती है।
कब तक मिलेगी मुफ्त सेवा
वाई-फाई रोजाना एक एमबीपीएस की गति से पहले 30 मिनट के उपयोग के लिए ‘मुफ़्त’ है। इसके बाद यूजर को हाई स्पीड सुविधा जारी रखने के लिए मामूली शुल्क देना होगा। ये योजनाएं जीएसटी को छोड़कर 10 रुपये प्रतिदिन (5 जीबी @ 34 एमबीपीएस के लिए) से 75 रुपये/महीने (60 जीबी @ 34 एमबीपीएस के लिए) की दरों पर उपलब्ध हैं। ऑनलाइन प्लान खरीदने के लिए नेट बैंकिंग, वॉलेट, क्रेडिट कार्ड जैसे कई भुगतान विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है।
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वाई-फाई कॅवरेज वाले 6100 स्टेशनों का महत्वपूर्ण लक्ष्य आज उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के उबरनी रेलवे स्टेशन (रायबरेली जिला, उत्तर प्रदेश) पर वाई-फाई सुविधा चालू किए जाने के साथ हासिल हुआ। इसके साथ ही रेलटेल अब लगभग शत-प्रतिशत लक्ष्य कवरेज (हॉल्ट स्टेशनों को छोड़कर) के करीब पहुंच चुकी है और इसे पूरा करने में कुछ ही स्टेशन बचे हैं। रेलवे की मिनी रत्न कंपनी रेलटेल ‘रेलवॉयर’ के ब्रांड नाम से अत्याधुनिक सार्वजनिक वाई-फाई उपलब्ध करा रही है। रेलटेल एक खुदरा ब्रॉडबैंड सेवा है।
किसे होगा फायदा
यह सुविधा न केवल समुदायों को जोड़ती है बल्कि इनोवैशन और विकास के अवसरों की दुनिया भी उपलब्ध कराती है। देश में शहरी और ग्रामीण भारत के बीच एक गहरा डिजिटल विभाजन है। रेलवे स्टेशन ऐसी जगह है जहां समाज के हर वर्ग के लोगों का आवागमन होता है। आधुनिकीकरण की तेज गति और स्मार्टफोन के उपयोग में कई गुना वृद्धि ने देश में ‘डिजिटल इंडिया’ क्रांति की शुरुआत कर दी है। स्टेशनों पर आने-जाने लोग इस सुविधा का उपयोग हाई डेफिनिशन (HD) वीडियो स्ट्रीमिंग, फिल्म, गाने, गेम डाउनलोड करने और ऑनलाइन कामकाज के लिए करते हैं।
2015 के रेल बजट में इस योजना की कल्पना की थी। इंटरनेट तक सीमित पहुंच वाले दूरस्थ स्थानों के छात्र, विशेष रूप से कॉम्पिटिटिव परीक्षाओं के उम्मीदवार, अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए स्टेशनों में मुफ्त उपलब्ध वाई-फाई सुविधाओं का उपयोग करते हैं। यह सुविधा यूजर्स के अनुकूल है। इसमें कनेक्शन चालू करने के लिए, यात्रियों को वाई-फाई विकल्पों को स्कैन करना होगा और रेलवॉयर चुनना होगा। एक बार जब ब्राउज़र उपयोगकर्ता को रेलवॉयर पोर्टल पर ले जाता है, तो यह एक मोबाइल नंबर मांगेगा, जिस पर वन टाइम पासवर्ड (OTP) भेजा जाएगा। कनेक्ट होने के बाद, वाई-फाई कनेक्शन 30 मिनट तक चलेगा। इससे रेल यात्रियों को जुड़े रहने और सूचनाओं से अपडेट रहने में मदद मिलती है।
कब तक मिलेगी मुफ्त सेवा
वाई-फाई रोजाना एक एमबीपीएस की गति से पहले 30 मिनट के उपयोग के लिए ‘मुफ़्त’ है। इसके बाद यूजर को हाई स्पीड सुविधा जारी रखने के लिए मामूली शुल्क देना होगा। ये योजनाएं जीएसटी को छोड़कर 10 रुपये प्रतिदिन (5 जीबी @ 34 एमबीपीएस के लिए) से 75 रुपये/महीने (60 जीबी @ 34 एमबीपीएस के लिए) की दरों पर उपलब्ध हैं। ऑनलाइन प्लान खरीदने के लिए नेट बैंकिंग, वॉलेट, क्रेडिट कार्ड जैसे कई भुगतान विकल्पों का उपयोग किया जा सकता है।
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