IND vs ENG: टॉम हार्टली ने हैदराबाद टेस्ट में टीम इंडिया को कैसे ‘हर्ट’ किया? एक दशक में चौथी बार हुआ ऐसा h3>
ऐप पर पढ़ें
ओली पोप (196 रन) के जोशीले शतक के बाद डेब्यूटेंट बाएं हाथ के स्पिनर टॉम हार्टली (62 रन देकर सात विकेट) के जादुई स्पैल से इंग्लैंड ने रविवार को पहले टेस्ट में भारत पर 28 रन की यादगार जीत से पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल की। इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 231 रन का लक्ष्य दिया। लेकिन हार्टली की फिरकी के जाल में फंसकर मेजबान टीम हैदराबाद में चौथे दिन दूसरी पारी में 69.2 ओवर में 202 रन पर सिमट गई। घरेलू टेस्ट में 2013 के बाद यह भारत की चौथी हार है।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत का रवैया पोप के रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की गेंदबाजी से निपटने के तरीके से बिल्कुल विपरीत था। भारत के दोनों अनुभवी स्पिनर पिच पर कभी भी खतरनाक नहीं दिखे और इंग्लैंड ने दूसरी पारी में काफी रन बटोर लिए। इससे पहले इंग्लैंड ने कल के स्कोर छह विकेट पर 316 रन से आगे खेलना शुरू किया और पोप की बदौलत दूसरी पारी में 420 रन बनाए जिससे उन्हें काफी अच्छी बढ़त मिली। यह हार भारत को गहरा घाव देगी क्योंकि टीम 25 साल के लंकाशर के ऐसे गेंदबाज के सामने ढह गई जिसे मिलाकर केवल तीन अंतरराष्ट्रीय मैच का अनुभव है।
पिच पर काफी टर्न और वैरिएबल उछाल मौजूद था लेकिन भारतीय बल्लेबाज इससे निपट नहीं सके। शुभमन गिल (0), यशस्वी जयसवाल (15) और श्रेयस अय्यर (13) अपनी ही असमक्षता से आउट हुए। जायसवाल सिली प्वाइंट पर पोप को कैच देकर लौटे। दो गेंद बाद ही गिल भी लौट गए जो खाता भी नहीं खोल पाए। इस बार भी कैच सिली प्वाइंट पर पोप ने लपका। हार्टली ने रोहित शर्मा (39 रन) को पगबाधा आउट करके तीसरा विकेट लिया। इसके बाद केएल राहुल और अक्षर पटेल ने संभलकर खेला और चाय तक कोई विकेट नहीं गंवाया।
हार्टली का सामना करने के लिए श्रेयस अय्यर के ऊपर अक्षर को भेजा गया। लेकिन चाय के ब्रेक के बाद अक्षर को हार्टली ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। राहुल (22) एक और प्रभावी पारी खेलने की ओर बढ़ रहे थे लेकिन जो रूट की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। रविंद्र जडेजा तेजी से एक रन लेने के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के सीधे थ्रो से रन आउट हो गए। वह हैमस्ट्रिंग को पकड़कर चल रहे थे जो भारतीय खेमे के लिए चिंता का विषय हो सकता है।
लंच तक भारत ने तीन विकेट गंवाए थे और अंतिम सत्र में तीन विकेट गंवाने के बाद रविचंद्रन अश्विन (28) और केएस भरत (28) ने आठवें विकेट के लिए 58 रन की भागीदारी निभाकर उम्मीद जगाई। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में 400 से ऊपर स्कोर किया और भारत के खिलाफ 2012 के बाद दूसरी बार ही कोई टीम इस आंकड़े को छूने में कामयाब रही है।
पोप ने टॉम हार्टली (35) के साथ 106 गेंद में 80 रन की साझेदारी की। उन्होंने रिवर्स स्वीप और स्वीप शॉट बखूबी खेले। रविचंद्रन अश्विन ने इस साझेदारी को तोड़कर हार्टली को आउट किया। इसके बाद भारत ने जल्दी विकेट चटकाए। जसप्रीत बुमराह ने धीमी गेंद पर पोप को आउट करके इंग्लैंड की पारी का अंत किया। इससे पहले सुबह भी बुमराह ने रेहान अहमद को विकेट से पीछे लपकवाकर भारत को सफलता दिलाई थी। अहमद ने पोप के साथ सातवें विकेट के लिये 64 रन जोड़े।
ऐप पर पढ़ें
ओली पोप (196 रन) के जोशीले शतक के बाद डेब्यूटेंट बाएं हाथ के स्पिनर टॉम हार्टली (62 रन देकर सात विकेट) के जादुई स्पैल से इंग्लैंड ने रविवार को पहले टेस्ट में भारत पर 28 रन की यादगार जीत से पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल की। इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 231 रन का लक्ष्य दिया। लेकिन हार्टली की फिरकी के जाल में फंसकर मेजबान टीम हैदराबाद में चौथे दिन दूसरी पारी में 69.2 ओवर में 202 रन पर सिमट गई। घरेलू टेस्ट में 2013 के बाद यह भारत की चौथी हार है।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत का रवैया पोप के रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की गेंदबाजी से निपटने के तरीके से बिल्कुल विपरीत था। भारत के दोनों अनुभवी स्पिनर पिच पर कभी भी खतरनाक नहीं दिखे और इंग्लैंड ने दूसरी पारी में काफी रन बटोर लिए। इससे पहले इंग्लैंड ने कल के स्कोर छह विकेट पर 316 रन से आगे खेलना शुरू किया और पोप की बदौलत दूसरी पारी में 420 रन बनाए जिससे उन्हें काफी अच्छी बढ़त मिली। यह हार भारत को गहरा घाव देगी क्योंकि टीम 25 साल के लंकाशर के ऐसे गेंदबाज के सामने ढह गई जिसे मिलाकर केवल तीन अंतरराष्ट्रीय मैच का अनुभव है।
पिच पर काफी टर्न और वैरिएबल उछाल मौजूद था लेकिन भारतीय बल्लेबाज इससे निपट नहीं सके। शुभमन गिल (0), यशस्वी जयसवाल (15) और श्रेयस अय्यर (13) अपनी ही असमक्षता से आउट हुए। जायसवाल सिली प्वाइंट पर पोप को कैच देकर लौटे। दो गेंद बाद ही गिल भी लौट गए जो खाता भी नहीं खोल पाए। इस बार भी कैच सिली प्वाइंट पर पोप ने लपका। हार्टली ने रोहित शर्मा (39 रन) को पगबाधा आउट करके तीसरा विकेट लिया। इसके बाद केएल राहुल और अक्षर पटेल ने संभलकर खेला और चाय तक कोई विकेट नहीं गंवाया।
हार्टली का सामना करने के लिए श्रेयस अय्यर के ऊपर अक्षर को भेजा गया। लेकिन चाय के ब्रेक के बाद अक्षर को हार्टली ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। राहुल (22) एक और प्रभावी पारी खेलने की ओर बढ़ रहे थे लेकिन जो रूट की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। रविंद्र जडेजा तेजी से एक रन लेने के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के सीधे थ्रो से रन आउट हो गए। वह हैमस्ट्रिंग को पकड़कर चल रहे थे जो भारतीय खेमे के लिए चिंता का विषय हो सकता है।
लंच तक भारत ने तीन विकेट गंवाए थे और अंतिम सत्र में तीन विकेट गंवाने के बाद रविचंद्रन अश्विन (28) और केएस भरत (28) ने आठवें विकेट के लिए 58 रन की भागीदारी निभाकर उम्मीद जगाई। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में 400 से ऊपर स्कोर किया और भारत के खिलाफ 2012 के बाद दूसरी बार ही कोई टीम इस आंकड़े को छूने में कामयाब रही है।
पोप ने टॉम हार्टली (35) के साथ 106 गेंद में 80 रन की साझेदारी की। उन्होंने रिवर्स स्वीप और स्वीप शॉट बखूबी खेले। रविचंद्रन अश्विन ने इस साझेदारी को तोड़कर हार्टली को आउट किया। इसके बाद भारत ने जल्दी विकेट चटकाए। जसप्रीत बुमराह ने धीमी गेंद पर पोप को आउट करके इंग्लैंड की पारी का अंत किया। इससे पहले सुबह भी बुमराह ने रेहान अहमद को विकेट से पीछे लपकवाकर भारत को सफलता दिलाई थी। अहमद ने पोप के साथ सातवें विकेट के लिये 64 रन जोड़े।