पतंजलि अणु तेल का प्रयोग कैसे करें ?

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अणु तेल
अणु तेल

वर्तमान समय में कोरोना वायरस की दूसरी लहर लगातार बढती जा रही है. जिसे रोकने के लिए सरकार अपने स्तर पर कदम उठा रही है तथा इसकी वैक्सीन भी तैयार हो चुकी है. लेकिन संक्रमण लगातार बढता जा रहा है. बाबा रामदेव द्वारा पतंजलि की तरफ से आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल को लांच किया गया. इसके साथ ही दावा किया गया कि यह दवा कोरोना वायरस की दवा है. जिस पर काफी विवाद भी हुआ. जब कोरोनिल दवा के पैक में अणु तेल को भी शामिल किया गया.

अणु तेल

आयुर्वेद में अणु तेल के अनेंक फायदें बताए जाते हैं. पतंजलि के अणु तेल के प्रयोग की बात करें, तो सुबह तथा शाम को 2-2 बूंदों को नाक में डालना चाहिएं. नाक में डालते समय सांस को अंदर की तरफ खिंचना नहीं चाहिएं. जिससे अनेंक तरह से यह फायदे बंद रहता है. जैसे- पुराने से पुराना नजला हो उसे अणु तेल के प्रयोग से ठीक किया जा सकता है. अणु तेल का प्रयोग खाने से पहले या बाद में कभी भी किया जा सकता है. अणु तेल का प्रयोग बिल्कुल छोटे बच्चों के लिए नहीं करना चाहिएं.

अणु

अणु तेल की अत्यधिक मात्रा भी हानिकारक हो सकती है. अणु तेल का प्रयोग बच्चों या गर्भवती महिला के द्वारा किया जाता है, तो उसके प्रयोग से पहले संबंधित विशेषज्ञ से विचार विमर्श के बाद ही अणु तेल का प्रयोग करें.

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अणु तेल के अन्य फायदों की बात करें, तो अणु तेल अस्थमा के रोगियों को बहुत राहत प्रदान करती है. गले के इंफेक्सन में भी इस दवा का प्रयोग किया जाता. अणु तेल अनेंक कंपनियों का आता है तथा पतंजलि का भी अणु तेल आता है. जो आप पतंजलि के किसी भी नजदीकी स्टोर से खरीद सकते हैं. आयुर्वेद में अणु तेल बहुत गुणकारी माना जाता है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें