महेंद्र सिंह टिकैत किसान आंदोलन करने वाले किसान नेता का इतिहास

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महेंद्र सिंह टिकैत
महेंद्र सिंह टिकैत

महेंद्र सिंह टिकैत किसानों के बहुत ही प्रसिद्ध नेता रहें हैं. इनका जन्म 6 अक्टूबर, 1935 को हुआ था. इनका जन्म सिसौली नामक गांव में हुआ जो मुज्जफरनगर जिले उत्तर प्रदेश में है. 15 मई 2011 में मुज्जफरनगर में कैंसर की वजह से 75 साल की उम्र में इनका देहांत हो गया. ये भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष रहें हैं, यह संस्था लगातार किसानों के हक की बात करती रही है.

महेंद्र सिंह टिकैत

महेंद्र सिंह टिकैत जैसा कोई किसान मसीहा शायद ही कोई हुआ हो. किसानों के बहुत लोकप्रिय नेता रहे हैं महेंद्र सिंह टिकैत. किसानों के मध्य उन्होंने अपनी एक ऐसी छवि बना ली थी कि उनकी एक आवाज पर लाखों किसान इकट्ठा हो जाते थे. उन्होंने कई किसान आंदोलनों का सफल नेतृत्व किया. फिर चाहे गन्ना मूल्य की समस्या रही हो या फिर पानी की. किसानों द्वारा प्यार से ये  बाबा टिकैत के नाम से जाने जाते थे.

महेंद्र सिंह टिकैत

भारत में किसानों और सरकार की तनातनी में जिस तरह आज की स्थिति नजर आ रही है. किसान तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं.सरकार उनको किसानों के फायदे के कानून बता रही है. इसके बाद जो तनातनी बनी हुई है ठीक 32 साल पहले दिल्ली में ऐसा ही नजारा था. ऐसा बताया जाता है कि दिल्ली कूच करने के लिए बेताब किसानों की तादात इससे भी बड़ी थी, ये किसान दिल्ली के बोट क्लब में इकट्ठा हुए थे. 5 लाख किसानों की भीड़ का नेतृत्व महेंद्र सिंह टिकैत कर रहे थे.

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महेंद्र सिंह टिकैत को किसानों को किसानों को ‘दूसरा मसीहा’ यूं ही नहीं कहा जाता था, उनकी एक अवाज पर पर लाखों किसान अपनी लट्ठ के साथ तैयार रहते थे. साल 1988 में अपनी 35 मांगों के साथ किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे थे. इस भीड़ को रोकने के लिए पुलिस की तरफ से फायरिंग की गई जिसमें दो किसानों की मौत भी हो गई थी. किसानों की मांग पर इस तरह की कार्रवाई से पुलिस की काफी फजीहत भी हुई थी. मगर फिर भी सरकार किसानों के जुनून को नहीं रोक पाई. अंत में सरकार को किसानों की मांगो को मानना पड़ा.