हरियाणा के मुख्यमंत्री ने जाटों पर से हिंसा के सभी मुक़दमे वापस लेने को कहा

373

हरियाणा की खट्टर सरकार ने फ़रवरी 2016 में जाट आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा के संबंध में दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फ़ैसला लिया है. रविवार शाम जाट नेताओं के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ये एलान किया. उनके ऐलान के बाद जाट संगठन ने 15 फ़रवरी को जींद में होनेवाली रैली को वापस ले लिया है. दरअसल इसी दिन अमित शाह जींद में ही एक बाइक रैली करने वाले हैं. जाट संगठन ने शाह की रैली न होने देने का एलान किया था, जिसके बाद सरकार को ये फ़ैसला लेना पड़ा.

ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक के नेतृत्व में दिल्ली में जाट प्रतिनिधि दल ने इन नेताओं से मुलाकात की थी. इस रैली को वापस लेने से हरियाणा की सत्तारूढ़ दल भाजपा को राहत मिली है क्योंकि इसी दिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शहर में एक बाइक रैली में हिस्सा लेंगे.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार के दिन मलिक को बातचीत करने का आमंत्रण दिया था. बातचीत के बाद मलिक ने कहा कि हरियाणा सरकार ने जाट आंदोलन के दौरान फरवरी, 2016 में भड़की हिंसा के संबंध में दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फैसला किया है.

Hariyana Voilence -

उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान आरक्षण और दर्ज मामले के बारे में विस्तार से चर्चा की गई.

वैसे हरियाणा सरकार के इस क़दम की सराहना तो बनती है. अगर आपको जुर्म करना है और मुक्त भी होना है तो सरकार में आ जाइए या फिर सरकार की दुखती राग को दबा कर रखिये. उम्मीद है खट्टर और योगी सरकार से प्रेरणा लेकर देश के दूसरे राज्यों की सरकारें भी ऐसे सराहनीय क़दम, उठाएंगी. फिर इस तरह हमारे देश में कोई भी दंगाई नही रहेगा, ना ही किसीको कानून का डर होगा.