कर्नाटक में जदएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार गिरने की कगार पर है, और ऐसे में इस सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. अब हालात ऐसे हो गये हैं कि इस्तीफा देने वाले विधायको को मनाने के साथ ही साथ धमकाया भी जा रहा है.
इसके साथ ही कांग्रेस ने 9 जुलाई को विधायक दल की बैठक भी बुलाई है और उसमें सभी को शामिल होने के लिए सर्कुलर भी ज़ारी किया है. इसके अलावा बैठक में न आने पर कार्यवाही की भी चेतावनी दी जा रही है.
इसके अलावा सरकार पर मंडराते खतरे के बीच अमेरिका से वापिस भारत पहुंचे कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भी इस बात इस बात के संकेत दिए है कि जदएस से बागी हुए विधायको की बैठक बुलाई जा सकती है.
इसके अलावा कुमारस्वामी ने बेंगलुरु पहुँचते ही अपने पिता और पार्टी सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा समेत पार्टी के बढ़ी हस्तियों से बैठक में बात की. इसके अलावा वो आज कांग्रेस के नेताओं से भी बात करेंगे.
इसके अलवा इस बात के भी संकेत आते दिख रहे हैं कि विधानसभा को भंग करने की भी नौबत आ सकती है, ऐसे में दोनों दल इस बात पर भी विचार कर रहे हैं कि ऐसे में क्या किया जायेगा.
हालाँकि कांग्रेस के संकटमोचन रहे डीके शिवकुमार को इस बार भी विधायको को वापस लाने की जिम्मेदारी सौपी गयी है, लेकिन क्या इस बार वो सफल हो पाएंगे ये एक सोचने वाला विषय होगा.
इसके अलवा कांग्रेस इस बात का आरोप लगा रही है कि भाजपा के राज्यसभा सदस्य की कम्पनी के चार्टेड विमान में उनके विधायकों को ले जाया गया है.
अब यहाँ पर सवाल ये है कि क्या कुमारस्वामी अपनी सरकार को बचा पाएंगे, जबकि अब विधानसभा में वो अल्पमत के करीब ही पहुँच चुके हैं.