लखनऊ जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति ने अफसरों पर लगाया उत्पीड़न का आरोप

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नई दिल्ली: पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने जेल के अधिकारीयों पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर बवाल मचा दिया है. ये सब उन्होंने जिला कारागार के निरीक्षण के दौरान किया है.

जिला कारागार के अधिकारी उनके साथ पेशेवर अपराधी के तरह पेश आ रहें है- गायत्री प्रजापति

बता दें कि इस दौरान गायत्री प्रजापति ने कहा है कि जिला कारागार के अधिकारी उनके साथ पेशेवर अपराधी के तरह पेश आ रहें है. वह बीमार है उनको उपचार के लिए बाहर के अस्पताल में नहीं भेजा जा रहा है. ऐसे स्थिति में उनके साथ किसी भी प्रकार की कोई भी अनहोनी हो सकती है. इस पर अधिकारी ने गायत्री को समझदार शांत कराया है.

बहरहाल इस दौरान किसी भी तरफ की कोई भी आपत्तिजनक व प्रतिबंधित वस्तु बरामद नहीं हुई है. बीते दिन रायबेरली के जिला कारागार में अपराधियों की वसूली और अय्याशी का विडियो काफी तेजी से फैला है. उसके बाद सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे अपर जिला अधिकारी पूर्वी संतोष कुमार वैश्य और अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने डेढ़ घंटे तक राजधानी के जिला कारागार की छानबीन की.

आपको बता दें कि कुख्यात अरविंद राठी, खान मुबारक, सुशील गुज्जर, हनुमान मौर्य समेत 25 से ज्यादा शातिर अपराधियों के साथ ही सामान्य बैरकों की सघन तलाशी कराई गई है. जब अधिकारी पूर्व कैबिनेट गायत्री प्रजापति की बैरक पहुंचे तो उन्होंने कारागार प्रशासन पर उत्पीड़न व भेदभाव का आरोप लगा डाला. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें परिवार के सदस्यों से मिलने नहीं दिया जाता है. बीमार होने के कारण बाहर के अस्पताल तक नहीं ले जाया जा रहा है.

अधीक्षक पीएन पांडेय का बयान 

अधिकारियों ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को समझाते हुए उनकी समस्याएं जल्द दूर करने का दिलासा दिया. इस दौरान टीम ने हाई सिक्योरिटी के साथ ही सर्किल नंबर एक और दो की बैरकें भी खंगालीं.ये ही नहीं निरीक्षण के बाद ही कई बंदियों की बैरकें बदल दी गईं है.  इस पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय का कहना है कि जेल में सब कुछ सामान्य है. और पूर्व कैबिनेट मंत्री की भेदभाव की शिकायत गलत है. उन्हें जेल द्वारा सुविधाएं दी जा रहीं है. इओस दौरान मोहनलालगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक गऊदीन शुक्ला, क्षेत्राधिकारी मोहनलालगंज राजकुमार शुक्ला समेत कई लोगों मौजूद थे.