कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ यात्रा के लिए भक्तों का पहला जत्था हुआ रवाना

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जम्मू-कश्मीर: श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी की बात है क्योंकि आज से अमरनाथ यात्रा के द्वार सभी के लिए खुल चुके है. अमरनाथ यात्रा के लिए भक्तों का पहला जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हो गया है. इस दौरान बस में बैठे सभी भक्त बम भोले का जयकार लगते जा रहे थे. पहले जत्था के दौरान सभी श्रद्धालुओं में खुशी और उत्साह का माहौल देखने को मिला था. इस जत्थे में कुल 1904 श्रद्धालु हैं, जिनमें 1554 पुरुष, 320 महिलाएं और 20 बच्चे शामिल हैं. इसके तहत सरकार ने अमरनाथ यात्रियों के लिए कड़ी सुरक्षा का इंतजाम करवाया है.

पहले जत्थे को हरी झंडी जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने दी

बता दें कि अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे को हरी झंडी जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम, जम्मू-कश्मीर राज्यपाल के दो सलाहकार विजय कुमार और बीबी व्यास ने दी है. जम्मू-कश्मीर में CRPF के आईजी का कहना है कि सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किया गया है. श्रद्धालुओं कोई भी चिंता न किए भगवान के दर्शन के लिए जा सकते है. सभी श्रद्धालुओं यात्रा के दौरान दिन के वक्त कश्मीर के गांदेरबाल स्थित बालटाल और अनंतनाग स्थित नुनवान, पहलगाम आधार शिविर पहुंचेंगे. इसके बाद भक्त आगले दिन पैदल 3880 मीटर की ऊंचाई पर पर स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना होंगे. इससे यात्री की यात्रा शुरू हो जाएगी.

जानकारी के अनुसार, अभी तक अमरनाथ यात्रा के लिए लगभग दो लाख भक्तों ने पंचीकरण कराया है. अधिकारियों ने कहा कि इस यात्रा में श्रद्धालुओं समेत साधु लोगों भी शामिल है. यह यात्रा 26 अगस्त यानी रक्षा बंधन वाले दिन समाप्त होगी.

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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

बता दें कि पिछले साल अमरनाथ यात्रा के समय आतंवादियों द्वारा एक हमला किया गया था. जिसको इस बार ध्यान में रखकर सुरक्षा काफी बढ़ी गई है. इस बार सुरक्षा को लेकर एक नया नियम भी बनाया गया है इस बार कोई भी श्रद्धालुओं अगर दर्शन के वक्त अपनी गाड़ियों पर, खास तरीके के आरएफआईडी टैग लगाने होते है. इस बार यात्रा के समय गाड़ियों के साथ या फिर काफिले में दर्शन के लिए निकलता है तो रास्ते में सिक्योरिटी फोर्स कैंप के बाहर लगे आरएफआईडी रिसीवर के जरिए यह पता चल जाएगा कि काफिले में कितनी गाड़ियों गई है. सिक्योरिटी फोर्स कैंप के अंदर एक कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसके अनुसार, काफिले में जो भी स्थिती है उस पर नजर रखी जाएगी. इस बार तीर्थयात्रा के लिए जम्मू कश्मीर में पुलिस, अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ समेत सेना से तकरीबन 40 हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया.

यात्रियों की सुरक्षा पर जम्मू के आईजी ने कहा कि हमने सुरक्षा के पूरे इंतजाम किये हुए है. हम आधुनिक तकनीक और गाड़ियों का उपयोग कर रहें है, पिछले साल के अनुसार इस साल सुरक्षा काफी ज्यादा है. अधिकारियों ने कहा कि मंदिरों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. वहीं तीर्थयात्रियों द्वारा लिए गए मोबाइल नंबरों की वैधता भी सात से बढ़ाकर दस दिन कर दिए है.