नई दिल्ली: ट्रैक्टर परेड के नाम पर 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा पर कांग्रेस (Congress) ने उल्टे बीजेपी पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने कहा कि इस हिंसा (Farmer Violence) के लिए गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) जिम्मेदार हैं. उन्हें पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए.
‘दिल्ली में एक साल के अंदर दूसरी बार हिंसा’
सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने कहा कि दिल्ली में एक साल के अंदर दूसरी बार हिंसा हुई. इस सबके जिम्मेदार गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) हैं. यदि अमित शाह की बर्खास्तगी नहीं होती है तो साबित हो जाएगा कि पीएम की मिलीभगत से ये सारी हिंसा (Farmer Violence) अंजाम दी गई. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए हिंसा की ये साजिश की गई.
कानून व्यवस्था और खुफिया तंत्र की नाकामी के लिए गृहमंत्री अमित शाह बर्खास्त हों!
उपद्रवियों की अगुवाई कर रहे अवांछित तत्वों पर मुकदमे दर्ज न कर किसान मोर्चा नेताओं पर मुकदमे दर्ज करने ने मोदी सरकार-उपद्रवियों की मिलीभगत व साजिश को बेनकाब किया।
हमारा बयान-: pic.twitter.com/IJXU3MKK3D
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 27, 2021
‘उपद्रवियों के बजाय किसानों पर केस कर रही सरकार’
कांग्रेस (Congress) प्रवक्ता ने कहा कि हिंसा के जिम्मेदार उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज करने के बजाय सरकार अब किसान नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर रही है. इससे साबित होता है कि कि साजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया, जिससे किसान आंदोलन बदनाम हो जाए. मोदी सरकार जब किसानों को बलपूर्वक नहीं हटा पाई तो छलपूर्वक हटाने में लग गई.
‘सरकार ने अपनाई फूट डालो-राज करो की नीति’
रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने ऐसे जनांदोलनों से निपटने के लिए सरकार ने एक अघोषित नीति बना ली है कि पहले वार्ता के नाम पर लोगों को खूब थका दो और जब लोगों का गुस्सा फूटे तो उन्हें दंगाई साबित कर केस दर्ज कर दो. उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन को तुड़वाने के लिए सरकार किसानों में फूट डालो-राज करो की नीति अपना रही है.
ये भी पढ़ें- Farmers Protest: Tractor Parade के दौरान बवाल, Yogendra Yadav के खिलाफ आक्रोश
‘हिंसा करनी होती तो खुली सड़कों पर क्यों बैठे किसान’
सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने कहा कि लाल किला देश की आजादी की निशानी है. इसके लिए कांग्रेस ने कई कुर्बानियां दी है. लेकिन सैकड़ों लोग ट्रैक्टर अंदर घुस जाते हैं और हिंसा करते हैं. दीप सिंधु और समर्थकों को अंदर कैसे जाने दिया. किसानों को हिंसा ही करनी होती तो हाड़ कंपाती ठंड में वे सड़कों पर खुले में क्यों बैठे हैं. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को जो हुआ, उससे किसको फायदा और किसको नुकसान हुआ. इससे लोगों को सब पता चल जाएगा.
LIVE TV