करुणानिधि के अंतिम दर्शन करने के दौरान राजाजी हॉल के बाहर मची भगदड़, दो लोगों की मौत कई घायल

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नई दिल्ली: तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि का बीते दिन निधन हुआ है. वे 94 वर्ष के थे. एक सफल राजनेता के साथ-साथ वे एक अच्छे लेखक,पत्रकार, प्रकाशक और कार्टूनिस्ट भी थे. उनके निधन के बाद से पूरे तमिलनाडु में शोक की लहर बनी हुई है. इस बीच करुणानिधि के अंतिम संस्कार की तैयार खूब जोर-शोर से चल रही है. डीएमके समर्थक बड़ी संख्या में मरीना बीच पहुंच चुके है.

करुणानिधि के पार्थिव शरीर को अभी चेन्नई के राजाजी हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा

आपको बता दें कि करुणानिधि के पार्थिव शरीर को अभी चेन्नई के राजाजी हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. इस बीच राजाजी हॉल के बाहर डीएमके समर्थकों में भगदड़ सी मच गई है. इस दौरान दो लोगों की मौके पर मौत हो गई है, कई लोगों के घायलों होने की संभावना है. राजाजी हॉल के बाहर काफी तादाद में लोगों की भीड़ उमड़ी थी जिसकों ध्यान में रखते हुए पुलिस ने हॉल के पास लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी, जिसके कारण लोगों में भगदड़ मच गई. जैसे जयललिता के पार्थिव शव को दफनाया गया था उसी तरह तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि के पार्थिव शरीर को भी दफनाया जाएगा.

करुणानिधि हमेशा से ही ब्राह्मणवाद का विरोध करते रहे

इसके पीछे की मुख्य वजह के बारे में डीएमके के नेताओं ने बताया है कि करुणानिधि हमेशा से ही ब्राह्मणवाद का विरोध करते रहे. ये ही वजह है कि उनकी मौत के बाद उनके शरीर को दफनाने का फैसला लिया गया है. इस पहले भी कई अन्य नेताओं जैसे पेरियार, अन्नादुरई, एमजीआर आदि को भी दफनाया गया है. इनके अंतिम दर्शन में पीएम मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चेन्नई पहुंचकर करुणानिधि को आखिरी बार श्रद्धांजलि अर्पित की है. सुप्रीम कोर्ट ने करुणानिधि के मरीन बीच पर अंतिम संस्कार पर रोक लगाने की याचिक पर सुनवाई से इंकार कर दिया है.

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राजाजी हॉल लाने से पहले उनके पार्थिव शरीर को उनके घर लेकर जाया गया

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए चेन्‍नई के राजाजी हॉल भारी मात्रा में भीड़ जुटी है. बता दें कि मंगलवार शाम को उनका देहांत हुआ है. वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे. राजाजी हॉल लाने से पहले उनके पार्थिव शरीर को उनके तड़के गोवापुरम वाले घर लाया गया था. जहां पर रिश्तेदार समेत नेताओं ने उनके दर्शन किए. गृह मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि दिवगंत नेता का राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. भारत सरकार ने देशभर में एक दिवसीय शोक का ऐलान भी किया है. करुणानिधि के निधन से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई।