पेट्रोल-डीजल के बाद अब बिजली को लेकर पड़ने वाली है मार, पढ़े पूरी खबर

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नई दिल्‍ली: जहां लोगों एक तरफ पेट्रोल और डीजल की मार झेल रहें है. वहीं अब राजधानी दिल्ली के लोगों को बिजली के लिए भी तरसन पड़ सकता है. क्योंकि दिल्ली समेत कई इलाकों में बिजली गुल होने की पूरी संभावना है. ये कहना है दिल्ली सरकार का. इसका मुख्य कारण है कोयले की कमी. जैसे-जैसे तपिश की गर्मी बढ़ रहीं है वैसे-वैसे बिजली घरों में उत्पादन भी गिर रहा है.

क्योंकि बिजली संयंत्रों के पास कोयले का आरक्षित भंडार एक दिन से ज्यादा की खपत के लिए नहीं बचा है. वहीं सरकार ने इस मुद्दे पर जल्द से जल्द सरकारी बिजली घरो में कोयले की अधिक से अधिक सप्लाई भेजने का निर्देश दिया है. कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया लिमिटेड को यह फरमान पेश किया है कि राज्य और केंद्रीय बिजली उत्‍पादन घरों में कोयले की सप्‍लाई किसी भी हालत में कम नहीं होनी चाहिए. बता दें कि सरकार के इस आदेश से निजी बिजली घर काफी डरे हुए है क्योंकि कहीं इससे उनके लिए कोयले का टोटा न पड़ जाए. जानकारी के अनुसार, कोल इंडिया जरूरत के आधार पर भी कोयले का उत्‍पादन नहीं कर पा रहा है. उसने एनटीपीसी को भी क्षमता से कम कोयले की आपूर्ति दी है. वहीं प्राइवेट बिजली घरों में यह आंकड़ा 55 फीसदी के पास है.

अप्रैल में ही बढ़ गई थी कोयले की मांग

आपको बता दें कि कोयला मंत्रालय ने कोल इंडिया के सीएमडी को 24 मई को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने यह कहा, दिन प्रतिदिन गर्मी का पारा शिखर छू रहा है ऐसे में बिजली की मांग और बढ़ना तय है. ऐसे में बिजली घरों में ज्‍यादा उत्‍पादन के लिए कोयले की मांग में भी बढ़ोतरी होगी. बिजली घरों से कोयले के अतिरिक्‍त भंडारण के लिए गोदाम की व्‍यवस्‍था करने को भी कहा गया है.

delhi due to coal shortage delhi can face electricity problem 1 news4social -

राजधानी दिल्ली में बढ़ेगी बिजली की मांग

जैसे की आप सब जानते ही है कि दिल्ली समेत कई राज्यों में तापमान हद से ज्यादा बढ़ रहा है. वहीं दिल्ली में तापमान 46 डिग्री तक पहुंच चुका है. मौसम विभाग ने बताया कि धूप में यह तपिश अभी बनी रहेगी. इससे बिजली घरो में उत्‍पादन बढ़ाने के लिए अतिरिक्‍त कोयले की जरूरत पड़ेगी.  

आप नेता सत्येंद्र जैन ने बीजेपी को लिया निशाने में

कोयले की कमी को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन ने भाजपा को जमकर हमला बोला. वहीं उन्होंने इस मामले में कोयला मंत्री पीयूष गोयल को भी जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि 17 मई को ही गोयल को पत्र लिखा था. पर इस अहम मुद्दे को लेकर उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. और आज दिल्ली के बिजली घरो में बिजली को पैदा करने के लिए कोयला तक नहीं है.