Delhi Rain Forecast: दिल्ली में बारिश को लेकर मौसम विभाग के सारे अनुमान बुरी तरह फेल, उमस से लोग बेहाल, बारिश का है इंतजार
विशेष संवाददाता, नई दिल्लीः जुलाई के पहले 10 दिनों में एक दशक की रेकॉर्ड बारिश आई। तापमान भी पिछले कुछ सालों से शुरुआती दस दिनों में कम ही रहा। इसके बावजूद राजधानी उमस भरी गर्मी से बेहाल है। मॉनसून आने के बाद से अब तक राजधानी बारिश को तरस रही है। इस बीच बारिश को लेकर मौसम विभाग के पूर्वानुमान दो बार बुरी तरह फेल रहे। वहीं, एक्सपर्ट के अनुसार राजधानी में बन रहे अर्बन हीट आइलैंड की वजह से भी कभी कभार बादल बनने और स्थितियां अनुकूल होने के बावजूद बारिश नहीं हो पाती।
एक दशक में सबसे अधिक बारिश का रेकॉर्ड
जुलाई महीने पर गौर करें तो शुरुआती दस दिनों में 2022 में एक दशक की रेकॉर्ड 119.8 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले 2016 में शुरुआती 10 दिनों में 86.2 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। वहीं, ऐसा भी नहीं है कि बारिश काफी कम दिन हुई हो। इस साल बारिश 4 दिन हुई है। एक दशक के दौरान 6 सालों में बारिश शुरुआती 10 दिनों में 4 ही दिन हुई है। ऐसा भी नहीं है कि इस साल तापमान बहुत अधिक रहा हो।
तापमान भी रहा कम
जुलाई के 10 दिनों में अब तक सबसे अधिक तापमान 39.1 डिग्री तक गया है। जबकि 12 सालों में शुरुआती 10 दिनों के दौरान 9 बार तापमान इससे अधिक रहा है। 6 साल तो तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक रहा है। अहम यह है कि जुलाई में पिछले 12 सालों में शुरुआती 10 दिनों में ही जुलाई का अधिकतम तापमान दर्ज हुआ। महज 2014 इसका अपवाद रहा है।
मौसम विभाग रहा फेल, क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मौसम विभाग ने रविवार को मध्यम बारिश की संभावना जताई थी, लेकिन बारिश नहीं हुई। पालम और आया नगर में बूंदाबांदी और जाफरपुर में 4 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा मौसम विभाग ने 6 जुलाई को भी तेज बारिश की संभावना व्यक्त की थी, लेकिन उस दिन भी बारिश नहीं हुई। 10 जुलाई को सुबह ही मौसम विभाग ने पहले जारी किए गए येलो अर्ल्ट को वापस ले लिया। स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा दिल्ली तक आने की उम्मीद थी, लेकिन यह बीकानेर तक ही आई। इसकी वजह से दिल्ली के आसपास के इलाकों में तो बारिश हुई, लेकिन राजधानी में बारिश नहीं हो पाई। राजधानी के आसपास कंकरीट के जंगल काफी अधिक हो गए। इसकी वजह से अर्बल हीट आइलैंड का भी असर है। होता क्या है इनकी वजह से बादल दिल्ली तक पहुंचने से पहले ही भाप में बदल जाते हैं और बारिश नहीं हो पाती।
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राजधानी में बारिश कब होगी? इस सवाल का जवाब मुश्किल होता जा रहा है। बहरहाल अलग-अलग एजेंसी इसे लेकर अब अलग-अलग दावे कर रही हैं। एक तरफ आईएमडी ने 14 जुलाई तक हल्की बारिश होने की संभावना जताई है, तो वहीं स्काईमेट का दावा है कि अब कुछ दिन मौसम शुष्क रहेगा। 14 और 15 जुलाई को बारिश हो सकती है। रविवार को मध्यम बारिश का अर्ल्ट था, लेकिन सुबह करीब 11 बजे के आसपास कुछ इलाकों में धूप निकल आई। दोपहर 1 बजे के आसपास कई इलाकों में काली घटा छा गई, लेकिन इसके बावजूद बारिश हुई नहीं। बादल राजधानी को ललचाकर गायब हो गए। बादलों की वजह से राजधानी का अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री रहा। यह सामान्य से कम है। उमस से कुछ राहत तो है, लेकिन बाहर अभी भी उमस का अहसास हो रहा है। चिपचिपी गर्मी से पूरी तरह से राहत नहीं मिल पाई है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी 27.5 रहा। यह सामान्य है। हवा में नमी का स्तर 66 से 89 प्रतिशत तक रहा। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम तामपान 35 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री तक रह सकता है। इसके बाद 14 जुलाई से गर्मी बढ़ेगी और तापमन 36 डिग्री तक पहुंच सकता है। 15 और 16 को मौसम शुष्क हो जाएगा। वहीं, स्काईमेट के अनुसार राजधानी में 13 जुलाई को मौसम शुष्क रहेगा।
एक दशक में सबसे अधिक बारिश का रेकॉर्ड
जुलाई महीने पर गौर करें तो शुरुआती दस दिनों में 2022 में एक दशक की रेकॉर्ड 119.8 एमएम बारिश दर्ज की गई है। इससे पहले 2016 में शुरुआती 10 दिनों में 86.2 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। वहीं, ऐसा भी नहीं है कि बारिश काफी कम दिन हुई हो। इस साल बारिश 4 दिन हुई है। एक दशक के दौरान 6 सालों में बारिश शुरुआती 10 दिनों में 4 ही दिन हुई है। ऐसा भी नहीं है कि इस साल तापमान बहुत अधिक रहा हो।
तापमान भी रहा कम
जुलाई के 10 दिनों में अब तक सबसे अधिक तापमान 39.1 डिग्री तक गया है। जबकि 12 सालों में शुरुआती 10 दिनों के दौरान 9 बार तापमान इससे अधिक रहा है। 6 साल तो तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक रहा है। अहम यह है कि जुलाई में पिछले 12 सालों में शुरुआती 10 दिनों में ही जुलाई का अधिकतम तापमान दर्ज हुआ। महज 2014 इसका अपवाद रहा है।
मौसम विभाग रहा फेल, क्या कहते हैं एक्सपर्ट
मौसम विभाग ने रविवार को मध्यम बारिश की संभावना जताई थी, लेकिन बारिश नहीं हुई। पालम और आया नगर में बूंदाबांदी और जाफरपुर में 4 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा मौसम विभाग ने 6 जुलाई को भी तेज बारिश की संभावना व्यक्त की थी, लेकिन उस दिन भी बारिश नहीं हुई। 10 जुलाई को सुबह ही मौसम विभाग ने पहले जारी किए गए येलो अर्ल्ट को वापस ले लिया। स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा दिल्ली तक आने की उम्मीद थी, लेकिन यह बीकानेर तक ही आई। इसकी वजह से दिल्ली के आसपास के इलाकों में तो बारिश हुई, लेकिन राजधानी में बारिश नहीं हो पाई। राजधानी के आसपास कंकरीट के जंगल काफी अधिक हो गए। इसकी वजह से अर्बल हीट आइलैंड का भी असर है। होता क्या है इनकी वजह से बादल दिल्ली तक पहुंचने से पहले ही भाप में बदल जाते हैं और बारिश नहीं हो पाती।
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राजधानी में बारिश कब होगी? इस सवाल का जवाब मुश्किल होता जा रहा है। बहरहाल अलग-अलग एजेंसी इसे लेकर अब अलग-अलग दावे कर रही हैं। एक तरफ आईएमडी ने 14 जुलाई तक हल्की बारिश होने की संभावना जताई है, तो वहीं स्काईमेट का दावा है कि अब कुछ दिन मौसम शुष्क रहेगा। 14 और 15 जुलाई को बारिश हो सकती है। रविवार को मध्यम बारिश का अर्ल्ट था, लेकिन सुबह करीब 11 बजे के आसपास कुछ इलाकों में धूप निकल आई। दोपहर 1 बजे के आसपास कई इलाकों में काली घटा छा गई, लेकिन इसके बावजूद बारिश हुई नहीं। बादल राजधानी को ललचाकर गायब हो गए। बादलों की वजह से राजधानी का अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री रहा। यह सामान्य से कम है। उमस से कुछ राहत तो है, लेकिन बाहर अभी भी उमस का अहसास हो रहा है। चिपचिपी गर्मी से पूरी तरह से राहत नहीं मिल पाई है। वहीं, न्यूनतम तापमान भी 27.5 रहा। यह सामान्य है। हवा में नमी का स्तर 66 से 89 प्रतिशत तक रहा। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश हो सकती है। अधिकतम तामपान 35 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री तक रह सकता है। इसके बाद 14 जुलाई से गर्मी बढ़ेगी और तापमन 36 डिग्री तक पहुंच सकता है। 15 और 16 को मौसम शुष्क हो जाएगा। वहीं, स्काईमेट के अनुसार राजधानी में 13 जुलाई को मौसम शुष्क रहेगा।