कर्नाटक के एक मंत्री के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापो को लेकर कांग्रेस ने संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया है । यह छापे बंगलुरु के उस रिजॉर्ट पर भी पड़े जहाँ पर गुजरात के 44 कांग्रेसी विधायक रुके हुए है। कांग्रेस का आरोप है क़ि गुजरात के विधायकों को धमकाने के लिए यह कार्यवाई की गई।
कांग्रेस ने राज्यसभा में कार्यवाई का जोरदार विरोध किया और पांच बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस सदस्यों का आरोप लगाया कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दरुपयोग कर रही है। पहले गुजरात में विधायकों को डराया और अब बंगलुरु में डरा-धमका रहे है।
चुनाव है कारण छापेमारी का
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोई भी चुनाव हो वे स्वतंत्र और निष्पक्ष होने चाहिए । लेकिन इस बार के राज्य सभा का चुनाव न तो स्वंतत्र है और न ही निष्पक्ष। इसके साथ ही डर का माहौल भी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के छापे का सीधा संबंध गुजरात राज्य सभा चुनाव से है।
आजाद ने कहा कि भय माहौल पश्चिम दक्षिण तक पहुंच गया है। आजाद ने छापे के समय पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह पहले भी हो सकता था या बाद में भी हो सकता था। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि 15 करोड़ रूपये आपकी पार्टी के लोग बाँट रहे थे और छापा वहां मारा जाना चाहिए। आजाद ने कहा कि चुनाव में सिर्फ तीन दिन रह गए है और केंद्र की एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी दौरान कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।
छापे का राजस्थान से कोई संबंध नहीं
वित् मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को दोनों सदनों में कर्नाटक के मंत्री के ठिकाने पर हुई छापेमारी पर ब्यान देकर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा, आयकर विभाग ने रिजॉर्ट पर गुजरात के विधायकों से न तो पूछताछ की और न ही उनकी तलाशी ली। कांग्रेस इसे गुजरात में होने वाले राजयसभा चुनाव से न जोड़ें। यह कार्यवाई आर्थिक अपराध के खिलाफ हुई है।
जेटली ने कहा की आयकर विभाग ने कर्नाटक के एक मंत्री और उनके सहयोगियों पर कार्यवाई की है। जब कांग्रेस के मंत्री को छापे की जानकारी मिली तो वह रिजॉर्ट पर चले गए। आयकर विभाग के अधिकारियों के लिए मंत्री का ब्यान लेने के लिए सम्पर्क करना जरूरी था इसलिए वो रिजॉर्ट चले गए और वहां मंत्रियों से पूछताछ की। जब अधिकारी रिजॉर्ट पर पहुंचे तो कांग्रेस के संबंधित नेता कागजो को फाड़ रहे थे।
कांग्रेस के विधायकों को धमकाने का प्रयास
कांग्रेस ने कर्नाटक में छापेमारी का मुद्दा लोकसभा में भी उठाया। पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के एक राज्यसभा सदस्य को जीतने से रोकने के लिए केंद्र सरकार गुजरात के कांग्रेस विधायक को डराने और धमकाने का प्रयास कर रही है। सरकार ने पांच सदस्यों को दल बदलने के लिए विवश भी किया। उन्होंने कहा कि इसलिए गुजरात के 44 कांग्रेस विधायकों को बंगलुरु में एक रिजॉर्ट में सुरक्षित रखा गया। लेकिन सरकार ने बुधवार सुबह आयकर विभाग के अधिकारियों को रिजॉर्ट में भेजकर विधायकों को डराने, धमकाने का प्रयास किया है। खड़गे ने कहा कि कर्नाटक के कांग्रेस नेताओं पर भी छापेमारी की कार्यवाई की गई है।